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Nuclear Weapon Video: जानिए किसके पास हैं कितने परमाणु हथियार, देखें Y-Factor योगेश मिश्र के साथ

Nuclear Bomb Video: अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया के नाम शामिल हैं। वैसे, दुनिया में परमाणु हथियारों के ज़ख़ीरे में कमी आ रही है।

Yogesh Mishra
Written By Yogesh Mishra
Published on: 16 Nov 2022 5:56 PM IST (Updated on: 16 Nov 2022 6:00 PM IST)
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Nuclear Weapon: हम जैसे-जैसे विकास और प्रगति करते जा रहे हैं, वैसे-वैसे हमने जीवन के लिए तमाम ख़तरे पैदा कर लिये हैं। और बढ़ा लिये हैं। आज जब देश लड़ते हैं। तो हमारे सामने यह संकट हो जाता है कि कहीं कोई देश परमाणु हथियारों का उपयोग न कर दें। परमाणु हथियारों का उपयोग कितनी ख़तरनाक होगा, यह जापान से जाना और समझा जा सकता है। लेकिन इन सब से सबक़ लिये बिना आज दुनिया में इतने परमाणु हथियार तैयार कर दिये गये हैं कि पल भर में समूची दुनिया तबाह हो सकती है।

स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शांति शोध संस्थान यानी सीपरी हर साल दुनिया भर में हथियारों के बारे में रिपोर्ट तैयार करती है। सीपरी के मुताबिक 2021 की शुरुआत में दुनिया भर में कुल 13,080 परमाणु हथियार मौजूद थे। इनमें से 3,825 परमाणु हथियार सेनाओं के पास हैं । और 2,000 हथियार हाई अलर्ट की स्थिति में रखे गए हैं, यानी कभी भी इनका उपयोग किया जा सकता है।

सीपरी के मुताबिक केवल 9 देशों के पास तबाही का यह हथियार मौजूद हैं। यानी ये देश अपने हाथ में बर्बादी की चाभी लिये हुए घूम रहे हैं। इन देशों में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया के नाम शामिल हैं। वैसे, दुनिया में परमाणु हथियारों के ज़ख़ीरे में कमी आ रही है। इसकी वजह यह है की रुस और अमेरिका ने अपने परमाणु हथियारों के ज़ख़ीरे में कटौती कंपनी शुरू कर दी है।

डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया यानी उत्तर कोरिया ने 2006 में पहली बार नाभिकीय परीक्षण किया था। अनुमान है कि वर्तमान में उसके पास 40-50 परमाणु हथियार मौजूद हैं।इजरायल के पास फिलहाल 90 परमाणु हथियारों के होने की बात कही जाती है। लेकिन उसने परमाणु हथियारों की कहीं तैनाती की ही नहीं है।

यह भी पता नहीं है कि इजरायल ने अपना परमाणु परीक्षण कब और कहाँ किया था। बताया जाता है कि इजरायल में परमाणु हथियार के डेवलपमेंट का काम शिमोन पेरेज नेगेव न्यूक्लियर रिसर्च सेंटर में किया गया है। इजरायल ने बहुत समय तक इसे छिपाए रखा।

भारत के परमाणु हथियारों के जखीरे में कुल 156 हथियार हैं। इन सभी को रिजर्व में रखा गया है । यानी भारत ने परमाणु हथियारों की तैनाती नहीं की है। भारत ने पहली बार नाभिकीय परीक्षण 1974 में पोखरण में किया था।

पाकिस्तान के पास कुल 165 परमाणु हथियार मौजूद हैं। पाकिस्तान ने भी अपने परमाणु हथियारों की तैनाती नहीं की है। उन्हें रिजर्व में रखा है। ब्रिटेन के पास कुल 225 परमाणु हथियार हैं। इनमें से 120 परमाणु हथियारों की ब्रिटेन ने तैनाती कर रखी है। जबकि 105 हथियार उसने रिजर्व में रखे हैं। ब्रिटेन ने पहला बार नाभिकीय परीक्षण 1952 में किया था।

फ्रांस ने 1960 में पहली बार नाभिकीय परीक्षण किया। और फिलहाल उसके पास 290 परमाणु हथियार मौजूद हैं। फ्रांस ने 280 परमाणु हथियारों की तैनाती कर रखी है। और 10 हथियार रिजर्व में हैं।

चीन ने 1964 में पहली बार नाभिकीय परीक्षण किया था। और अब उसके पास कुल 350 परमाणु हथियार मौजूद हैं। चीन ने कितने परमाणु हथियार तैनात किए हैं। कितने रिजर्व में रखे हैं । यह पता लगाना दुनिया भर के लिए बहुत मुश्किल काम है। कहा तो यह भी जाता है कि चीन के पास इससे ज्यादा संख्या में परमाणु हथियार मौजूद हैं।

दुनिया में परमाणु हथियारों की संख्या के लिहाज से अमेरिका दूसरे नंबर पर है। अमेरिका ने 1,800 परमाणु हथियार तैनात कर रखे हैं। जबकि 2,000 हथियार रिजर्व में रखे गए हैं। इनके अलावा अमेरिका के पास 1,760 और भी न्यूक्लियर वार हेड हैं। अमेरिका ने पहली बार 1945 में नाभिकीय परीक्षण किया था। उसके बाद से वह कई बार वह नाभिकीय परीक्षण कर चुका है।

परमाणु हथियारों के मामले में रूस सबसे अव्वल है। उसके पास 6,255 परमाणु हथियार हैं। रूस ने इनमें से 1,625 परमाणु हथियारों को तैनात कर रखा है। बाक़ी के 2,870 परमाणु हथियार रुस ने रिजर्व में रखे हैं। रूस के पास नयूक्लियर वॉर हेड की संख्या 1,760 है।

दुनिया भर में भले ही परमाणु हथियारों की संख्या घट रही हो। लेकिन 2020 की तुलना में रुस में परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ी है। रूस ने 1949 में पहली बार परमाणु हथियार बनाने की क्षमता हासिल की थी। और उसी समय उसने अपना परीक्षण भी किया था।

इस लिहाज़ से देखें तो दुनिया के नौ देशों के पास पूरी दुनिया को तबाह करने का ऐसा हथियार मौजूद है, जिसमें कटौती होनी चाहिए। जिसे ख़त्म होना चाहिए। जिसका उपयोग न हो, इस तरह का प्लेटफ़ार्म तैयार किया जाना चाहिए ।

Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

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