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Video: 2024 के लिए BJP की नई रणनीति, लागू होगा तीन राज्यों वाला फॉर्मूला
Lok Sabha Election 2024: इस 340 के स्कोर को पाने के लिए नरेंद्र मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी ने कई नये फ़ार्मूले आज़माने शुरू कर दिये हैं।
Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में तीसरी बार सत्ता हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जी तोड़ मेहनत शुरू कर दी है। उसने अपने फ़ार्मूले चलने शुरू कर दिये हैं। अपने समीकरण बिठाने शुरू कर दिये हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में अजीब उत्साह देखा जा रहा है ।
पिछली बार यानी 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 303 सीटें पाने में तब कामयाब हुई थी, जब इन तीनों राज्यों में उसे सत्ता से बेदख़ल होना पड़ा था। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी और विश्लेषकों का मानना है कि इस बार 2024 के चुनाव में नरेंद्र मोदी कोई नया और बड़ा स्कोर खड़ा करेंगे। 340 के आसपास के स्कोर से इनकार नहीं किया जा सकता है।
इस 340 के स्कोर को पाने के लिए नरेंद्र मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी ने कई नये फ़ार्मूले आज़माने शुरू कर दिये हैं। छ्त्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान इन तीनों राज्यों में हारी हुई सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवार एलेक्शन घोषित होने के पहले उतार दिये थे। इसका उसे फ़ायदा पहुँचा। लोकसभा चुनाव में भी हारी या कमजोर सीटें 160 है। इन सीटों पर भाजपा को मज़बूत बनाने के लिए पार्टी ने पहले से ही अभियान छेड़ रखा है।
2019 के लोकसभा चुनाव में जिन सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, उनमें से अधिकांश सीटें दक्षिण और पूर्वी राज्यों में हैं। वैसे इन 160 सीटों में से उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और झारखंड राज्यों की कुछ सीटें भी शामिल हैं। 2019 में अकेले उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी को 14 सीटें गवांनी पड़ी थी। इस बार भारतीय जनता पार्टी इन में से पाँच, सात , दस सीटें झटक लेने के प्रयास में है। और काम कऱ रही है।
2024 जीतने के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने कई तरह के फ़ार्मूले आज़माने शुरू कर दिये हैं। पहला कि 160 सीटों पर पार्टी की स्थिति मज़बूत करने के लिए दो वर्षों से काम चल रहा है। भाजपा नेतृत्व की ओर से कई केंद्रीय मंत्रियों और अन्य राज्यों के नेताओं को इन एक सौ साठ लोक सभा में अलग अलग उतारा जा चुका है। चालीस मंत्रियों की अलग अलग टीम बना कर पार्टी की ओर से उन्हें बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी जा चुकी है। इन क्षेत्रों में सरकार के कामकाज का प्रचार प्रसार करने पर भी पार्टी ने पूरा जोर दिया है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि इन क्षेत्रों में पहले प्रत्याशी घोषित करके काफ़ी बढ़त हासिल की जा सकती है।
भाजपा ने 2024 के चुनाव को जीतने के लिए एक सर्वे भी लॉंच किया है। इस सर्वे के फ़ीड बैक के आधार पर भी वह 2024 की अपनी रणनीति तैयार करेगी।इसी सर्वे के आधार पर सांसदों के टिकटों का फ़ैसला भी होगा। भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने नमो एप पर शुरू हुए सर्वे को एक्स पर पोस्ट किया। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से यह अपील की है कि वे सरकारी योजनाओं और अपने क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों को लेकर खुलकर अपने विचार रखें। सांसदों के कामकाज पर भी फीडबैक मांगा गया है।
सर्वे में तेरह सवाल पूछे गए हैं। एक सवाल यह भी है कि लोग अपने संसदीय क्षेत्र के तीन महत्वपूर्ण या लोकप्रिय नेताओं के नाम लिख भेजें। सांसदों की उनके क्षेत्र में सक्रियता सक्रियता के बारे में भी राय शुमारी जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार की ओर से शुरू की गई तमाम योजनाओं के साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए गए कामों के संबंध में जनता की राय जानना चाहते हैं।
विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में भी रायशुमारी की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि सरकार किन किन मोर्चों पर सफ़ल रही है और क्या उसकी कमियाँ रह गयी हैं। जनता से मोदी सरकार के समग्र प्रदर्शन और दुनिया में भारत के बढ़ते कदम के बारे में राय जानने की भी कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही बुनियादी ढांचे, कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सशक्तिकरण, राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था आदि के क्षेत्र में मोदी सरकार के ओर से किए गए कामकाज के बारे में भी सवाल पूछा गया है।रायशुमारी में यह भी जानने की कोशिश की जा रही है कि सरकारी योजनाओं से लोग कितने संतुष्ट हैं।
बिजली, पेयजल और राशन वितरण को लेकर भी सवाल पूछा जा रहा है। लोकसभा चुनाव के प्रमुख मुद्दों के संबंध में भी जनता की राय मांगी जा रही है। लोगों से यह जानने की कोशिश की जा रही है कि क्या वे 2024 में भी भाजपा को वोट देने का इरादा रखते हैं?
पार्टी के घोषणा पत्र के बारे में भी सुझाव मांगे जा रहे हैं। इन सुझावों के आधार पर पार्टी का घोषणापत्र तय किया जायेगा। ताकि जनता की राय के मुताबिक चुनावी वादे किए जा सकें । जनता की राय के मुताबिक़ टिकट दिये जा सके। भारतीय जनता पार्टी की तरफ़ से इस बार हालाँकि 350 प्लस सीटें जीतने का लक्ष्य रखा गया है।इस बार सभी सांसदों के मूल्यांकन का आधार वो और उनके लोग केवल नहीं होंगे, सोशल मीडिया भी होगी। जनता की रायशुमारी भी होगी। इसलिए आप सोशल मीडिया पर सक्रिय रहें, और यह मत सोचें कि आप ने किसी तरह जुगाड़ करके बहुत ज़्यादा फ़ालोअर बना लिये हैं, तो वे फ़ालोअर आप को टिकट में मदद कर सकते हैं। सरकार और पार्टी यह भी देख रही है कि आपके सोशल मीडिया पोस्ट पर क्या कमेंट हैं, कितने लोग सक्रिय हैं। और आप सरकारी योजनाओं, सरकारी कमेंट, नरेंद्र मोदी , जगत प्रसाद नड्डा, अमित शाह या दूसरे नेताओं के सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर किस तरह रिएक्टर करते हैं, कितना रिएक्ट करते हैं। अपनी उपस्थिति जनता के बीच भी बनाइये और सोशल मीडिया के बीच भी अगर आप भारतीय जनता पार्टी का टिकट चाहते हैं तो।