जन्माष्टमी स्पेशल : कृष्ण की ये बातें, अमल करने पर जीवन हो जाएगा सफल

श्रीकृष्ण  भगवान विष्णु के 8 वें अवतार है।भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के तौर पर मनाया जाता हैं। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज और कल  हैं।

Update: 2020-08-11 14:18 GMT
जन्माष्टमी स्पेशल : कृष्ण की ये बातें, अमल करने पर जीवन हो जाएगा सफल

लखनऊ: श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के 8 वें अवतार है।भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के तौर पर मनाया जाता हैं। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज और कल हैं। जन्माष्टमी के इस उपलक्ष्य में श्रीकृष्ण के जीवन से सीखने वाली उन बातों के बारे में जानते हैं, तो जीवन में कामयाबी दिलाने में मदद करती हैं।

भगवान के सबसे मोहक और लोकप्रिय अवतारों में कृष्ण अवतार है। लोग कृष्ण को भगवान से ज्यादा आम इंसान मानते हैं, क्योंकि उन्होंने जीवन की परेशानियों को भली-भांं‍ति महसूस किया है। इसी वजह से श्रीकृष्ण की सिखाई गई बातें युवाओं के लिए इस युग में भी काफी महत्वपूर्ण हैं। ये हैं वो बातें जो युवा उद्यमी भगवान कृष्ण से सीखकर अपने जीवन और बिजनेस को सफल बना सकते हैं।

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सुदामा और कृष्ण की दोस्ती

कृष्ण और सुदामा की दोस्ती को कौन नहीं जानता? यह दोस्ती महज दोनों के प्रेम के कारण नहीं, बल्कि एक-दूसरे के प्रति आदर के कारण भी प्रसिद्ध है। किंतु आज के जमाने में दोस्ती के असली मायने कोई नहीं जानता। श्रीकृष्ण ने हमेशा अपने मित्र सुदामा और अर्जुन का साथ दिया था। कृष्ण के जैसा सच्चा साथी शायद ही आज के युग में मिले, लेकिन यदि उद्यमी एक सच्चा साथी और सच्चा दोस्त ढूंढ ले तो इससे उनको बिजनेस करने में आसानी होगी और दोस्तों से कई चीजों में मदद भी मिलेगी। कृष्ण एक शिक्षक, एक कलाकार, एक योद्धा, एक उपदेशक, ज्ञान का महासागर, एक शिक्षार्थी और एक सच्चे प्रेमी थे। इसीलिए उन्हें सभी गुणों का महारथी भी कहा जाता है।

 

सफल बिजनेसमैन

सफल बिजनेस के लिए कई गुणों में मास्टर होना जरूरी है, क्योंकि एक साथ कई भूमिकाओं में हो सकते हैं और छोटे से बड़े हर तरह के काम पर ध्यान देना पड़ सकता है। श्रीकृष्ण का जीवन आम लोगों की जिंदगी से काफी मिलता है। उन्होंने अपना बचपन गोकुल गांव की गलियों में बड़ी सहजता से बिताया, वहां से बाद में उन्‍हें किंगशिप मिली, हालांकि उसके बाद भी उनमें तिल मात्र भी अहंकार नहीं था। ऐसा ही एक युवा उद्यमी को होना चाहिए।

कारोबार से अच्छा

कारोबार से अच्छा पैसा कमाने के बाद उसमे घमंड नहीं आना चाहिए। प्रभावशाली तरीके से अपनी बात समझाना- कृष्ण बचपन से ही एक अच्छा वक्ता और प्रवक्ता थे, उनकी सभा और उपदेशों को सुनने के लिए लोग बहुत लालायित रहते थे। ऐसे ही गुण उद्यमी में होने चाहिए, उन्हें अपने मैसेज और सोच को दूसरों के सामने अच्छे से व्यक्त करना सीखना चाहिए। अच्छे कम्युनिकेटर होने से वह अपने क्लाइंट तक अपनी बातें पहुंचा सकते हैं और अपने प्रोडक्ट या सेवाओं को बेच सकते हैं।

 

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ख़ुशी से जीवन बिताना

कर्म में विश्वास करना कर्मण्‍ये वाधिकारस्ते मां फलेषु कदाचन.. मां कर्मफलहेतुर्भू: मांते संङगोस्त्व कर्मणि.. यह श्लोक प्रर्याप्‍त है यह समझने के लिए कि मनुष्य को व्यर्थ की चिंताएं भूलकर सिर्फ अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए। बिज़नेस उद्यमियों को भी कृष्ण की यह सलाह का पालन कर मेहनत से काम करना चाहिए, बाकि सब ईश्वर के ऊपर छोड़ ख़ुशी से जीवन बिताना चाहिए।

श्रीकृष्ण बचपन से ही नटखट थे, फिर भी वह बेहद शान्त स्वभाव के थे। कृष्ण जी भगवान विष्णु के अवतार थे और वे यह बात जानते भी थे कि कंस मामा उन्हें बार-बार मारना चाहते थे, फिर भी वे शांत रहते थे और समय आने पर कंस के हर प्रहार का मुंह तोड़ दिया। इससे सीख मिलती है कि कठिन समय में भी अपने शान्त स्वभाव का त्याग नहीं करना चाहिए।इस तरह चाहें जीवन का कोई भी क्षेत्

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