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Video: जी 20 समिट में चमका महोबा का कमलम, वीडियो में देखें ये खास रिपोर्ट
Mahoba Lotus Flower Video: पीतल की इस कलाकृति को पूरे खिले हुए कमल के रूप में डिज़ाइन किया गया। इसकी सबसे बाहरी पंखुड़ियों को घुमाकर खोला और बंद किया जा सकता। 50 कमल को बनाने में उन्हें तीन महीने लगे।
Mahoba Lotus Flower Video: आज हम महोबा के एक उस वस्तु की बात करेंगे, जिसे पा कर के G-20 के तमाम मेहमानों की बाँछें खिल गयी। जिसे कमलम नाम दिया गया था। यह हाथ से बनी पीतल की कमल के आकार की अनूठी थी। यह कलाकृति बुंदेलखंड के महोबा में बनाई जाती है। महोबा के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता धातु शिल्पकार मनमोहन सैनी ने इसे तैयार किया था। पांच इंच लंबी कलाकृति में 16 पंखुड़ियां हैं - आठ छोटी और आठ बडी।
यूपी हैंडीक्राफ्ट डेवलपमेंट एंड मार्केटिंग कॉर्पोरेशन द्वारा सैनी को पीतल के 50 कमल तैयार करने के लिए आठ महीने पहले बोला गया था। उनके काम को मिली शोहरत के चलते अब पीतल के काम को एक नया जीवन मिल गया है।
पीतल की इस कलाकृति को पूरे खिले हुए कमल के रूप में डिज़ाइन किया गया। इसकी सबसे बाहरी पंखुड़ियों को घुमाकर खोला और बंद किया जा सकता । सैनी एकमात्र ऐसे कारीगर हैं, जो इन विशेष कमलों को तैयार कर सकते हैं। 50 कमल को बनाने में उन्हें तीन महीने लगे। विशेषज्ञों ने गुणवत्ता नियंत्रण और डिजाइन के लिए निर्माण प्रक्रिया की निगरानी भी की।
सैनी के 'कमल' ने 2016 में उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान आकर्षित किया जब चुनावी एक रैली के दौरान वहाँ के सांसद ने यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गिफ़्ट किया। सैनी ने यह शिल्प अपने पिता ग्यासी सैनी से सीखा, जो कुलपहाड़ में सजावटी पीतल के टुकड़े बनाते थे। उनके दो भाई, आज़ाद सैनी और शिव कुमार सैनी ने भी अपने हुनर में राज्य पुरस्कार जीते हैं। सैनी को उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर कमल की पहचान महोबा की कलाकृति और पीतल दोनों को दोनों को एक बार स्थापित करने में कामयाब होगा।