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MP News: लोकायुक्त को देखते ही 5000 चबा गया लेखपाल, नोट उगलवाने में पुलिसकर्मी की काट ली उंगली
MP News: मध्य प्रदेश के कटनी जिले से घूसखोरी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जनपद में लोकायुक्त की टीम ने एक लेखपाल को जब रंगे हाथ घूस लेते पकड़ लिया तो वह पांच सौ की नोटों को मुह में रखकर चबा गया।
MP News: मध्य प्रदेश के कटनी जिले से घूसखोरी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जनपद में लोकायुक्त की टीम ने एक लेखपाल को जब रंगे हाथ घूस लेते पकड़ लिया तो वह पांच सौ की नोटों को मुह में रखकर चबा गया। इसके बाद एक पुलिसकर्मी ने जब मुंह से नोट निकालने की कोशिश की तो उसने उंगली काट ली। इसके बाद लोकायुक्त की टीम लेखपाल को लेकर अस्पताल पहुंची।
अस्पताल में निकाले मुंह से नोट
जानकारी के मुताबिक कटनी जनपद के बिलहरी हल्का गांव में पदस्थ लेखपाल गजेंद्र सिंह ने सीमांकन के नाम पर पांच हजार रुपए की रिश्वत मां की थी। पीड़ित रिश्वत लेकर लेखपाल के पास पहुंचा और जैसे ही रिश्वत के पैसे लेखपाल को पकड़ाए। उसी दौरान लोकायुक्त की टीम आ धमकी। टीम को देखकर घूसखोर लेखपाल पांच-पांच सौ के नोट चबा गया। इसके बाद एक कांस्टेबल ने लेखपाल के मुंह से नोट निकालने की कोशिश की तो उसने कांस्टेबल की उंगली काट ली। लोकायुक्त की सात सदस्यीय टीम ने मुंह से नोट निकलवाने के लिए पूरा जोर लगा दिया, लेकिन मुंह से रूपए नहीं निकाले तो उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में कड़ी मशक्कत के बाद लेखपाल गजेंद्र सिंह ने रिश्वत चबाए नोटों को बाहर निकाला।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
वहीं, इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, वायरल वीडियो में लेखपाल को नोट चबाते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को देखने के बाद हर कोई लेखपाल की इस करतूत पर हैरानी जता है कि आखिर वह ऐसा कैसा कर सकता है। हालांकि लोकायुक्त की टीम ने आरोपी लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया है। लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि आरोपी लेखपाल के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं।
पूरा मामला कटनी जिले के बिलहरी हलका का। पीड़ित चंदन लोधी ने पारिवारिक जमीन में विवाद को लोकसेवा केंद्र में आवेदन किया था। सीमांकन करने के नाम पर लेखपाल गजेंद्र सिंह ने पीड़ित से पांच हजार की रिश्वत मांगी। पीड़ित ने लेखपाल से कहा कि वह बेहद गरीब व्यक्ति है, पांच हजार रूपए नहीं जुटा सकता है। लेकिन, लेखपाल ने पीड़ित की एक भी बात नहीं सुनी। इसके बाद पीड़ित ने लेखपाल की शिकायत जबलपुर लोकायुक्त से की। पीड़ित की शिकायत पर ही लोकायुक्त की टीम ने लेखपाल को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ लिया।