नवरात्रि स्पेशल: मां दुर्गा का पहला भक्त, सबसे पहले की थी देवी पूजा

नवरात्रि और सितम्‍बर-अक्‍टूबर माह यानि अश्विन सबसे महत्वपूर्ण है । शास्त्रों के अनुसार आश्विन माह में मनाई जाने वाली नवरात्रि पूजा की शुरूआत भगवान राम ने की थी, जब वह रावण से युद्ध करने जा रहे थे।

Update: 2020-10-14 05:29 GMT
 क्‍या आपको पता है कि दुर्गा पूजा क्‍यूं की जाती है? सबसे पहली बार दुर्गा पूजा किसने की थी? दुर्गा पूजा किसने और कब शुरू की है।

लखनऊ: शारदीय नवरात्र देश में धूमधाम से मनाया जाता है इसमें हर इलाके की अपनी सांस्कृतिक विशेषताएं जुड़ी होती हैं। पश्चिम बंगाल से लेकर गुजरात तक देवी दुर्गा की आराधना की जाती है। इस बार 17 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो रही है। ये पर्व 9 दिन तक चलता है जिसमें श्रद्धालु व्रत रखते हैं और देवी दुर्गा की आराधना करते हैं। हर पूजा की तरह मां दुर्गा की भी अपनी मान्यता है। क्‍या आपको पता है कि दुर्गा पूजा क्‍यूं की जाती है? सबसे पहली बार दुर्गा पूजा किसने की थी? दुर्गा पूजा किसने और कब शुरू की है।

 

भगवान राम ने इस समय की थी मां दुर्गा की पूजा

 

पौराणिक कथाओं के अनुसार, दुर्गा पूजा की शुरूआत भगवान राम ने की थी। वैसे तो साल में 4 नवरात्रि होती है, लेकिन चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि का खास महत्व है। इसे साल में दो बार मनाया जाता है। साल में चैत्र और आश्विन माह में मनाई जाती है, जिसमें चैत्र में मनाई जाने वाली नवरात्रि और सितम्‍बर-अक्‍टूबर माह यानि अश्विन सबसे महत्वपूर्ण है । शास्त्रों के अनुसार आश्विन माह में मनाई जाने वाली नवरात्रि पूजा की शुरूआत भगवान राम ने की थी, जब वह रावण से युद्ध करने जा रहे थे।

 

 

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सोशल मीडिया से फोटो

बीच साल में ही किया देवी दुर्गा का आह्वान

रावण से युद्ध करने से पहले भगवान राम, मां दुर्गा का आर्शीवाद पाना चाहते थे, ताकि वह लंका पर विजय पा सकें और अपनी पत्‍नी सीता को रावण से मुक्‍त करा सकें, लेकिन इसके लिए वह और 6 महीने प्रतीक्षा नहीं कर सकते थे, इसलिए उन्‍होंने बीच साल में ही देवी दुर्गा की पूजा कर दी, इसीलिए कई क्षेत्रों में इस माह की नवरात्रि को ‘अक्‍ल बोधान’ भी कहा जाता है।

 

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मां दुर्गा को चढ़ाने गए थे अपनी आंख

इस पूजा में भगवान राम ने देवी दुर्गा को 108 कमल फूल अर्पित किया था और 108 दीये जलाए थे। कहा जाता है कि इस पूजा के दौरान एक दानव ने उन 108 फूलों में से एक फूल को चोरी कर लिया था, तो भगवान ने पूजा पूरी करने के लिए अपनी एक आंख को चढ़ाने का संकल्प किया। लेकिन इससे पहले ही देवी दुर्गा प्रकट हो गई और उन्‍होंने भगवान राम को विजय का वरदान दिया। नवरात्रि के नवें दिन, भगवान राम ने रावण का वध कर दिया था। इस तरह आश्विन माह की नवरात्रि पूजा शुरू हुई।

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