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Nainital Forest Fire: नैनीताल की हाईकोर्ट कॉलोनी तक पहुंची जंगल की आग, बुलाई गई सेना

Nainital Forest Fire: आग की लपटें नैनीताल में हाईकोर्ट कॉलोनी तक पहुंच गईं। रुद्रप्रयाग में शुक्रवार को जंगल में आग लगाने की कोशिश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 27 April 2024 8:59 AM IST
Nainital Forest Fire
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Nainital Forest Fire  (photo: social media )

Nainital Forest Fire: उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। नैनीताल के पास नैनीताल भवाली रोड पर पाइंस के जंगलों में भीषण आग लग गई, जिसमें जंगल का एक बड़ा हिस्सा और आईटीआई भवन चपेट में आ गया है। यही नहीं नैनीताल में लड़ियाकांटा क्षेत्र के जंगल में भी आग लगी हुई है। वहीं आग के कारण नैनीताल से भवाली जाने वाली सड़क पर धुआं छाया हुआ है। इससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। वहीं तेज हवाओं के कारण दमकल विभाग की टीम को आग पर काबू पाने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। नैनीताल के पास लड़ियाकांटा में आग लगने से भारतीय सेना के क्षेत्र में आग पहुंच सकती है, इसको देखते हुए सेना के जवान भी आग बुझाने में लगे हैं।

बताया जा रहा है कि रविवार से प्रशासन हेलिकॉप्टर के जरिए नैनीताल और भीमताल झील से पानी लेकर आग बुझाने का प्रयास करेगा। नैनीताल समेत कुमाऊं के जंगलों में आग लगी है। नैनीताल के बलदियाखान, ज्योलिकोट, मंगोली, खुरपाताल, देवीधुरा, भवाली, पाईनस,भीमताल मुक्तेश्वर समेत आसपास के जंगलों में आग धधक रही है।

नैनीताल जिला मुख्यालय के पास जंगल में लगी आग ने भीषण रूप ले लिया है, जिससे पाइंस क्षेत्र स्थित हाईकोर्ट कॉलोनी के निवासियों पर खतरा मंडराने लगा है। इसका असर इलाके में यातायात व्यवस्था पर भी पड़ रहा है। इलाके के निवासी और हाई कोर्ट के सहायक रजिस्ट्रार अनिल जोशी ने कहा कि आग ने द पाइंस के पास स्थित एक खाली पड़े घर को अपनी चपेट में ले लिया है। हालांकि हाई कोर्ट कॉलोनी को कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन यह खतरनाक रूप से बढ़ रही है। संवेदनशील इलाकों तक आग के पहुंचने की आशंका को देखते हुए जल्द से जल्द आग बुझाने की कोशिश की जा रही है। जिला प्रशासन ने आग को देखते हुए नैनी झील में नौकायन पर प्रतिबंध लगा दिया है।

24 घंटों में आग लगने की 31 घटनाएं हुईं, 33.34 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित

नैनीताल के प्रभागीय वन अधिकारी चन्द्रशेखर जोशी ने कहा कि हमने आग बुझाने के लिए मनोरा रेंज के 40 कर्मियों और दो वन रेंजरों को तैनात किया है। वन विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में जंगल में आग लगने की 26 घटनाएं हुईं, जबकि गढ़वाल क्षेत्र में पांच घटनाएं हुईं, जहां 33.34 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ।

पिछले साल 1 नवंबर से अब तक राज्य में जंगल में आग लगने की कुल 575 घटनाएं सामने आई हैं, जिससे 689.89 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है और राज्य को 14 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। जखोली और रुद्रप्रयाग के दो अलग-अलग क्षेत्रों में जंगल में आग लगाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।


सीएम धामी ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा

वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने और सभी विभागों के साथ समन्वय करके आग को रोकने के उपाय करने के लिए कहा है। रुद्रप्रयाग के प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने कहा कि जंगल की आग को रोकने के लिए गठित टीम द्वारा यह कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि जखोली के तड़ियाल गांव के भेड़पालक नरेश भट्ट को जंगल में आग लगाते समय मौके से पकड़ लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसने अपनी भेड़ों को चराने के लिए नई घास उगाने के लिए आग लगाई थी।




Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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