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Pushkar Singh Dhami: मोदी के डायरेक्ट सीएम क्लब में शामिल हो गए धामी
Pushkar Singh Dhami: उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भारतीय जनता पार्टी सरकार के आठवें सीएम बन गए हैं, साथ ही वे पीएम नरेंद्र मोदी के डायरेक्ट सीएम क्लब के मेंबर भी बन गए हैं।
Pushkar Singh Dhami: उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) भारतीय जनता पार्टी सरकार के आठवें सीएम बन गए हैं, लेकिन इसके साथ ही उनके साथ अन्य दिलचस्प तथ्य भी जुड़ गया है। वह उत्तराखंड के सबसे कम उम्र वाले मुख्यमंत्री बनने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के डायरेक्ट सीएम क्लब (Direct CM Club member) के मेंबर भी बन गए हैं।
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का संगठन बेहद प्रभावी हैसियत में है, लेकिन पिछले बीस साल की राजनीति में पार्टी अब तक कोई भी पांच साल का टिकाऊ मुख्यमंत्री चेहरा प्रदेश की जनता को नहीं दे सकी है। इसकी वजह पार्टी की अंदरूनी राजनीति को भी माना जा रहा है। ऐसे में जब पार्टी ने अपने युवा चेहरे पुष्कर सिंह धामी पर दांव लगाया है तो वह सर्वाधिक युवा मुख्यमंत्री होने के साथ ही बगैर मंत्री बने सीधे मुख्यमंत्री बनने वाले देश के नेताओं में शुमार हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ऐसे ही नेता हैं। गुजरात सरकार का मुख्यमंत्री बनाए जाने से पहले वह भाजपा संगठन के लिए ही काम करते रहे हे। उन्हें तब तक उनके पास किसी भी राज्य या केंद्र सरकार में मंत्री बनकर काम करने का प्रशासनिक अनुभव हासिल नहीं था। उन्हीं की तर्ज पर चलते हुए पार्टी नेतृत्व ने इस बार पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड की कमान सौंपी है।
धामी इस बार उत्तराखंड में दूसरी बार विधायक बने हैं, लेकिन इससे पहले वह कभी प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री बनने का भी अवसर हासिल नहीं कर सके थे। इसके बावजूद पार्टी हाईकमान ने उन्हें सीधे राज्य की बागडोर सौंपने का फैसला किया। देश की राजनीति में कई ऐसे राजनेता हैं जो बगैर किसी मंत्री या शासन-सत्ता का अनुभव हासिल किए सीधे मुख्यमंत्री बने हैं। ऐसे कई मुख्यमंत्रियों ने बेहतर काम-काज के जरिये अपनी अलग पहचान बनाई है। यही वजह है कि ऐसे मुख्यमंत्रियों का नाम अब डायरेक्ट सीएम क्लब या मोदी क्लब के संदर्भ में लिया जाने लगा है। धामी के अलावा सीधे मुख्यमंत्री बनने वाले प्रमुख राजनेताओं में मायावती, अखिलेश यादव, के चंद्रशेखर राव समेत कई नेता हैं।
डायरेक्ट सीएम बनने वाले प्रमुख राजनेता
नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)
भारतीय जनता पार्टी के नेता व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात अकटूबर 2001 को जब गुजरात सरकार के 14 वें मुख्यमंत्री की शपथ ली तो भाजपा की राजनीति में वह रिकार्ड की तरह था। मुख्यमंत्री बनने से पहले उनका कोई अनुभव सरकार चलाने का नहीं था। वह कभी किसी राज्य सरकार में अथवा केंद्र सरकार में मंत्री नहीं रहे थे। इसके बावजूद उन्होंने गुजरात में सफल सरकार चलाई और 22 मई 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री बने रहे।
मायावती (Mayawati)
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती को 1995 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल चुका है। भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से तीन जून 1995 को जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली उससे पहले वह कभी किसी भी सरकार में मंत्री नहीं बनी थीं। हालांकि इसके बाद तीन बार और उन्हें मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला। 2007 में उन्होंने पांच साल की सरकार भी चलाई।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कम उम्र में यूपी का मुख्यमंत्री बनकर रिकार्ड अपने नाम कर रखा है। वह भी डायरेक्ट सीएम क्लब का हिस्सा हैं। यूपी का मुख्यमंत्री बनने से पहले वह कभी किसी सरकार में मंत्री नहीं बने। यहां तक कि 2007 से पहले जब यूपी में सपा की सरकार मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में रही तब भी अखिलेश यादव संगठन की राजनीति करते रहे, लेकिन कभी सरकार में राज्य मंत्री का ओहदा भी नहीं लिया।
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray)
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने से पहले पार्टी सुप्रीमो का दायित्व ही संभालते रहे। उनसे पहले पार्टी सुप्रीमो बाला साहब ठाकरे हुआ करते थे। महाराष्ट्र में जब महाविकास आघाड़ी सरकार बनी तो उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 28 नवंबर 2019 से वह मुख्यमंत्री बने हुए हैं। इसके साथ ही वह डायरेक्ट सीएम क्लब का भी हिस्सा हैं।
के. चंद्रशेखर राव (K. Chandrashekhar Rao)
तेलंगाना के मुख्यमंत्री कलवकुंतला चंद्रशेखर राव ने दो जून 2014 को यह जिम्मेदारी संभाली और डायरेक्ट सीएम क्लब में शामिल हो गए। उन्होंने तेलंगाना की राजनीति में अपने बलबूते अपना मुकाम बनाया। तेलंगाना राज्य को आंध्र प्रदेश से अलग करने की लड़ाई लडने वाले राव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश की राजनीति में अपने पांव जमा लिए हैं। 2018 में दोबारा चुनाव जीतने के बाद वह मुख्यमंत्री बने हुए हैं।
मोहन लाल खट्टर (Mohan Lal Khattar)
हरियाणा के मुख्यमंत्री मोहन लाल खटटर लगातार दूसरी बार इस पद पर चुने गए हैं।
26 अक्टूबर 2014 को जब उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया तो इससे पहले उनके पास शासन-सत्ता में अनुभव नहीं था। उन्हें पार्टी हाईकमान ने मुख्यमंत्री पद के लिए चुना और तब से वह प्रदेश की सरकार चला रहे हैं।