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Uttarakhand Firing: उत्तराखंड में यूपी पुलिस पर फायरिंग का मामला, पुलिस और पीड़ित परिवार के अलग – अलग दावे
Uttarakhand Firing: खनन माफियाओं ने कार्रवाई करने के लिए पहुंची मुरादाबाद पुलिस को बंधक बना लिया और उनके हथियार छीनने की कोशिश की।
Uttarakhand Firing: उत्तराखंड में छिपे खनन माफिया को पकड़ने गई यूपी पुलिस की कार्रवाई में एक महिला की मौत का मामला गरमाता जा रहा है। एक तरफ उत्तराखंड पुलिस जहां यूपी पुलिस पर बिना बताए कार्रवाई करने का आरोप लगा रही है, वहीं पीड़ित परिवार ने यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार का आरोप है कि यूपी पुलिस के कुछ पुलिसकर्मी घटना के दौरान नशे में थे। वे बिना नंबर प्लेट की गाड़ी से आए थे और बवाल बढ़ने के बाद फरार हो गए।
बता दें कि खनन माफियाओं ने कार्रवाई करने के लिए पहुंची मुरादाबाद पुलिस को बंधक बना लिया और उनके हथियार छीनने की कोशिश की। दोनों पक्षों के बीच संघर्ष के दौरान फायरिंग भी हुई, जिसमें एक महिला की मौत हो गई। इस संघर्ष में यूपी पुलिस के 5 जवान भी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं और दो लापता बताए जा रहे हैं। घटना के बाद इलाके में जबरदस्त तनाव है।
महिला की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल काटा और यूपी को उत्तराखंड से जोड़ने वाले हाईवे को जाम कर दिया। तनाव को देखते हुए घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है। वहीं, इस घटना को लेकर दोनों राज्यों की पुलिस भी आमने-सामने है। उत्तराखंड पुलिस का आरोप है कि यूपी पुलिस बिना बताए कार्रवाई के लिए पहुंच गई।
क्या है पूरा मामला
13 सितंबर को मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा थाना इलाके में अवैध खनन की जानकारी मिलने के बाद एसडीएम परमानंद सिंह के नेतृत्व में खनन विभाग के अधिकारी कार्रवाई के लिए मौके पर पहुंचे और कई डंबर जब्त किए। इस दौरान खनन माफियाओं ने एसडीएम और अधिकारियों पर हमला कर जब्त डंपर छुड़ा लिया और मौके से फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में पांच नामजद और 16 अज्ञात लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया था, जिसमें से अधिकतर को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया। मगर घटना में नामजद गैंगस्टर जफर पुलिस के हाथ नहीं लग रहा था। पुलिस ने उस पर 50 हजार इनाम भी घोषित कर रखा था।
उत्तराखंड में छिपे होने की मिली सूचना
मुरादाबाद पुलिस को इनामी गैंगस्टर जफर के उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के जसपुर तहसील के कुंडा थाना इलाके के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख के यहां छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके मुरादाबाद की एसओजी टीम और ठाकुरद्वारा कोतवाली की पुलिस वांछित अपराधी जफर की तलाश में ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख गुरतेज भुल्लर के घर दबिश दी। आरोप है कि यहां जफर और उसके साथियों ने मुरादाबाद पुलिस को बंधक बना लिया और उनके हथियार छीनकर उनको गोली मार दी। मुरादाबाद डीआईजी शलभ माथुर के मुताबिक, इस घटना में मुरादाबाद पुलिस के पांच पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गई जबकि एक एसओजी प्रभारी इंस्पेक्टर और एक सिपाही अभी भी लापता हैं। घायल पुलिसकर्मियों को नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की मौत
मुरादाबाद पुलिस और खनन माफिया के बीच गोलीबारी में ब्लॉक प्रमुख गुरतेज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत कौर की मौत हो गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि गुरप्रीत की मौत यूपी पुलिस की गोली से हुई है। आक्रोशित लोगों ने एनएच को जाम कर दिया और यूपी पुलिस के चार पुलिसकर्मियों को पकड़कर कुंडा पुलिस के हवाले कर दिया। मुरादाबाद पुलिस का कहना है कि पहले गोली माफियाओं की तरफ से चलाई गई थी, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी फायरिंग की।
इस घटना के बाद मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा कोतवाली में वांछित खनन माफिया जफर और उसके 30-35 अज्ञात साथियों के खिलाफ पुलिस वालों को बंधक बनाकर उनसे हथियार छीनने और उन्हें गोली मारने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, महिला की हत्या के मामले में भी उत्तराखंड के कुंडा थाने में एक मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों राज्यों की पुलिस का कहना है कि महिला की मौत किसके गोली से हुई, इसकी जांच कराई जा रही है।