Aligarh News: चलती बस में गूंजी किलकारी, महिला ने बेटी को दिया जन्म

Aligarh News: प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला का रोडवेज बस में सवार 54 यात्रियों, ड्राइवर व कंडक्टर ने पूरी तरह सहयोग दिया।

Lakshman Singh Raghav
Published on: 5 May 2023 12:26 PM GMT (Updated on: 5 May 2023 12:29 PM GMT)
Aligarh News: चलती बस में गूंजी किलकारी, महिला ने बेटी को दिया जन्म
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woman gave birth in bus

Aligarh News: दिल्ली से आजमगढ़ जा रही चलती बस में एक महिला ने नवजात शिशु को जन्म दिया। महिला यात्री ने इस बारे में बस के चालक व कंडक्टर को बताया, जिसके बाद उन्होंने बस को तेजी से सरकारी अस्पताल की तरफ दौड़ाया। लेकिन इससे पहले ही नवजात का जन्म हो चुका था।

यात्रियों ने दिया सहयोग

प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला का रोडवेज बस में सवार 54 यात्रियों, ड्राइवर व कंडक्टर ने पूरी तरह सहयोग दिया। कोई उसे पीने का पानी पहुंचाता रहा तो कोई उसे ढांढस नजर आया। गर्भवती महिला पति के साथ दिल्ली से आजमगढ़ के सगड़ी इलाके को जा रही थी। उसे जेवर टोल प्लाजा के बाद प्रसव पीड़ा हुई। इस दौरान ड्राइवर और कंडक्टर को स्थिति बताई गई। ड्राइवर ने बस सरकारी अस्पताल की तरफ चलाना शुरू किया। बस में मौजूद एक महिला ने प्रसव के दौरान पूरी मदद की। बस के अंदर ही स्वस्थ बच्चे ने जन्म लिया। इस दौरान बस टप्पल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ ने मां और बच्चे को अस्पताल में सुविधा दी। बच्ची के सकुशल जन्म होने पर खुशी का इजहार किया गया। मां और नवजात शिशु के दो घंटे अस्पताल में रेस्ट करने के बाद पूरी सवारियों को बस से आजमगढ़ के लिए रवाना किया गया।

आनंद विहार से आजमगढ़ के लिए हुए थे सवार

बच्चे को जन्म देने वाली मां शशि कला अपने पति पवन के साथ दिल्ली के आनंद विहार बस अड्डे से बस पर बैठी थी। वह अपने गांव आजमगढ़ जाने के लिए शाहगंज डिपो के बस में सवार हुए थे। शशि कला को सात माह का गर्भ था। बस यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर टोल प्लाजा पर पहुंची। तो शशि कला को दर्द का एहसास होने लगा। जेवर टोल प्लाजा पार करने के बाद शशि कला की हालत गंभीर होने लगी। अचानक प्रसव पीड़ा बढ़ने पर बस में शोर-शराबा होने लगा। इस दौरान बस के चालक अनुज दुबे और कंडक्टर बालकृष्ण चौबे ने अस्पताल ले चलने को हामी भर दी। कंडक्टर ने शशि की बस के अंदर बड़ी सीट पर आराम से लेटने के लिए जगह कराई। वहीं चालक को बताया कि रास्ते में जो भी पहला नजदीकी हॉस्पिटल पड़े वहां लेकर चलिए। रोडवेज बस में ही ललिता नाम की एक अन्य महिला ने शशि कला का प्रसव कराने में मदद की। मां शशि कला और बेटी दोनों सकुशल और स्वस्थ हैं।

Lakshman Singh Raghav

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