Bhagwan Jagannath Ki Katha: भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा जी के रथों की खासियत
Bhagwan Jagannath Ki Katha in Hindi: भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा जी के तीनों रथों को यात्रा के दौरान देखने का एक विशेष महत्व है। इस महोत्सव को "रथ यात्रा" या "चरित्र यात्रा" के नाम से जाना जाता है
Lord Jagannath Rath : भगवान जगन्नाथ जी का रथ
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1. रथ का नाम- नंदीघोष
2. कुल काष्ठ की संख्या-832
3. कुल चक्के-16
4.रथ की ऊंचाई-45 फीट
5. रथ की लम्बाई चौड़ाई-34 फीट 6 इंच
6.सारथि-दारुक
7. रथ का रक्षक-गरुड़
8.रस्से का नाम-शंखचूड नागुनी
9. पताका का रंग-त्रै लोक्य मोहिनी
10. रथ के घोड़ों का नाम-वराह, गोवर्धन, कृष्णा, गोपीकृष्ण, न्रसिंह, राम, नारायण, त्रिविक्रम, हनुमान,रूद्र।
बलदेव जी का रथ
1.रथ का नाम- ताल ध्वज
2.कुलकाष्ठ संख्या-763
3.कुल चक्के-14
4. रथ की ऊंचाई-44 फीट
5. रथ की लम्बाई चौड़ाई-33 फीट
6. सारथि-मातली
7.रथ के रक्षक-वासुदेव
8. रस्से का नाम-बासुकी नाग
9.पताका का रंग-उन्नानी
10.रथ के घोड़ों के नाम-तीव्र ,घोर, दीर्घाश्रम, स्वर्ण नाभ ।।
सुभद्रा जी का रथ
1. रथ का नाम-देव दलन
2. कुल काष्ठ-593
3. कुल चक्के-16
4.रथ की ऊंचाई-45 फीट
5. रथ की लम्बाई चौड़ाई-31 फीट 6 इंच।
6. सारथि-अर्जुन
7. रथ के रक्षक-जय दुर्गा
8. रस्से का नाम-स्वर्ण चूड नागुनी
9. पताका का रंग-नन्द अम्बिका
10. रथ के घोड़ों के नाम- रुचिका, मोचिका, जीत, अपराजिता ।।