Narendra Modi ki Kundli: नरेंद्र मोदी के लिए साल 2023 कैसा रहेगा, राजनीतिक के साथ जानें उनकी सेहत का हाल

Horoscope 2023 Narendra Modi ki Kundli : पीएम नरेंद्र मोदी की कुंडली के लिए विश्लेषण से पता चलता है कि आने वाला साल 2023-24 उनके लिए बेहतरीन अवसर दे रहा है। जो 2028 तक चलेगा। पीएम मोदी की कुण्डली में कई शुभ योग बने हुए हैं। जैसे गजकेसरी योग, मूसल योग, केदार योग, रूचक योग, वोशि योग, भेरी योग, चंद्र मंगल योग, नीच भंग योग, अमर योग, कालह योग, शंख योग तथा वरिष्ठ योग जो उन्हें शीर्ष पर बिठाये है जानते है साल 2023 कैसा रहेगा उनके जीवन में....

Update: 2022-12-31 03:22 GMT

सांकेतिक तस्वीर, सौ. से सोशल मीडिया

Horoscope 2023 Narendra Modi ki Kundli: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को है।लगातार दो बार देश के प्रधानमंत्री बने है। नरेंद्र मोदी की कुंडली में गुरु चंद्रमा के योग से 2024 में शनि की साढ़े साती चलेगी, इस समय वे फिर से पीएम बनकर आएंगे।  आने वाला साल भी शांति से बितेगा। क्योंकि  पीेम मोदी ती ताजपोशी के समय भरणी नक्षत्र, शोभन योग, तुला लग्न और मेष राशि के चन्द्र की यात्रा के मध्य बनी सरकार का लग्न तुला है और लग्न में शनि, राहू बैठे हैं। आने वाला साल पीएम मोदी के लिए अपार संभावनाएं लेकर आ रहा है।  उनका 73 वां और 74वां जन्मदिन भी उनके लिए बेहतरीन साबित होगा। उनके नेतृत्व में  जीत के साथ हार का भी सामना करना पड़ेगा। आने वाला साल 2023 मोदी जी के लिए उतार-चढ़ाव और गठजोड़ का रहेगा। विश्व पटल पर नए कीर्तिमान भी बनेंगे।

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए साल 2023-24  कैसा रहेगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए साल 2023 कैसा रहेगा , ज्योतिषीय दृष्टि से जानते हैं कि इनके लिए अगला एक साल कैसा रहने वाला है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केलिए आने वाला साल उनके जीवन के एक बड़े परिवर्तनकारी समय में प्रवेश करेंगे। किसी के लिए  भी  ज्योतिष में  30 , 36 ,48 , 60 तथा 72 वर्ष की आयु के समय को जीवन में बड़ा परिवर्तनकारी होता है l ऐसे में 73 वर्ष की आयु के आस-पास जातक के जीवन में उनके स्वस्थ्य और वैचारिक स्थिति में बड़े आमूलचूल परिवर्तनों के होने की संभावना बन जाती है।

17 सितंबर 1950 को दोपहर के समय वडनगर, मेहसाणा गुजरात में पैदा हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन्म कुंडली वृश्चिक लग्न की है जिसमें बन रहा चंद्रमा और मंगल का 'लक्ष्मी योग' उनको पिछले दो दशकों से, पहले गुजरात और फिर दिल्ली में सत्ता सदन का सुख दे रहा है। पीNarendra Modiएम मोदी की जन्म कुंडली में गजकेसरी योग, वरिष्ठ योग भेरी योग, चंद्र मंगल योग, अमर योग, कालह योग, शंख योग है। जो उन्हे नेतृत्व की क्षमता देता है। उनकी कुंडली में बृहस्पति का केंद्र में होना और मंगल का स्वराशि में होना बहुत अच्छा प्रबंधन करने के गुण हैं। ऐसे में व्यक्ति को बहुत बड़ी मात्रा में जनसमर्थन और जनता का सहयोग प्राप्त होता है।साल 2024 में शनि की साढ़े साती के समय उनकी कुंडली में मंगल होने से फिर उन्हें पीएम बनने का मौका मिलेगा। और संभावना सहित 2028 तक देश का नेतृत्व करेंगे और फिर राहु की महादशा में नेतृत्व परिवर्तन होगा पार्टी वही रहेगी ।

क्या कहती हैं पीएम नरेंद्र मोदी की कुंडली?

