जानिए क्या कहती हैं हाथ की रेखाएं, आप अमीर होंगे या गरीब

हस्तरेखा से किसी व्यक्ति के भविष्य को देखा जा सकता है। इस विधा को सीखना आसान है। बस हमें हथेली पर बनने वाली रेखाओं की जानकारी और उभरे हुए पर्वतों के बारे में मालूम होना चाहिए। इस जीवन में सभी लोग कुछ चीजें ऐसी हैं जिनकी आस लगे रखते हैं। जैसे कि व्यक्ति की मूलभूत सुविधाओं का पूरा होना और साथ ही जीवन में मान-सम्मान मिलना।

Update:2020-05-29 11:51 IST

लखनऊ:हस्तरेखा से किसी व्यक्ति के भविष्य को देखा जा सकता है। इस विधा को सीखना आसान है। बस हमें हथेली पर बनने वाली रेखाओं की जानकारी और उभरे हुए पर्वतों के बारे में मालूम होना चाहिए। इस जीवन में सभी लोग कुछ चीजें ऐसी हैं जिनकी आस लगे रखते हैं। जैसे कि व्यक्ति की मूलभूत सुविधाओं का पूरा होना और साथ ही जीवन में मान-सम्मान मिलना।

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रेखाएं जो हमारे हाथ में दिखाई देती हैं उनका हमारे भविष्य से गहरा संबंध होता है। अगर इन रेखाओं का अध्ययन ध्यान से किया जाए तो हमें हमारे भविष्य में होने वाली घटनाओं की भी जानकारी प्राप्त हो सकती है। वैसे तो हमारे हाथों की सभी रेखाओं को अलग-अलग महत्व दिया गया है। किसी व्यक्ति के पूरे जीवनकाल में उसे कितना मान-सम्मान और पैसा मिलेगा इन सब की भी जानकारी रेखाओं के अध्ययन से मालूम की जाती है। लेकिन इसके लिए हमें हथेली की रेखाओं का ज्ञान होना आवश्यक है।

 

हाथ की खास रेखाएं

*हृदय रेखा हथेली के ऊपरी हिस्से और उंगलियों के नीचे होती है। यह छोटी उंगली से शुरू होती है और तर्जनी उंगली की तरफ बढ़ती है।

*मस्तिष्क रेखा की शुरुआत तर्जनी उंगली के नीचे से होती है जो बाहर के किनारे की ओर बढ़ती जाती है।

*जीवन रेखा अंगूठे और तर्जनी के बीच से निकलती है और कलाई की तरफ यानि मणिबंध तक बढ़ती है।

*हथेली के नीचे का स्थान जिसे हम मणिबंध कहते हैं, वहां से निकलकर जो रेखा मध्यमा उंगली के पास जाती है, वह भाग्य रेखा कहलाती है।

*विद्या रेखा की शुरुआत अनामिका और मध्यमा उंगली के बीच से होती है। यह रेखा अनामिका उंगली की तरफ झुकी होती है।विवाह रेखा छोटी उंगली के नीचे वाले हिस्से में होती है।

*अगर किसी व्यक्ति की हथेली पर रेखाएं अधिक कटी-फटी हैं तो यह उसके लिए अशुभ संकेत नहीं है। जबकि स्पष्ट रेखाएं शुभता को दर्शाती हैं। वहीं हथेली में पर्वतों का उभार जितना होगा उतना ही उस व्यक्ति के लिए अच्छा होगा।

 

पर्वत से जानें

गुरु पर्वत तर्जनी के नीचे वाले हिस्से को कहते हैं। शनि पर्वत मध्यमा के नीचे स्थित होता है। अनामिका के नीचे स्थित पर्वत को सूर्य पर्वत कहते हैं। कनिष्ठा के नीचे वाले पर्वत को बुध पर्वत कहते हैं। अंगूठे के नीचे बना पर्वत शुक्र पर्वत कहलाता है।

* अगर किसी व्यक्ति की हथेली में बुध पर्वत पर एक खड़ी रेखा बनती है तो ऐसे व्यक्ति का घर और समाज में काफी मान सम्मान होता है।

*जिन लोगों का हथेली पर बुध पर्वत उभरा हुआ होता है वह बहुत ही जल्दी दूसरों को अपनी बातों से प्रभावित कर लेता है।

*अगर किसी की हथेली में बुध पर्वत साफ और स्पष्ट होता है तो व्यक्ति सभी सुख प्राप्त करता है।

 

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*- दबा हुआ बुध पर्वत अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसे लोगों के जीवन में हमेशा पैसों की कमी रहती है।

*अगर बुध पर्वत पर कटा हुआ निशान या रेखाओं की जाली बनी होती तो व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता सामान्य स्तर की होती है।

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