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Viral Video: कश्मीर में CRPF जवान ने किया कुछ ऐसा काम, लोग कर रहे जमकर तारीफ
कश्मीर घाटी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें एक सीआरपीएफ जवान कुछ क्रॉस कंट्री वॉकर्स को चाय पीने के लिए रुपये देता नजर आ रहा है।
कश्मीर में भारतीय सेना के जवान दिन रात लोगों की सुरक्षा में लगे रहते हैं। भारतीय जवानों के प्रति लोगों के मन में काफी सम्मान भी रहता है। ये सम्मान तब और बढ़ जाता है जब कोई जवान किसी अनजान की मदद को आगे आता है। घाटी का एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें एक सीआरपीएफ जवान कुछ क्रॉस कंट्री वॉकर्स को चाय पीने के लिए 100 रुपये देता नजर आ रहा है।
यहां बात 100 रुपयों की नहीं बल्कि दूसरे देश के अनजान शख्स की मदद के लिए बड़े दिल की जरुरत होती है। जो निस्वार्थ सेवा का एक जीता जागता उदाहरण है। अब तक इस वीडियो को 68 हजार से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं, 7 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है और एक हजार से ज्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं।
इस वीडियो को ट्विटर पर आईपीएस एमएस भाटिया (@MSBhatiaIPS) जो कि सीआरपीएफ के आईजी हैं उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, "सोने का दिल: @crpfindia #कश्मीर में जवान ने एक क्रॉस कंट्री वॉकर को चाय पीने के कुछ पैसे दिए! किसी अजनबी को रकम देने की सोच के लिए भी बड़े दिल की जरूरत होती है। निस्वार्थ सेवा का एक और उदाहरण! इस जज़्बे के लिए हमारे बहादुर को सलाम."
Viral Video: हाथी ने दिखाया मालिक के लिए प्यार, देखिए कैसे दिया महावत को आखिरी सम्मान
जीवों में अपने मालिक के प्रति अगाध प्रेम होता है, ये बात सभी जानते हैं और हाल ही में केरल से एक ऐसा ही मामला देखने को आ रहा है। केरल के कोट्टायम क्षेत्र में एक हाथी (Elephant) ने अपने महावत के मृत्यु पर शोक जताते हुए आखिरी विदाई दिया। हृदय को मार्मिक करने वाला एक वीडियो (Video) सामने आया है जिसमे कैंसर से हार चुके महावत को उसका हाथी (Elephant) आखिरी विदाई देने आता है। इससे पहले भी ऐसे कई मौके सामने आ चुके हैं जहां जानवरों ने अपने मालिक के लिए वफादारी और प्यार दिखाया है।
बता दें कि यह घटना केरल के कोट्टायम जगह की है जहां कुन्नक्कड़ दामोदरन और हाथी पल्लत ब्रह्मदत्तन का एक दूसरे के लिए स्नेह लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता था। ब्रह्मदत्तन और दामोदरन केरल के मंदिरों में त्यौहार पर हमेशा उपस्थित होते थे। आखिरी बार इन दोनों को त्रिसूर पूरम में देखा गया था। ये दोनों मंदिरों में महोत्सव की जान होते थे। लोग इन्हें देखने के लिए दूर दूर से आते थे। आकर्षण का केंद्र रहने वाले इस महावत और हाथी के जोड़े को लोग अपने यहां शुभ अवसरों पर बुलाते थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि दामोदरन जिन्हें ओन्नमचेत्तान के नाम से भी लोग जानते थे, ब्रह्मदत्तन हाथी का लगभग तीन दशकों से देखभाल कर रहे थे। 74 वर्ष की उम्र में कैंसर से लड़ते हुए 3 जून को उनकी मौत हो गई। जब हाथी के मालिकों को पता चला तो वह उसे आखिरी सलामी के लिए दामोदरन के पास ले आए। हाथी ने शव के पास झुकते हुए अपना सूँड़ उठाकर अपने मालिक को आखिरी विदाई दिया। रिश्तेदारों ने हाथी के सूँड़ पर हाथ फेरते हुए उसे दिलासा दिया। यह पूरी घटना देख वहां उपस्थित लोगों की आखें नम हो गई। दोस्तों देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।