श्री नरेन्द्र मोदी जी की जन्म कुंडली वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि की है । मोदी जी की पत्रिका में वृश्चिक लग्न का स्वामी मंगल लग्न में , उनकी राशि का स्वामी मंगल लग्न में और सूर्य लग्न जोकि कन्या है उसका स्वामी बुध भी सूर्य लग्न में है तीनों लग्नों के स्वामी लग्न में ये एक अदभुत राजयोग है जो मोदी जी को शानदार शक्सियत का मालिक साहसी ,महत्वाकांक्षी , और असाधारण बनाता है ऐसे व्यक्ति कुछ ठान ले तो पीछे नहीं हटते , नोट बन्दी हो या कृषि कानून या चीन के साथ बॉर्डर विवाद या सर्जिकल स्ट्राइक हो , मोदी जी ने बार बार दिखाया की कैसे कठिन और विपरीत परिस्थिति में भी अडिग राहा जाता है।

मोदी जी की कुण्डली में कई शुभ योग और राजयोग बने हुए हैं। जैसे गजकेसरी योग, मूसल योग, केदार योग, रूचक योग, वोशि योग, भेरी योग, चंद्र मंगल योग, नीच भंग योग, अमर योग, कालह योग, शंख योग तथा वरिष्ठ योग आदि , जिन्होंने मोदी जी को देश विदेश में मशहूर किया और इतना प्रभावशाली प्रधानमंत्री बनाया । मोदी जी की कुण्डली में कर्म और स्टेटस भाव का स्वामी सत्ता कारक सूर्य एकादश भाव में एकादश भाव के स्वामी बुध के साथ बुधादित्य योग में है जो मोदी जी को कर्म से सफलता दिलाने में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। नवम भाव का स्वामी चंद्र लग्नेश के साथ बैठकर पूर्व जन्मों के प्रताप और माता के आशीर्वाद से विशेष सफलता दिलवा रहा है मोदी जी भाग्य के घोड़े पर सवार है और रहेंगे ।

बता दें कि पीएम मोदी की कुंडली असाधारण है,जो उन्हें असाधारण व्यक्तित्व का मालिक बनाता है।कुंडली के लग्न में लग्नेश मंगल, भाग्येश चंद्रमा के साथ, पराक्रमेश और सुखेश शनि कर्म भाव में सप्तमेश और व्ययेश शुक्र के साथ, राहु पंचम भाव में शत्रु सूर्य के घर में और बुध एकादश में स्वाग्रही होकर मित्र सूर्य और केतु के साथ विराजमान है। लग्न का स्वग्रही मंगल इन्हें अदम्य साहस, ऊर्जावान, हिम्मती और सक्र‍िय बना कर विरोधियों के हर दांव का करारा जवाब देने वाला बनाता है।

मोदी जी दो बार प्रधानमंत्री रह चुके है उनकी कुंडली में 3 बार प्रधानमंत्री बनने के योग है। प्रधानमंत्री मोदी का लग्नेश मंगल लग्न में चंद्रमा के साथ युति है। चंद्र-मंगल युति यानी नवमेश और लग्नेश का संबंध उनकी कुंडली में राजयोग है और इन दोनों ग्रहों की युति को किसी भी कुंडली में एक अच्छा धन योग मानते है। शुक्र-शनि का भी साथ अच्छा है।

कुंडली में सूर्य दशम भाव और एकादश भाव में विराजमान हैं, जिसके साथ ही उच्च का बुध बैठा है। देश-विदेश में प्रधानमंत्री मोदी के प्रति सम्मान और उनके प्रभाव में वृद्धि होगा। पीएम मोदी अभी भी पूरी दुनिया में अपना प्रभाव बढ़ाने में कामयाब हो सकते हैं।

पीएम मोदी का जन्म गुजरात में हुआ था, उन्होंने बहुत संघर्ष और दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर यह मुकाम पाया है। आज देश और दुनिया में मोदी जी की चर्चा है। उनके जन्मदिवस पर जानते हैं कि पीएम मोदी की कुंडली में ऐसा क्या है जो राजनीतिक में उनकी तुती बोलती है। लगातार उनका वर्चस्व बढ़ता जा रहा है।

ऐसी है पीएम नरेंद्र मोदी की कुंडली

नाम – नरेंद्र दामोदरदास मोदी

जन्म स्थान – बड़नगर, गुजरात

जन्म तिथि – 17 सितंबर 1950

जन्म समय – गुप्त ( पूर्वाह्न 11 बजे )

राशि लग्न- वृश्चिक- स्वामी

मंगल राशि - वृश्चिक- स्वामी मंगल

 पीएम मोदी क्यों नहीं हारे एक भी  चुनाव

धन और वाणी भाव का स्वामी वक्रीय गुरु चतुर्थ भाव में है पराक्रम भाव का स्वामी और चतुर्थ जनता का सपोर्ट , जनता का प्यार चतुर्थ भाव स्वामी शनि दशम भाव में है जो मोदी जी को अदभुत वाणी और भाषण देने की कला का स्वामी बनाता है मोदी जी की कम्युनिकेशन स्किल्स की दुनिया मुरीद है । 2 3 4 5 10 भाव का सम्बन्ध शनि और गुरु मिलकर बना रहे है शनि यहां अपने भाव चतुर्थ को देख रहा है और गुरु कर्म भाव को देखकर राजनीति में जनता के सपोर्ट से सफलता दे रहे है यहां शुक्र 7 भाव का भी साथ मिल रहा है राजनीति में सफलता के लिए 3 4 6 7 9 10 11 भाव अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है जो मोदी जी की कुण्डली से जगजाहिर होता है। मोदी जी की कुण्डली में मार्च 2011 से चन्द्र की भागेश की दशा चल रही है । श्री नरेन्द्र मोदी जी की जन्म कुंडली वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि की है ।

