Ballia News: शर्मसार हुई इंसानियतः कांस्टेबल ने स्टेशन पर सोए बच्चे की गर्दन पर रखा लात, वीडियो वायरल होने के बाद हुआ नि

Ballia News: बेलथरारोड रेलवे स्टेशन पर एक रेलवे पुलिस के एक कांस्टेबल द्वारा स्टेशन के मुख्य द्वार पर सोए बच्चे की गर्दन पर लात रखकर निर्दयता से दबाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने का मामला सामने आया है।

Karuna Sindhu Singh
Published on: 16 July 2023 2:46 PM GMT
X

Ballia News: बेलथरारोड रेलवे स्टेशन पर एक रेलवे पुलिस के एक कांस्टेबल द्वारा स्टेशन के मुख्य द्वार पर सोए बच्चे की गर्दन पर लात रखकर निर्दयता से दबाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने का मामला सामने आया है। इस मामले में कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।

बालक के साथ अमानवीय सलूक से लोगों में नाराजगी

मिली जानकारी के अनुसार बेल्थरारोड रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार पर एक बच्चा सोया हुआ था। वहां पर ड्यूटी कर रहा रेलवे पुलिस का जवान आता है और उस बच्चे की गर्दन के ऊपर जूता पहने हुए पैर को रखकर दबाता है। जिसकी गतिविधि एक युवक द्वारा मोबाइल में कैद कर ली जाती है। मानव की सुरक्षा में लगे सिपाही द्वारा इस तरह का अमानवीय व्यवहार बालक के साथ करने पर लोगो में आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि जब यह सुरक्षाकर्मी एक निरीह बालक के साथ निर्दयतापूर्वक व्यवहार कर रहा है तो अन्य यात्रियों के साथ के साथ कैसा व्यवहार करता होगा।

प्रभारी निरीक्षक ने कहा- सोये हुए बच्चे को उठा रहे थे कांस्टेबल

स्थानीय लोगों ने सम्बंधित रेलवे अधिकारी से घटना की जांच कराकर निर्दयता की सारी हदें पार करने वाले रेलवे के सिपाही के खिलाफ आवश्यक करवाई करने की मांग की। इस संबंध में आरपीएफ मऊ के प्रभारी निरीक्षक जिसके क्षेत्र में बेलथरारोड रेलवे स्टेशन आता है, उनका कहना है कि आरपीएफ के हेड कंस्टेबल बालेन्द्र सिंह सोये हुए बच्चे को उठा रहे हैं। इस मामले में कंस्टेबल बालेन्द्र सिंह को निलंबित कर दिया गया है। वीडियो कब का है, इसकी जांच की जा रही है। आगे जो भी कार्रवाई होगी वो की जाएगी। वहीं आरपीएफ चौकी इंदरा के प्रभारी उप निरीक्षक ह््रदयानन्द तिवारी का कहना है कि बच्चे स्टेशन के अंदर नशा आदि करके सो जाते हैं। लिहाजा उन बच्चों को हटाने आदि का कार्य किया जाता है। जो वोडियो वायरल हो रहा है उसमें भी एक बच्चा स्टेशन के मुख्य द्वारा पर सोया हुआ था। जिसे हटाने का प्रयास कंस्टेबल द्वारा किया गया। बच्चे के ऊपर जूता रखकर उसकी गर्दन को दबाने जैसा कोई कार्य नहीं किया गया।

Karuna Sindhu Singh

Karuna Sindhu Singh

Next Story