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Cyber Crime: दस देशों की पुलिस ने साइबर गैंग लॉकबिट का किया सफाया

Cyber Crime: इयॉन के ग्राहकों में दुनिया के सबसे बड़े बैंक और हेज फंड शामिल हैं। लॉकबिट ने इंडस्ट्रियल एंड कमर्शल बैंक ऑफ चाइना और अमेरिकी वित्त मंत्रालय को भी निशाना बनाया है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 21 Feb 2024 8:06 AM GMT
Cyber Crime: दस देशों की पुलिस ने साइबर गैंग लॉकबिट का किया सफाया
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Cyber Crime: दस देशों की पुलिस ने साइबर अपराधियों का एक गैंग "लॉकबिट" का सफाया कर दिया है। लॉकबिट हैकरों का वही गैंग है जिसने पिछले कुछ समय में दुनिया की कई बड़ी कंपनियों पर साइबर हमले किए और धन व संवेदनशील जानकारी चुराकर फिरौती की मांग की थी। लॉकबिट गैंग ने बड़े पैमाने पर डेटा लीक किया और कई कंपनियों को बड़ा नुकसान भी पहुंचाया। अमेरिका समेत 40 देशों के अधिकारियों का एक संगठन इस गैंग को पकड़ने की कोशिश में लगा था।

रूसी नागरिक धरे गए

लॉकबिट का पता 2020 में चला था जब साइबर अपराधियों के रूसी भाषा के कई अड्डों पर इसका मालवेयर पाया गया। अमेरिकी अधिकारियों ने दो रूसी नागरिकों को कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों पर लॉकबिट रैंसमवेयर से हमला करने का आरोपी बनाते हुए मुकदमा दर्ज किया है। पोलैंड और यूक्रेन में भी स्थानीय पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अब बंद हो चुकी एक डार्कवेब साइट पर इस गैंग ने कहा था, हम नीदरलैंड्स से काम करते हैं। हम पूरी तरह नॉनपोलिटिकल हैं और हमारी दिलचस्पी सिर्फ पैसे में है।

सबसे बड़ा खतरा

अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक सिर्फ तीन साल में यह गैंग इंटरनेट पर साइबर हमले कर फिरौती मांगने वाला सबसे बड़ा खतरा बन गया था। सबसे ज्यादा नुकसान इसने अमेरिका में ही किया जहां सरकारी विभागों से लेकर हर क्षेत्र की निजी कंपनियों तक इसने कुल मिलाकर 1,700 संगठनों पर हमले किए। इसके हमले झेलने वालों में रक्षा और विमानन क्षेत्र की कंपनी बोइंग भी है। पिछले साल नवंबर में लॉकबिट ने बोइंग पर हमला करके उसका डेटा चुराया और उसे सार्वजनिक कर दिया। इससे पहले फाइनैंशल ट्रेडिंग ग्रुप इयॉन पर भी हमला हुआ था। इयॉन के ग्राहकों में दुनिया के सबसे बड़े बैंक और हेज फंड शामिल हैं। लॉकबिट ने इंडस्ट्रियल एंड कमर्शल बैंक ऑफ चाइना और अमेरिकी वित्त मंत्रालय को भी निशाना बनाया है।

फिरौती की मांग

इस गैंग के लोग अपने रैंसमवेयर को शिकार संस्थान के कंप्यूटर नेटवर्क में फैला देते हैं, जिससे उस नेटवर्क का पूरा डेटा लॉक हो जाता है। उसके बाद ये अपराधी डेटा अनलॉक करने के लिए फिरौती की मांग करते हैं। अक्सर यह फिरौती क्रिप्टोकरेंसी के रूप में मांगी जाती है।

डार्कवेब पर चेतावनी

डार्क वेब पर लॉकबिट का एक ब्लॉग है जहां उन तमाम संस्थाओं और संगठनों की सूची दी गई है, जिन्हें इस गैंग ने निशाना बनाया। इस सूची में लगभग रोज नया नाम जोड़ा जाता था। उनके नाम के साथ एक घड़ी भी है, जिसका वक्त बताता है कि किस संगठन के पास फिरौती देने के लिए कितना वक्त बचा है।फिरौती की मांग पर मोलभाव भी होता है।

Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During her career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

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