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Chardham Yatra 2022: नहीं रूक रहा श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला, अब तक 53 की गई जान
Chardham Yatra 2022: देवभूमि उत्तराखंड में स्थित पवित्र चारधाम की यात्रा श्रद्धालुओं के लिए काल साबित होती नजर आ रही है। आंकड़े के मुताबिक, यात्रा के दौरान जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 53 हो चुकी है।
Chardham Yatra 2022: देवभूमि उत्तराखंड में स्थित पवित्र चारधाम की यात्रा श्रद्धालुओं के लिए काल साबित होती नजर आ रही है। यात्रा के दौरान लगातार आ रही तीर्थयात्रियों की मौत की खबरें चिंतित करने वाली है। सरकार के तमाम स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के मुहैया कराने के दावे के बावजूद मौतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) द्वारा जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक, यात्रा के दौरान जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 53 हो चुकी है। इसके एक दिन पहले यह आंकड़ा 47 था।
मौत की वजह
बताया जा रहा है कि तीर्थयात्रियों की मौत हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट संबंधी बीमारियां और पहाड़ी पर चढ़ने संबंधी बीमारियों से हुई है। ऐसे में प्रशासन की ओर से ऐसे यात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी गई है, जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां है। वहीं सबसे अधिक मौतें केदारनाथ यात्रा के दौरान दर्ज की गई है। जानकारी के मुताबिक, केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) अब तक 21 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है जहां बीस तीर्थयात्रियों की हार्ट अटैक से मौत हुई है, वहीं एक तीर्थ यात्री की मौत खाई में गिरने से हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के दावे
इधर, लगातार हो रही मौतों को लेकर सरकार के प्रबंधन पर उठ रहे सवाल के बीच स्वास्थ्य विभाग (health Department) ने बड़ा दावा किया है। विभाग के मुताबिक, अब तक केदारनाथ धाम में 24 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य जांच की गई है। 19 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर बड़े अस्पतालों में उपचार के लिए पहुंचाया गया। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ शैलजा भट्ट (Director General of Health Dr Shailja Bhatt) ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के दौरान सबसे अधिक स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग हो रहा है। उन्होंने बताया कि बदरीनाथ धाम की यात्रा अन्य धामों की तुलना में सहज संचालित हो रही है।
वहीं चारधाम यात्रा (Chardham Yatra 2022) के दौरान लगातार हो रही मौतों पर राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्षी कांग्रेस ने बीजेपी सरकार को इस पर घेरा है। कांग्रेस का कहना है कि लगातार हो रही मौंतें बताती है कि सरकार चारधाम यात्रा को लेकर बिल्कुल गंभीर नहीं है।