ऐसे लोगों का होता है भाग्योदय, इन्हें जरूर करनी चाहिए शादी, जानिए और भी....

ज्योतिष में हस्तरेखा ज्योतिष का बड़ा महत्व माना गया हैं जो कि व्यक्ति के भविष्य के बारे में कई तरह की जानकारियां देता हैं। हथेली पर बनने वाली रेखाएं और आकृतियों से आने वाले समय और उसके भाग्य के बारे में जाना जा सकता हैं।

Update:2020-02-26 06:34 IST

जयपुर: ज्योतिष में हस्तरेखा ज्योतिष का बड़ा महत्व माना गया हैं जो कि व्यक्ति के भविष्य के बारे में कई तरह की जानकारियां देता हैं। हथेली पर बनने वाली रेखाएं और आकृतियों से आने वाले समय और उसके भाग्य के बारे में जाना जा सकता हैं। इसी के साथ ही देखा जाता हैं कि कई लोगों की हथेली में ऐसे निशान पाए जाते हैं जो दर्शाते हैं कि व्यक्ति की किस्मत उनकी शादी के बाद उज्जवल होगी। जानते हैं इसके बारे में।

साफ और स्पष्ट

समुद्रशास्त्र में हथेली में सबसे छोटी उंगली के नीचे बुध पर्वत होता है। बुध पर्वत के अंत में कुछ आड़ी रेखाएं होती हैं। इस रेखा को विवाह रेखा कहते है। किसी भी व्यक्ति के प्रेम प्रसंग एवं वैवाहिक जीवन का आंकलन इसी रेखा की बनावट के आधार पर लगाया जाता है। यह रेखा जितनी साफ और स्पष्ट होती है वैवाहिक जीवन उतना ही अच्छा होता है।

 

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रेखा शनि पर्वत तक जाए

हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार शुक्र पर्वत (अंगूठे की नीचे की हिस्सा) से कोई रेखा निकलकर शनि पर्वत पर पहुंचती है तो विवाह के बाद व्यक्ति का भाग्योदय होता है। हथेली के बीच में मस्तिष्क रेखा से निकलकर कोई रेखा शनि पर्वत तक जाए तो बहुत ही अच्छी मानी जाती है। ऐसे लोगों का भाग्य भी शादी के बाद बदलता है।

सबसे लंबी और साफ

माना जाता है कि हथेली में बुध पर्वत पर जितनी आड़ी रेखाएं होती है व्यक्ति के उतने ही प्रेम प्रसंग हो सकते हैं। धुंधली एवं अस्पष्ट रेखाओं का इन मामलों में विचार नहीं किया जाता है। यहां पर जो रेखा सबसे लंबी और साफ होती है उसे विवाह रेखा माना जाता है। अन्य रेखाओं को प्रेम प्रसंग के रूप में माना जाता है।

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व्यक्ति का भाग्योदय

अंगूठे के नीचे जीवन रेखा से घिरा होता है शुक्र पर्वत। अगर इस स्थान से कोई रेखा निकलकर शनि पर्वत पर पहुंचती है तो विवाह के बाद व्यक्ति का भाग्योदय होता है। ऐसा व्यक्ति किसी कला के माध्यम से अपना नाम कमाता है, लेकिन इनके जीवन पर कई बार संकट के बादल मंडराते हैं। इसका कारण है कि भाग्य रेखा जीवनरेखा को काटकर आगे बढ़ती है। ऐसे में उतार-चढ़ाव के साथ व्यक्ति के जीवन में मुश्किलें आती रहती हैं। हथेली के मध्यम में मस्तिष्क रेखा से निकलकर कोई रेखा शनि पर्वत तक जाना बहुत ही उत्तम होता है। ऐसा व्यक्ति सामान्य परिवार में जन्म लेकर भी अपनी योग्यता और लगन से सफलता के शिखर पर पहुंच जाता है। शनि पर्वत पर जाकर यह रेखा दो भागों में बंट जाए तो यह उत्तम फल देने वाली होती है।

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