इस दिन लगेगा चंद्र ग्रहण, जानिए आप पर क्या होगा असर, हो जाएं सतर्क

5 जून को ज्येष्ठ की मास की पूर्णिमा है ।इस दिन चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है जो भारत में दिखाई नहीं देगा और इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण 5 जून को रात 11 बजकर 15 मिनट पर लगेगा जो 6 जून की सुबह 2 बजकर 34 मिनट पर खत्म होगा। ज्योतिष के अनुसार, ग्रहण का प्रभाव हर राशि पर पड़ता है।

Update:2020-05-30 10:46 IST

लखनऊ 5 जून को ज्येष्ठ की मास की पूर्णिमा है ।इस दिन चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है जो भारत में दिखाई नहीं देगा और इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण 5 जून को रात 11 बजकर 15 मिनट पर लगेगा जो 6 जून की सुबह 2 बजकर 34 मिनट पर खत्म होगा। ज्योतिष के अनुसार, ग्रहण का प्रभाव हर राशि पर पड़ता है। इस समय 6 ग्रह वक्री चल रहे हैं। राहु- केतु के अलावा इस समय शनि, बृहस्पति, शुक्र और प्लूटो ये चारों ग्रह भी वक्री चल रहे हैं। ये चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि पर पड़ने वाला है।

मेष इस राशि के जातक सेहत, धन व तनाव पर ध्यान दें। वाद-विवाद से दूर रहें। ग्रहण विष्णु मंत्र का जाप करें, अपने राशि के स्वामी मंगल को प्रबल करें। ग्रहण काल खत्म होने के बाद किसी गरीब व्यक्ति को गुड़ और चावल का दान करें।

वृष इस राशि के जातक पर ग्रहण का असर रिश्तों पर पड़ेगा और संबंधों में दरार आएगा। किसी के साथ बिजनेस में पार्टनरशिप खत्म हो सकती है। ग्रहणकाल में शुक्र के मंत्रों का जाप करें। ग्रहणकाल के बाद किसी गरीब व्यक्ति को दूध का दान करें।

मिथुन इस राशि के जातक पर कोई बड़ा आरोप लग सकता हैं। प्रेम संबंध में अनबन हो सकता हैं। बहुत सावधान रहने की जरूरत है। मानसिक तनाव हो सकता हैं।धन के मामले में भी संभल कर रहने की जरूरत है। बुध के मंत्रों का जाप करें. ग्रहणकाल गरीब को मीठी खीर दान में दें।

कर्क इस राशि के जातक पर ग्रहण का सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि इस राशि के स्वामी चंद्रमा ही हैं।ये ग्रहण थोड़ी परेशानी ला सकता है। रिश्ते, शिक्षा और संतान इन तीनों तरफ आपको सावधान रहने की जरूरत है। इंद्र गायत्री मंत्र बहुत लाभकारी रहेगा।

 

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सिंह इस राशि के जातक पर ग्रहणकाल के दौरान माता को तनाव हो सकता है, उनकी सेहत पर ध्यान दें। माता के साथ कोई वाद-विवाद करने से बचें। छोटी-छोटी बातों को लेकर भी घर में तनाव हो सकता है। ग्रहणकाल में सूर्य और चंद्रमा के मंत्रों का जाप करना है।गुड़ और चीनी दोनों का दान करें।

कन्या ग्रहण की वजह से इस राशि के जातक के आत्मविश्वास में कमी आएगी। भाई-बहनों के साथ भी संबंध बिगड़ सकते हैं। सेहत का ध्यान रखें। ग्रहणकाल में बुध के मंत्रों का जाप करें।

तुला ग्रहण की वजह से इस राशि के जातक को अपनी वाणी पर बहुत ध्यान देना पड़ेगा। वरना कार्यक्षेत्र में परेशानी आ सकती है। तनाव भी बढ़ सकता है। ग्रहणकाल में शुक्र के मंत्रों का जाप करें। ग्रहणकाल खत्म होने के बाद किसी निर्धन व्यक्ति को घी का दान करें।

वृश्चिक ग्रहण की वजह से इस राशि के जातक को मानसिक तनाव हो सकता है। इस दौरान आध्यात्म की तरफ झुकाव होगा और इससे काफी मदद मिलेगी। इंद्र गायत्री मंत्र का जाप करें। तांबे के लोटे में दूध भरकर शिव मंदिर में रखें।

धनु ग्रहण की वजह से इस राशि के जातक को निर्णय लेने की क्षमता बहुत खराब हो सकती है। किसी भी तरह का नकारात्मक विचार ना लाएं। जातक का झुकाव आध्यात्म की तरफ होगा। बृहस्पति मंत्र का जाप करें।

 

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मकर ग्रहण की वजह से इस राशि के जातक को धन लाभ में कमी होगी। जीवनसाथी से रिश्ते खराब हो सकती है। शनि के मंत्रों का जाप करें। सरसों का तेल गरीब व्यक्ति को दान करें।

कुंभ ग्रहण की वजह से इस राशि के जातक के पिता के सेहत खराब हो सकती हैं। ऑफिस में चरित्र को लेकर कोई महिला आरोप लगा सकती है। शनि के मंत्रों का जाप करें।

मीन ग्रहण की वजह से इस राशि के जातक को वाहन और यात्राओं से जुड़ी समस्या आ सकती है। बच्चों के सेहत पर विशेष रूप से ध्यान दें।ग्रहणकाल के दौरान बृहस्पति मंत्र का जाप करें

कुल मिलाकर संक्षेप में मेष, सिंह, कन्या, कुंभ राशि के लिए ग्रहण शुभ फल देने की स्थिति में रहेगा। इन लोगों को भाग्य का साथ मिल सकता है। वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन राशि के लोगों को सतर्क रहकर काम करना होगा। इन लोगों के लिए बाधाएं बढ़ सकती हैं।

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