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Delhi: उत्तराखंड के मंत्री यशपाल आर्य की घर वापसी, बेटे के साथ कांग्रेस में हुए शामिल

Uttarakhand Election: उत्तराखंड में अगले साल फरवरी महीने में विधानसभा के चुनाव होने हैं। नेताओं का पाला बदलने का खेल शुरू हो गया।

Rahul Singh Rajpoot
Report Rahul Singh RajpootPublished By Monika
Published on: 11 Oct 2021 6:37 AM GMT (Updated on: 11 Oct 2021 6:51 AM GMT)
Yashpal Arya -Sanjeev Arya
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यशपाल आर्य- संजीव आर्य (फोटो : सोशल मीडिया )

Uttarakhand Election: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Vidhansabha Election) से पहले बीजेपी (BJP) को बड़ा झटका लगा है। सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य (Cabinet Minister Yashpal Arya) ने आज घर वापसी कर ली हैं। यशपाल के साथ उनके विधायक बेटे संजीव आर्य (Sanjeev Arya) भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है । यशपाल आर्य कांग्रेस में शामिल (Yashpal Arya congress me shamil) हुए । पहले मंत्रिमंडल से इस्तीफा (Yashpal Arya ka istefa) देकर दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थामा है । बता दें उत्तराखंड में अगले साल फरवरी महीने में विधानसभा के चुनाव होने हैं। नेताओं का पाला बदलने का खेल शुरू हो गया। बीजेपी में जिस तरह से 5 साल में तीन सीएम बदले जा चुके हैं, अब नेताओं में भी असंतोष कहीं न कहीं दिखाई दे रहा है । वह अपने लिए सही ठिकाना खोजने में जुट गए हैं।

यशपाल आर्य (फोटो : सोशल मीडिया )

कौन हैं यशपाल आर्य? (kaun hain Yashpal Arya)

यशपाल आर्य की बात करें तो उत्तराखंड की राजनीति में बड़ा नाम हैं। इससे पहले वह कांग्रेस में मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव से ऐन वक्त पहले वह बीजेपी में शामिल हो गए और चुनाव लड़कर जीते। बीजेपी ने उनके बेटे को भी चुनाव मैदान में उतारा वह भी विधायक बने। विधायक बनने के बाद यशपाल आर्य त्रिवेंद्र सिंह रावत कैबिनेट में मंत्री बने, उसके बाद अभी भी वह कैबिनेट मंत्री हैं। यशपाल आर्य एक बार फिर चुनाव से ठीक पहले पाला बदलकर घर वापसी करने जा रहे हैं।

यशपाल आर्य (फोटो : सोशल मीडिया )

यशपाल आर्य की घर वापसी?

बता दें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष और पिछली हरीश रावत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आर्य ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा का दामन थामा। भाजपा ने उन्हें और उनके पुत्र संजीव आर्य को टिकट दिया । दोनों ने जीत दर्ज की। यशपाल आर्य भाजपा सरकार में मंत्री बने। उनके बेटे संजीव उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। यशपाल आर्य पहली बार सन 1989 में खटीमा सितारगंज सीट से विधायक बने थे, उनके बेटे संजीव नैनीताल से विधायक हैं।

Monika

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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