Astro News: इन फूलों से जीवन होगा तनावमुक्त, ग्रह रहेंगे शांत, जानें कैसे?

अनार के फूल को शहर में भिगोकर भगवान शिव को अर्पित करने से मनुष्य के सभी कष्ट समाप्त होते हैं। दैनिक जीवन में फूलों का प्रयोग कर मानव काफी हद तक अपने ग्रहों को अनुकूल बना सकता है।

Update:2021-01-28 09:01 IST
कई वेराइटी के फूलों की खुशबू जहां हमें तरोताजा करती है,  वहीं फूलों का उपयोग हम घर और दुकान की पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाने के लिए भी  कर सकते हैं।

लखनऊ: मनुष्य के जीवन में पेड़ पौधों और फूलों का बहुत ही महत्व होता है। यह महत्व केवल घर आंगन को सजाने तक ही सीमित नहीं है। कई वेराइटी के फूलों की खुशबू जहां हमें तरोताजा करती है, वहीं फूलों का उपयोग हम घर और दुकान की पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाने के लिए भी कर सकते हैं।

कई तरह के पौधे एवं फूल न केवल हमारे जीवन को तनावमुक्त करते हैं, बल्कि हमारे जीवन के हर पहलू की खुशी को भी बढ़ाते हैं। इनके साथ ही यदि कोई ग्रह हमारी जिंदगी में परेशानी उत्पन्न कर रहा है तो उन सभी परेशानियों का समाधान हम फूल और उसकी सुगंध के माध्यम से कर सकते हैं।

ग्रह शांति और फूलों का बहुत महत्व

*ज्योतिष में ग्रह शांति और फूलों का बहुत महत्व है। फूल और उनकी सुगंध अनुकूल फल देने वाले ग्रहों को शांत कर सकते हैं। फूलों से संबंधित ग्रहों पर प्रभाव पड़ता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमजोर है तो उसे गुड़हल के फूल को जल में डालकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए, इससे जातक को यश की प्राप्ति होगी।

*इसके साथ ही केसर और गुलाब की सुगंध वाली वस्तुओं का इस्तेमाल भी श्रेयस्कर रहेगा। जन्मकुंडली में चंद्रमा को मजबूत करने के लिए हमें हरसिंगार के फूलों का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे मानसिक शांति मिलती है।

 

रानी के फूल से चंद्रमा मजबूत

*चमेली और रात की रानी के फूल के इत्र का उपयोग भी चंद्रमा को मजबूत करता है। गुड़हल के फूल का इस्तेमाल हमारी मंगल ग्रह की समस्या को दूर कर सकता है। हर प्रकार की कानूनी समस्याओं के समाधान को हल के लिए हनुमान पर गुड़हल के फूल अर्पित करने चाहिए।

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चंपा के पुष्प से ग्रह शांत

बुध ग्रह की शांति के लिए चंपा के पुष्प, तेल और इत्र का प्रयोग कर सकते हैं। गुरु बृहस्पति के कमजोर होने पर केले का पौधा घर में लगाना चाहिए। इसे हम भगवान विष्णु का स्वरुप मानते हैं।

*विवाह संबंधी सभी रुकावटों को दूर करने के लिए केले की पूजा करनी चाहिए। इसके साथ ही केसर और केवड़ा के इत्र का प्रयोग कर हम बृहस्पति की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

 

चंदन और कपूर की सुगंध

*शुक्र ग्रह को सुधारने के लिए चंदन और कपूर की सुगंध का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके साथ ही शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करके भी हम शुक्र ग्रह को मजबूत कर सकते हैं।

*शनि के प्रभाव को हम घर पर लोबान जलाकर दूर कर सकते हैं। साथ ही कस्तूरी का इत्र शनि को मजबूत करता है। छाया ग्रह, राहू-केतु के लिए हम काली गाय का घी और कस्तुरी के इत्र का प्रयोग कर सकते हैं।

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राहू-केतु को नियंत्रित करने में ये फूल

*अनार के पौधे का भी राहू-केतु को नियंत्रित करने में काफी योगदान होता है। अनार के फूल को शहर में भिगोकर भगवान शिव को अर्पित करने से मनुष्य के सभी कष्ट समाप्त होते हैं। दैनिक जीवन में फूलों का प्रयोग कर मानव काफी हद तक अपने ग्रहों को अनुकूल बना सकता है।

 

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