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Video: समंदर की गाय, जो कभी ज़मीन पर ही रहती थी

Cow of Oceans Video: भारत में गाय को माता का दर्जा प्राप्त है ।जैसे ज़मीन में सबसे सीधा जानवर गाय को माना जाता है , वैसे ही समंदर में भी गाय को सबसे शरीफ़ जानवर माना जाता है । यह अपनी क्रियाओं में ज़मीन में रहने वाली गाय की तरह ही है ।यह शाकाहार का ही सेवन करती है ।

Akshita Pidiha
Published on: 13 July 2023 2:42 AM GMT

Cow of Oceans Video: भारत में गाय को माता का दर्जा प्राप्त है । सभी हिंदू गाय की पूजा करते हैं ।हमने अब तक गाय को ज़मीन पर ही रहते देखा है ।पर हम आपको आज एक ऐसी गाय के बारे में बताएँगें जो ज़मीन में नही बल्कि समंदर में रहती है ।जिसे समुद्री गाय के नाम से जाना जाता है। अंग्रेज़ी में इसे डुगोंग कहते हैं।जैसे ज़मीन में सबसे सीधा जानवर गाय को माना जाता है , वैसे ही समंदर में भी गाय को सबसे शरीफ़ जानवर माना जाता है । यह अपनी क्रियाओं में ज़मीन में रहने वाली गाय की तरह ही है ।यह शाकाहार का ही सेवन करती है ।साथ ही यह अन्य जीवों पर हमला भी नहीं करती है ।लेकिन इसके बाद भी आज समुद्री गाय पर मौत का ख़तरा मंडरा रहा है ।यह जीव भी लुप्त होने की कगार पर हैं ।

देखने में कैसी दिखती है यह समुद्री गाय

इस जीव का वैज्ञानिक नाम मैनाटी है ।यह जीव 50-60 साल की उमर तक जीवित रह सकता है ।इस जीव के दुनिया तक आने में 12-14 महीने का समय लग सकता है ।ये जीव पानी में ही जन्म लेते हैं ।और पानी में उगने वाली घास को ही खाते हैं ।देखने में आपको यह समुद्री सील की रह लगेंगें । पर यह डोलफ़िन की तरह समझदार होते हैं । इन जीवों के गले में कुल 6 हड्डियां होती है ।इन जीवों की गर्दन काफ़ी छोटी होती है ।मैनाटी के पास पैर नहीं होते । बल्कि उसकी जगह तैरने के लिए पंख होते हैं। हाथी की तरह मैनाटी की स्किन मोटी और शरीर पर ब्रश की तरह के बाल होते हैं। स्किन पर बाल की मदद से ही ये पानी में दूर से ही वाइब्रेशन को महसूस कर लेते हैं। इनका वजन 600 किलोग्राम होता है ।इनकी आउसटन लम्बाई 13 फ़ीट तक हो सकती है ।ये स्तन धारी जीव हैं ।ये जंतु साँस लेने के लिए पानी की ऊपरी सतह में आते हैं ।ये गर्म और छिछले पानी में रहना पसंद करते हैं ।मादा 50 साल के अपने जीवनकाल में केवल पांच या छह बच्चों को जन्म देती है।एक बार में केवल एक बच्चा ही पैदा होता है।बच्चे को जन्म पानी की सतह के आस पास ही दिया जाता है ताकि बच्चे को साँस लेने में समस्या ना हो ।साथ ही मां अपने शिशु को दो साल तक दूध पिलाकर बड़ा करती है।

कहा जाता है यह समुद्री गाय पहले धरती पर ही रहा करती थी।हालाँकि जब पृथ्वी ने करवट बदली और हर तरफ पानी पानी हो गया तो इन्होंने भी अपने आप को पानी में रहने लायक़ विकसित कर लिया ।इनके DNA पर हाथी से ज़्यादा मैच होते हैं ।इन्हें हाथियों के दूर का रिश्तेदार भी कहा जाता है ।भारतीय समुद्रों में समुद्री गाय मन्नार की खाड़ी में होती हैं।

क्यों ख़तरें में हैं ये जीव

ये जीव शांत होने के कारण शिकार हो जाते हैं ।इनके शरीर में फ़ैट अधिक मिलता है ।साथ ही मनुष्य के द्वारा किए गए प्रदूषण से भी इनके जीवन को ख़तरा पैदा हो गया है ।दरअसल, ये जिस घास पर जिंदा रहते हैं, वो प्रदूषण की वजह से पैदा नहीं हो रही है और इसी की वजह से ये भूख से भी मर रहे हैं। शक्तिशाली मोटर नौकाओं से भी उन्हें खतरा पैदा हो गया है।इन नौकाओं से भिड़ने से अनेक समुद्री गाएं घायल हुए हैं।

अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक संरक्षण संघ के द्वारा डुगोंग को संकटग्रस्त प्रजाति की रेड डेटा बुक में असुरक्षित प्रजाति में रखा गया है। इनके संरक्षण के प्रत्येक वर्ष 28 मई को विश्व डुगोंग दिवस मनाया जाता है ।भारत सरकार के जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के द्वारा इनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाये जा रहे हैं ।

Akshita Pidiha

Akshita Pidiha

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