Mantra Sadhna: श्री राम मंत्र साधना, वो मन्त्र जिससे युधिष्ठिर पुनः राजा बनें
Mantra Sadhna: इस राम के मंत्र जप का विधान 3 महीनें करने के पश्चात् युधिष्ठिर को अपना राज्य पुनः प्राप्त हुआ था।
Mantra Sadhna: अत्यंत सौभाग्यशाली दुर्लभ भगवान श्रीराम का वो मन्त्र जिससे युधिष्ठिर राजा बनें। यह मंत्र भगवान् श्री कृष्ण ने पाण्डुपुत्र युधिष्ठिर को दिया था और यह मंत्र सर्व अभीष्ट फलों को प्रदान करने वाला मंत्र है। इस राम के मंत्र जप का विधान 3 महीनें करने के पश्चात् युधिष्ठिर को अपना राज्य पुनः प्राप्त हुआ था।
यह मंत्र एक सर्वश्रेष्ठ मंत्र है और गोपनीय है । इस राम के मंत्र के पुश्चरण में 10 लाख मन्त्र जप का विधान है । मंत्र के दशांश का होम , होम के दशांश का तर्पण, मार्जन व् ब्राह्मण को भोजन कराया जाता है । ऐसा करने से मंत्र सिद्धि को प्राप्त होता है।
चमेली के पुष्पों से 1008 बार हवन करने से किसी को भी वश में किया जा सकता है।
धन सम्पदा के लिए कमल के पुष्पों से 1008 बार यज्ञ करे।
देवी देवताओं और सारे संसार का वशीकरण करने के लिए नील कमल के पुष्पों से 1008 बार होम करे।
पीड़ित रोगी को रोगों से मुक्ति के लिए दूर्वा से 108 बार होम करे और अभिमंत्रित जल उस रोगी को पिलाने से रोग मुक्ति होती है |
अभिमंत्रित जल के सेवन से व्यक्ति आरोग्यवान, बुद्दिमान और जीवन में सफल होता है |
ये साधना स्फ़टिक की माला से करनी चाहिए।
श्री राम मंत्र प्रयोग
इसका विधान निम्नानुसार है:➖
विनियोग➖
अस्य मंत्रस्य वसिष्ठ ऋषिः।विराट् छन्दः। सीतापाणिपरिग्रहे श्रीरामो देवता। हुं बीजम्। स्वाहा शक्तिः। चतुर्विधपुरुषार्थसिद्धये जपे विनियोगः।
ऋष्यादिन्यास➖
ॐ वशिष्ठऋषये नमः शिरसि॥
विराट्छन्दसे नमः मुखे॥
सीतापाणिपरिग्रहे श्रीरामदेवतायै नमः हृदि॥
हुं बीजाय नमः गुह्ये॥
स्वाहा शक्तये नमः पादयोः॥
विनियोगाय नमः सर्वाङ्गे।
करन्यास➖
ॐ क्लीं अंगुष्ठाभ्यां नमः ॥
ॐ क्लीं तर्जनीभ्यां नमः ॥
ॐ क्लीं मध्यमाभ्यां नमः ॥
ॐ क्लीं अनामिकाभ्यां नमः ॥
ॐ क्लीं कनिष्ठिकाभ्यां नमः ॥
ॐ क्लीं करतलकरपृष्ठाभ्यां नमः ॥
श्री राम मंत्र
।।हुं जानकी वल्लभाय स्वाहा।।
( लेखिका प्रख्यात ज्योतिषी हैं ।)