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श्रद्धालु अलर्ट: कुंभ यात्री रखें खास ख्याल, आस्था की डुबकी के बाद करें ये काम

सरकार ने भीड़भाड़ में जा रहे लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने और कोविड-19 से संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 12 April 2021 12:22 PM IST
हरिद्वार कुंभ मेले से लौटने वाले नए दिशा- निर्देश
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सोशल मीडिया से फोटो

हरिद्वार : उत्तराखंड(Uttarakhand) के हरिद्वार (Haridwar) में चल रहे प्राचीन कुंभ मेले से लौटने वालों को अब नए दिशा-निर्देशों को पालन करना होगा। बता दें कि देश में कोरना वायरस के नए संक्रमण के बढ़ते प्रकोप से बचने के लिए लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। कोरोना ( Corona) के समय हरिद्वार में कुंभ मेला लगा है। ऐसे में आप जाने की सोच रहे है वे सावधानियां बरतें।

अगर आप कुंभ मेले के दौरान कुछ लोगों के ग्रुप में गए हैं और आए है तो जहां तक संभव हो सभी लोग हमेशा साथ में रहें और एक दूसरे के सामान और चीजों का ध्यान रखें। हरिद्वार से लौटते समय कोरोना वायरस जांच (Coronavirus) के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने और साथ ही अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करने की सलाह है।

ऐसे रखें खुद का ख्याल तीर्थयात्री

सरकार ने दूसरी लहर के प्रकोप को देखते हुए भीड़भाड़ में जा रहे लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने और अधिकारियों द्वारा जारी किए गए कोविड-19 (COVID-19) से संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा है। बताया गया है कि आज के शाही स्नान में बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के डूबकी लगाने की उम्मीद है।

उत्तराखंड सरकार ने कोविड-19 (COVID-19) महामारी के मद्देनजर श्रद्धालुओं से हरिद्वार में कुंभ मेले की यात्रा के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील की है। श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कुंभ मेले के दौरान कोविड-19 महामारी के प्रबंधन के लिए जारी मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का सख्ती से पालन करने के साथ-साथ उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का भी पालन करने की सलाह दी गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की एसओपी में कहा गया है कि कुंभ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र लाना होगा, जो कुंभ मेला क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए एक अनिवार्य आवश्यकता है। इसमें कहा गया है कि तीर्थयात्रियों को अनिवार्य रूप से कोविड-19 (COVID-19 )निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट भी लानी होगी, जो कि मेला में प्रवेश के समय यात्रा की तारीख से 72 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए।


हरिद्वार कुंभ सोशल मीडिया से फोटो


सरकार की गाइडलाइन

उन्होंने कहा कि कुंभ मेला से आने वाले सभी लोगों को वापस लौटने पर कोरोना वायरस जांच (COVID-19) के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने और अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करने की सलाह दी गई है। कुंभ में सभी विजिटर्स को अपनी यात्रा से पहले उत्तराखंड सरकार के पोर्टल पर अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए और एसओपी के अनुसार हर समय आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड और उपयोग करना होगा।

इसके अलावा 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट, हाइपरटेंशन और किडनी की बीमारियों से पीड़ित लोगों को कुंभ मेला में न जाने की सलाह दी गई है। साथ ही सभी तीर्थयात्रियों को अन्य सावधानियां बरतनी चाहिए जैसे कि फेस मास्क लगाना, बार-बार हाथ धोना और सोशल डिस्टेंसिंग के तहत एक दूसरे के साथ छह फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखना शामिल है।

अगर आप शहर में किसी दोस्त या रिश्तेदार को जानते हैं तो उन्हें अपने आने के बारे में पहले से सूचित कर दें और उनके साथ अपना फोन नंबर और होटल डिटेल भी जरूर शेयर करके रखें। किसी ऐसी जगह पर ज



कुंभ मेला 2021 फाइल फोटो सोशल मीडिया से

खुद का ऐसे रखें ख्याल

उससे पहले आते ही खुद को आइसोलैट कर लें। कुंभ मेले में जाने या आने वाले श्रद्धालुओं को टाइफॉयड और इन्फ्लुएंजा का टीका लगवा लेना चाहिए ताकि वह बीमार न पड़ें। साथ ही कुंभ मेले जैसी भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाकर आप क्या खा-पी रहे हैं इस बात का भी ध्यान रखें। बिना पकी हुई, कच्ची चीजें खाने से बचें वरना टायफाइड, डायरिया, वॉमिटिंग, फीवर और डीहाइड्रेशन होने का खतरा रहता है। साथ ही बाहर का पानी पीने से बचें। अपनी वॉटर बॉटल हमेशा साथ में कैरी करें। कभी भी किसी अनजान व्यक्ति पर भरोसा न करें। वह इंसान कितना ही अच्छा क्यों न दिख रहा हो, ऐसे लोगों के साथ दोस्ती न करें जिन्हें आप पर्सनली नहीं जानते हों क्योंकि आप नहीं जानते कि उनके मन में क्या है और वे आपसे दोस्ती क्यों कर रहे हैं।


Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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