Akshaya Tritiya 2023 Kab Hai:अक्षय तृतीया 2023 कब है, जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त, इतने सालों बाद बन रहा खास संयोग

Akshaya Tritiya 2023 Kab Hai: अक्षय तृतीया 2023 कब है,: अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु की उपासना की जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा और हवन करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। इसी के साथ आपके जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती है।

Update: 2023-03-29 10:36 GMT
सांकेतिक तस्वीर,सौ. से सोशल मीडिया

Akshaya Tritiya 2023 Kab Hai

अक्षय तृतीया 2023 कब है

बैशाख मास शुक्ल पक्ष की तृतीया यानी अक्षय तृतीया है। इस दिन को युगादि तिथि कहा गया है। इस दिन से कई युगों का आरंभ हुआ है और भगवान विष्णु के कई अवतार भी हुए हैं। इस दिन ही भगवान परशुराम का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन परशुराम जयंती भी मनाई जाती है। भगवान परशुराम विष्णु भगवान के छठे अवतार है। कलयुग में आज भी ऐसे 8 चिरंजीव देवता और महापुरुष है जो जीवित हैं। इन्हीं 8 चिरंजीवियों में एक भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम भी हैं। इस बार अक्षय तृतीया की तिथि 22 अप्रैल को पड़ रही है।

अक्षय तृतीया के नियम
अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु की उपासना की जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा और हवन करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। इसी के साथ आपके जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती है। इस दिन विशेष दान पर पवित्र स्नान और तर्पण करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख समृद्धि आती है। इस दिन जौ का दान भी कर सकते हैं। साथ ही जल से भरे घड़े का दान करना भी उत्तम रहता है।

अक्षय तृतीया शुभ मुहूर्त

इस दिन शादी-विवाह और खरीददारी के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया को सर्वसिद्ध मुहूर्त जैसा शुभ माना गया है। जिस तरह से दीपावली के दिन को बहुत ही शुभ मुहूर्त माना जाता है और लक्ष्मी की कृपा प्राप्त के लिए इस दिन का विशेष महत्व होता है। अक्षय तृतीया के दिन लोगों में सोना, चांदी आदि खरीदने की विशेष परंपरा है।

अक्षय तृतीया पर इस बार चार बड़े ग्रहों का शुभ संयोग बन रहा है। पंचांग के मुताबिक अक्षय तृतीया पर चार बड़े ग्रह सूर्य, शुक्र, चन्द्र और राहू उच्च राशि में उपस्थिति रहेंगे। ऐसा योग बेहद दुर्लभ और बहुत ही सौभाग्यशाली होता है। इसके पहले अक्षय तृतीया पर ऐसा संयोग पहले भी बना था। पंचांग के मुताबिक इस वर्ष अक्षय तृतीया पर चार बड़े ग्रह सूर्य, शुक्र, चन्द्र और राहू अपने से उच्च राशि में होंगे। इस बार अक्षय तृतीया बनने वाला सुंदर, शुभ और अद्भुत संयोग बहुत ही शुभ फल देने वाला होगा।

अक्षय तृतीया पर जो भी शुभ कार्य किया जाता है उसका क्षय नहीं होता है। इस दिन सोना खरीदने का बेहद महत्व होता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो भी कोई शख्स शुभ मुहूर्त में अपने घर सोना लेकर आता है उसके घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। इस बार अक्षय तृतीया को सोना खरीदने का शुभ समय सुबह 6:26 बजे से रात्रि 11:47 बजे तक है। 22 अप्रैल को सुबह 7 . 50 मिनट से आरंभ होगी और 23 तारीख को सुबह 7 . 48 मिनट तक रहेगी।

उच्च के चंद्रमा होंगे वृष राशि में होंगे। साथ ही इस दिन आयुष्मान योग होगा, शुभ कृतिका नक्षत्र रहेगा (नक्षत्र स्वामी सूर्य है), सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, अमृत सिद्धि योग और त्रिपुष्कर योग रहेगा। अक्षय तृतीया तिथि का आरंभ 22 अप्रैल को सुबह 7 . 50 मिनट से आरंभ होगी और 23 तारीख को सुबह 7 . 48 मिनट तक रहेगी।


बता दें कि अक्षय तृतीया के दिन से ही चार धाम की यात्रा भी आरंभ होती है। धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो इस दिन किया गया कार्य का फल अक्षय होता है। यानी उसका कभी नाश नहीं होता है। धार्मिक दृष्टि से देखे तो अक्षय तृतीया के दिन दान पुण्य के कार्य करने चाहिए। साथ ही इस दिन सोना खरीदना भी शुभ माना जाता है।


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