Falgun ka Mahina: : फाल्गुन मास इस दिन से शुरू हो रहा है, जानते हैं इस माह के व्रत-त्योहार और किये जाने वाले नियम

Falgun ka Mahina: फाल्गुन का महीना शुरू होने वाला है। इस माह के नियम और व्रत त्योहार कौन से है जानते है...;

Update:2025-02-11 07:30 IST

Falgun Month 2025:हिंदू पंचांग के अनुसार, यह साल का अंतिम महीना होता है, इसका अपना  खास महत्व है। इस दौरान भगवान चंद्रमा की पूजा महत्वपूर्ण मानी गई है। वहीं ज्योतिष शास्त्र में फाल्गुन माह को लेकर कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन करना जरूरी है। तो जानते हैं इस महीने का धार्मिक दृष्टि से नियम और महत्व...

इस साल फाल्गुन मास 13 फरवरी 2025 से शुरू होकर 14 मार्च 2025 को समाप्त होगा। इस महीने में शिव-पार्वती, श्रीकृष्ण और चंद्र देव की विशेष पूजा करने का महत्व होता है। महाशिवरात्रि, होली, विजया-आमलकी एकादशी जैसे प्रमुख त्योहार इसी माह में आते हैं। फाल्गुन मास में किए गए कुछ विशेष कार्य धन, सुख, समृद्धि और मानसिक शांति प्रदान करते हैं, लेकिन कुछ कार्यों से बचना भी आवश्यक होता है।

फाल्गुन मास में क्या करें?

 फाल्गुन मास में श्रीकृष्ण और चंद्र देव की पूजा करें

भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अबीर, गुलाल और रंगों से करें, जिससे चिड़चिड़ापन और क्रोध कम होता है।

चंद्र दोष दूर करने के लिए चंद्र देव की पूजा करें और मोती, दूध, दही, चावल व चीनी का दान करें।

फाल्गुन मास में आर्थिक समृद्धि के लिए सुगंधित इत्र का प्रयोग करें

घर में चंदन का इत्र या रंग-बिरंगे फूल रखें, जिससे शुक्र ग्रह प्रसन्न होता है और आर्थिक लाभ मिलता है।

 फाल्गुन मास में शनि की महादशा से मुक्ति के लिए शिव अभिषेक करें

प्रतिदिन भगवान शिव का जल, दूध, या पंचामृत से अभिषेक करने से शनि दोष कम होता है।

फाल्गुन मास में भोजन करते समय संयम रखें

फाल्गुन मास में रात्रि भोजन में अनाज का प्रयोग कम करें और मौसमी फल एवं सब्जियां अधिक खाएं।

चने का सेवन वर्जित माना गया है, इसे न खाएं।

फाल्गुन मास में ठंडे पानी से स्नान करें

इस माह से ठंड खत्म होने लगती है, इसलिए ठंडे या सामान्य पानी से स्नान करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।

फाल्गुन मास में दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ाने के लिए मोर पंख अर्पित करें

यदि पति-पत्नी के बीच प्रेम कम हो गया है, तो भगवान श्रीकृष्ण को मोर पंख अर्पित करें।

फाल्गुन मास में क्या न करें?

 होलाष्टक के दौरान शुभ कार्य न करें- 7 मार्च से 13 मार्च 2025 तक होलाष्टक रहेगा, इन 8 दिनों में शादी, गृह प्रवेश, नया व्यापार शुरू करने जैसे शुभ कार्य नहीं करने चाहिए।

 मांसाहार और शराब का सेवन न करें-इस माह में सात्त्विक भोजन करना शुभ होता है। मांसाहार और शराब का सेवन करने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।

कटु वचन और बुरे विचारों से बचें-फाल्गुन का महीना जीवन में मिठास भरने का समय होता है, इसलिए इस दौरान क्रोध न करें, कटु वचन न बोलें और मन में बुरे विचार न लाएं।

फाल्गुन माह के व्रत-त्योहार लिस्ट

विजया एकादशी - 24 फरवरी 2025, सोमवार

प्रदोष व्रत- 25 मार्च 2025, मंगलवार

महा शिवरात्रि - 26 फरवरी 2025, बुधवार

फाल्गुन अमावस्या - 27 फरवरी 2025, गुरुवार

फुलैरा दूज - 1 मार्च 2025, शनिवार

आमलकी एकादशी - 10 मार्च 2025, सोमवार

प्रदोष व्रत - 11 फरवरी 2025, मंगलवार

होलिका दहन – 13 मार्च 2025, गुरुवार

होली - 14 मार्च 2025, शुक्रवार

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