Akhilesh Yadav Ki Kundali 2023: अखिलेश यादव के लिए कैसा रहेगा आने वाला साल, आइए देखें इनका राशिफल
Akhilesh Yadav Ki Kundali 2023: पिछले दो विस चुनावों में शिकस्त के बाद आगे आने वाले समय में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के लिए कैसा रहेगा राजनीति सफर। सेहत और संबंधों के लिए क्या कह रहा है आने वाला साल जानते है उनकी कुंडली
Akhilesh Yadav Ki Kundali (अखिलेश यादव की कुंडली): समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को विस चुनाव में सता भले नसीब नहीं हुई है। एक समय सब कम उम्र के युवा सीएम के रुप मेंयूपी के सरताज और सता पर आसीन अखिलेश यादव के साथ जनता का भरपूर साथ होने के बाद ऐसा क्या है कि उनकी किस्मत पलटी मार जा रही है और आने वाले साल में कैसा रहेगा भविष्य जानने के लिए देखते है क्या है उनकी कुंडली में।
अखिलेश यादव की कुंडली क्या कहती है? (Akhilesh Yadav Ka Rashifal 2023)
जानते है आने वाले समय में अखिलेश यादव के लिए कैसा रहेगा। अखिलेश यादव की कुंडली विश्लेषण से पता चलता है कि उनकी कुंडली कन्या लगन की है∣ उनकी राशि में मिथुन है∣ उनकी राशि में बुध की महादशा चल रही है। साथ ही शनि की अंतर्दशा होने के कारण फिलहाल सत्ता से दूर रहेंगे। हां गुरु की वजह से थोड़ी बहुत सफलता मिलेगी। 1 जुलाई 1973 को जन्मे अखिलेश यादव की कुंडली में ऐसी ग्रह दशा है।
उनकी कुंडली में चार ग्रहों की युति मिथुन राशि संग है। जिसमें शनि, चंद्र, केतु और सूर्य ग्रह शामिल है। इन ग्रहों का समूह उन्हें आक्रामक, साहसी और इमोशनल अंहकारी भी बनाएगा। शनि-केतु का साथ उनकी कुंडली में दोष भी बना रहा है। साथ ही विष दोष भी चंद्र के साथ होने से उन्हें राजनीतिक में ऊंचे पायदान तक पहुंचने से रोक रहा है।उनकी कुंडली में ग्रहण दोष भी है, जो उनको उतना सफल नहीं बना रहा जितना बनाना चाहिए।
अखिलेश यादव के ग्रहों की चाल
चंद्र बुध के साथ योग उनको थोड़ी बहुत सफलता दिलाएगा। और राजनीति में मजबूत छवि देगा। फिलहाल शनि की ढैय्या भी अवरोध पैदा कर रही है। कई बार उन्हें विरोध झेलने पड़ेंगे। साथ ही केतु की महादशा भी उन्हे 24 तक परेशान करेंगी।राहु और केतु का 12वें और छठें भाव में होने से अखिलेश यादव को ग्रहों के दोष का सामना करना पड़ेगा। जो उनके लिए अच्छा समय लेकर नहीं आया हैं। राजनीति मे स्थिरता और जीत फिलहाल के वक्त में मुश्किल है।शनि की ढैय्या सेहत और संबंधों को लेकर परेशान कर रही है। बहुत से लोग साथ आएंगे और साथ छोड़ भी जायेंगे। मानसिक तनाव से भी गुजरना पड़ सकता है। वर्तमान में केतु की महादशा में सूर्य का अंतर चल रहा है। कुंडली में भी केतु व सूर्य का ग्रहण योग दशम भाव बना हुआ है। यह योग पिता व पुत्र में विक्षोभ कराता है। ज्योतिष बताते हैं कि उनकी जन्मकुंडली में देवगुरु बृहस्पति ग्रह अपनी स्वराशि धनु में राहु के साथ स्थित हैं। जो कि गुरु चांडाल योग का निर्माण करता है। यही कारण रहा कि विधानसभा चुनावों में अखिलेश यादव ने शिकस्त पाई। मतलब कि शुक्र मिथुन और बुध की महादशा कर्क -चंद्रमा से उन्हें भावुकता बढेगी। गुरु- बुध की युति थोड़ी बहुत हत देगी। वे केंद्र की सत्ता की ओर भी बढ़ने का मन बनायेंगे।
जनता के लोकप्रिय,लेकिन सत्ता से रहेंगे दूर
एक बात है कि आने वाले समय में भी वो जनता के लोकप्रिय नेता बनें रहेंगे। लेकिन सत्ता का स्वाद अभी चखने में समय है। उनकी कुंडली का हंस नामक दिव्य पंचमहापुरुष योग उन्हें हमेशा जन समर्थन और प्यार देता रहेगा। इस योग वाले लोगो सब प्रेम करते है उनके शत्रु और विरोधी भी उनका सम्मान करते हैं , परन्तु गुरु के साथ जहा राहु चांडाल योग बना रहा है जिसके कारण समय 2 पर उनके दामन पर दाग लगाने का षड्यंत्रकारी प्रयास करते रहेंगे वही राहु का नीचभंग होकर लग्न में गुरु के साथ होना उन्हें और मजबूत और लोकप्रिय बनाकर स्थापित करता रहेगा लेकिन अभी आने वाले समय में सत्ता उनसे कोसो दूर रहेगी। जिस चंद्रमा और बुध के स्थान परिवर्तन के कारण अखिलेश के राजयोग का निर्माण हुआ था उसी चंद्रमा के अस्त होने के कारण जब भी उनके हाथ सत्ता की बागडोर आएगी तो साथ में मानसिक उलझने भी साथ लाएगी ||
अखिलेश यादव के लिए आगे आने वाले समय में राजनीति में बदलाव शुरू होगा। लेकिन अभी सत्ता में पदासीन होने में वक्त लगेगा। राजनीति में उनकी आलोचना और समालोचना होती रहेगी। ग्रहों के बदलाव के परिणाम स्वरूप सत्ता के करीब भी आयेंगे। तो ग्रहों की चाल को देख कहा जा सकता है कि लाख प्रयासों के बाद भी अभी सत्ता के शीर्ष और सीएम बनने के लिए समय उचित नहीं है।
इस साल मिथुन राशि वालों के लिए अच्छा समय भी है। लेकिन सेहत में उतार -चढ़ाव लगा रहेगा। सफलता-असफलता के बीच पूरा साल आपको परिणाम देता रहेगा। इसलिए सपा नेता अखिलेश यादव को भी ग्रहों की इस स्थिति से दो-चार होना पड़ेगा। साथ हीआने वाले साल- 24तक परेशानियों को झेलने के बाद समय थओड़ा अच्छा होगा और जो 2036 आते-आते बेहतर परिणाम देने लगेगा।