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Pithoragarh News: भारी बारिश का कहर, नेपाल और चीन की सीमा से लगे 50 गांवों का टूटा संपर्क

Pithoragarh News: पिथौरागढ़ में भारी बारिश के कारण नेपाल और चीन की सीमा से लगे उत्तराखंड के 50 से अधिक गांवों का सड़क संपर्क पूरी तरह से कट गया है।

Ramkrishna Vajpei
Written By Ramkrishna VajpeiPublished By Chitra Singh
Published on: 9 July 2021 2:02 AM GMT
China-Nepal Border
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नेपाल और चीन की सीमा (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

Pithoragarh News: उत्तराखंड से बड़ी खबर आ रही है कि पिथौरागढ़ में भारी बारिश (Barish) के कारण नेपाल और चीन की सीमा (Nepal and China Border) से लगे उत्तराखंड के 50 से अधिक गांवों का सड़क संपर्क पूरी तरह से कट गया है। यह भी बताया गया है कि तहसील मुख्यालय धारचूला से भी संपर्क टूट गया है।

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, धारचूला अनुमंडल दंडाधिकारी (एसडीएम) एके शुक्ला ने कहा कि बारिश ने टनकपुर-तवाघाट राजमार्ग (Tanakpur-Tawaghat Highway) पर कुलगड में गुरुवार तड़के 48 मीटर लंबा कंक्रीट का पुल भी बहा दिया। उन्होंने कहा कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने नाला पार करने के लिए अवरोध लगाए हैं। कुलगड़ धारचूला से लगभग 10 किमी दूर है।

शुक्ला ने आगे कहा कि तहसील प्रशासन लोगों और वाहनों की आवाजाही को फिर से शुरू करने के लिए बेली ब्रिज का निर्माण कराने की प्रक्रिया में है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, पिथौरागढ़, भूपेंद्र सिंह महार के अनुसार, पुल के ढहने के कारण, तीन उच्च हिमालयी घाटियों - दारमा, ब्यास और चौदास का संपर्क धारचूला से कट गया है।

2013 में भी बह गई थी सड़क

2013 में उसी साइट पर 50 मीटर की सड़क बह गई थी और बाद में आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) और बीआरओ ने सड़क को जोड़ने के लिए एक पुल का निर्माण किया था। कुछ ग्रामीणों ने कहा कि नागने बुग्याल में बादल फटना, कुलगड नाले में कीचड़ और पत्थर आना पुल बहने का कारण हो सकता है।

स्थानीय निवासी राकेश तिवारी ने कहा कि करोड़ों ग्रामीण और वाहन सड़क के दूसरी ओर फंस गए हैं और अगले कुछ दिनों तक वाहनों की आवाजाही संभव नहीं दिख रही थी। घट्टाबगड़-लिपुलेख, तवाघाट-सोबला, सोबला-दर-तिदांग सड़कें बंद हैं।

सड़कें बंद

मिल रही सूचनाओं में कहा गया है कि भारी बारिश के कारण छेड़ा-कुमैयाचौड़, कुसेरी बैंड-सिलौनी, छिरकिला-जम्कू, तवाघाट-थानीधार, सोसा-सिर्खा, गलाती-रमतोली, बंगापानी-जाराजिबली, बांसबगड़-कोटा पंद्रहपाला, स्यांकुरी-धामीगांव, बांसबगड़-गूंठी सड़कें बंद हैं। सड़कों के बंद होने से ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरी सामान की किल्लत होने लगी है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से बंद सड़कों को जल्द खोलने की मांग की है।

Chitra Singh

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