मोदी जी की पत्रिका में वृश्चिक लग्न का स्वामी मंगल लग्न में , उनकी राशि का स्वामी मंगल लग्न में और सूर्य लग्न जोकि कन्या है उसका स्वामी बुध भी सूर्य लग्न में है तीनों लग्नों के स्वामी लग्न में ये एक अदभुत राजयोग है जो मोदी जी को शानदार शक्सियत का मालिक साहसी ,महत्वाकांक्षी , और असाधारण बनाता है ऐसे व्यक्ति कुछ ठान ले तो पीछे नहीं हटते , नोट बन्दी हो या कृषि कानून या चीन के साथ बॉर्डर विवाद या सर्जिकल स्ट्राइक हो , मोदी जी ने बार बार दिखाया की कैसे कठिन और विपरीत परिस्थिति में भी अडिग राहा जाता है। मोदी जी की कुण्डली में कई शुभ योग और राजयोग बने हुए हैं। जैसे गजकेसरी योग, मूसल योग, केदार योग, रूचक योग, वोशि योग, भेरी योग, चंद्र मंगल योग, नीच भंग योग, अमर योग, कालह योग, शंख योग तथा वरिष्ठ योग आदि , जिन्होंने मोदी जी को देश विदेश में मशहूर किया और इतना प्रभावशाली प्रधानमंत्री बनाया ।

राजनीति का ऐसा योग जिसके कारण मोदी जी आज तक कोई चुनाव नहीं हारे मोदी जी की कुण्डली में कर्म और स्टेटस भाव का स्वामी सत्ता कारक सूर्य एकादश भाव में एकादश भाव के स्वामी बुध के साथ बुधादित्य योग में है जो मोदी जी को कर्म से सफलता दिलाने में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। नवम भाव का स्वामी चंद्र लग्नेश के साथ बैठकर पूर्व जन्मों के प्रताप और माता के आशीर्वाद से विशेष सफलता दिलवा रहा है मोदी जी भाग्य के घोड़े पर सवार है और रहेंगे ।

सांकेतिक तस्वीर, सौ. से सोशल मीडिया

2023 में पीएम  मोदी  की  स्वास्थ्य का हाल

 अभी  पीएम मोदी की कुंडली में  मंगल गुरु की विंशोत्तरी दशा अप्रैल 2022 से मई 2023 तक है। मंगल लग्न और छठे भाव के अधिपति हैं तथा गुरु दूसरे (धन) तथा पंचम (नीतिगत निर्णय और मंत्रणा) भाव के स्वामी होकर आगामी कुछ महीनों में उनके द्वारा देश में नयी आर्थिक नीति लागू करने, बैंकिंग सेक्टर में बड़े बदलाव, आर्थिक अनियमिताओं और धन संबंधी भ्रष्टाचार के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही का ज्योतिषीय संकेत दे रहे हैं। लेकिन अंतर्दशानाथ गुरु वक्री हैं तथा पाप ग्रह मंगल के नक्षत्र में होकर मंगल और शनि दोनों की दृष्टि से पीड़ित है अतः स्वस्थ्य संबंधी कुछ परेशानी तथा अनहोनी घटनाओं की आशंका भी बनी रहेगी।

2023 में पीएम मोदी को सावधान रहने की जरूरत

साल 2023 में आने वाले समय में आर्थिक निवेश और पड़ोसी देशों के साथ विश्व पटल पर चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। लग्न में बैठे मंगल की सप्तम भाव और दशम में बैठे शनि की भी सप्तम भाव पर दृष्टि युद्ध का सामना करने का योग बना रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की कुंडली में सप्तम भाव के स्वामी शुक्र की अन्तर्दशा भी चल रही है तो ऐसे में आने वाले समय में सीमा विवाद को लेकर आमना-सामना करना पड़ सकता है। देश के अंदर पर सफलता और असफलता का सामना करवायेगा। साथ ही पीएम मोदी के नेतृत्व में कई विधानसभा चुनावों में सफलता अर्जित करेंगे।

2023 में मोदी की कुंडली का संकेत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की  कुंडली वृषभ लग्न की है जिसमें चंद्रमा और मंगल का योग बन रहा है l मुंथा इस साल कुंडली में सप्तम भाव में होकर उनके द्वारा देश की विदेश नीति में नयी आक्रामकता और चुनौतियों का सामना करने का ज्योतिषीय संकेत दे रही है। प्रधानमंत्री मोदी की वर्ष कुंडली में सप्तम भाव में स्थित मुंथा पर पड़ रही मंगल की दृष्टि विदेशनीति में नई चुनौतियों का स्पष्ट संकेत है। कुण्डली में पंचम भाव में धनेश और पंचमेश बुध का चतुर्थ भाव के स्वामी सूर्य के साथ बड़ा राजयोग बन रहा है जिसपर लाभ भाव से पड़ रही गुरु की दृष्टि आर्थिक नीति में बड़े सुधारों, कारोबार की सुगमता बढ़ाने की नयी नीति तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के विनिवेश से धन जुटाने के प्रधामंत्री मोदी के प्रयासों का ज्योतिषीय संकेत है।

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