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Uttarakhand: कौन हैं उत्तराखंड के नए CM पुष्कर सिंह धामी, जानिए उनके बारे में सबकुछ
तीरथ सिंह रावत के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उत्तराखंड का अगला Uttarakhand: मुख्यमंत्री खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी को बनाया गया है। जहां इस जीत के बाद उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और सभी का शुक्रियादा किया और कहा कि आगे जनता के लिए काम करूंगा।
Uttarakhand: तीरथ सिंह रावत के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी को बनाया गया है। जहां इस जीत के बाद उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और सभी का शुक्रियादा किया और कहा कि आगे जनता के लिए काम करूंगा।
कौन हैं पुष्कर सिंह धामी?
पुष्कर सिंह धामी एक युवा नेता हैं और फिलहाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। धामी का जन्म पिथौरागढ़ के टुंडी गांव में हुआ था। धामी ऊधम सिंह नगर के खटीमा विधानसभा क्षेत्र से इस बार दूसरी बार विधायक बने हैं। धामी को भगत सिंह कोश्यारी के बेहद करीबी माने जाते हैं। पुष्कर सिंह धामी आरएसएस की पृष्ठभूमि के नेता हैं। राजनीति के शुरुआती दौर में वो एबीवीपी के कई अहम पदों पर रहे हैं। धामी दो बार बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं।
पुष्कर सिंह धामी के नाम का एलान खुद पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने किया। उत्तराखंड भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ''मेरी पार्टी ने एक सामान्य से कार्यकर्ता को सेवा का अवसर दिया है। जनता के मुद्दों पर हम सबका सहयोग लेकर काम करेंगे।'' सीएम पद मिलने पर उन्होंने कहा, ''मैं पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और सभी का धन्यवाद करना चाहूंगा.'' पार्टी को चुनाव में जिताने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनौती हैं और चुनौती को स्वीकार करता हूं।
गौरतलब है कि तीरथ सिंह रावत ने 10 मार्च, 2021 को त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर हलफ लिया था। हलफ लेने के वक्त तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड विधानसभा में चुने हुए विधायक नहीं थे बल्कि पौड़ी गढ़वाल का प्रतिनिधित्व करने वाले लोकसभा सांसद थे। वह अभी भी लोकसभा सांसद बने हुए हैं। तीरथ सिंह को सीएम पद से इसलिए हटना पड़ रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के छह महीने के अंदर यानी 10 सितंबर तक उनका विधायक बनना जरूरी है। उत्तराखंड की दो सीटों पर उपचुनाव भी होने हैं, लेकिन कोरोना महामारी को लेकर फिलहाल उपचुनाव पर चुनाव आयोग की रोक है।
बैठक में हुआ फैसला
बता दें कि देहरादून में हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में धामी के नाम पर मुहर लगाई गई। धामी को भगत सिंह कोश्यारी का बेहद करीबी माना जाता है। वो आरएसएस की पृष्ठभूमि के नेता हैं। राजनीति के शुरुआती दौर में वो एबीवीपी के कई अहम पदें पर रहे हैं। धामी दो बार बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं।