Sawan Ka Tisra Somvar: सावन का तीसरा सोमवार है खास, इस समय जलाभिषेक के साथ करें इस मंत्र से शिव का आहवान

Sawan Ka Tisra Somvar:सावन का तीसरा सोमवार 24 जुलाई को है। इस दिन पूजा व्रत और शिव उपासना का बहुत महत्व है। जानते हैं सोमवार व्रत के बारे में

Update: 2023-07-22 07:35 GMT
Sawan Ka Tisra Somvar: सांकेतिक तस्वीर, सोशल मीडिया

Sawan Ka Tisra Somvar: सावन तीसरा सोमवार (Monday ) आने वाला है।जो शुक्ल पक्ष में पड़ रहा है।24 जुलाई को अधिक मास में सावन का तीसरा सोमवार है। इस दिन रवि और द्विपुष्कर योग ( Dwipushkar yog) के साथ अभिजीत मुहूर्त भी रहेगा। इस समय जलाभिषेक के लिए अति उत्तम है।

धर्म शास्त्रों में सोमवार के दिन भगवान शिव और माता पार्वती को प्रिय है। इस दिन का विशेष महत्व है। कालांतर में माता पार्वती ने भगवान शिव की कठिन तपस्या की थी। कठिन तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने माता पार्वती को अर्धांगिनी रूप में स्वीकार्य किया था। अविवाहित जातक शीघ्र विवाह के लिए भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। वहीं, विवाहित स्त्रियां सुख, संतान और सौभाग्य की प्राप्ति हेतु शिवरात्रि का व्रत करती हैं। सोमवार करने के कई कठोर नियम हैं। इन नियमों का पालन करने से व्रत पूर्ण होता है। अगर आप भी इच्छित वर की प्राप्ति हेतु सावन सोमवार का व्रत कर रहे हैं, तो व्रत नियमका पालन जरूर करें

सोमवार की पूजा विधि

सोमवार के दिन सूर्योदय से पहले उठें और भगवान शिव और माता पार्वती का मन में ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प करें। इसके बाद गंगाजल मिले हुए पानी से स्नान करें, फिर नए या फिर साफ-सुथरे कपड़े पहन कर तैयार हों। अब शिवलिंग पर जल अर्पित करें, बेल पत्र, धतूरे का फल, अक्षत, चंदन, मिश्री और सफेद फूल की माला चढ़ाएं। हाथों में फूल रख कर शिवजी के मंत्र का जाप करें।

सोमवार को इस मंत्र से करें आह्वान

कर्पूरगौरं करुणावतारम् संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् !

सदा वसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि !!

सावन सोमवार के दिन क्या करें

सोमवार के दिन स्नान-ध्यान कर सर्वप्रथम गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करें। तत्पश्चात, कच्चे दूध से अभिषेक करें। अंत में सामान्य जल में बेलपत्र और सुगंध मिलाकर अर्घ्य दें। आप चाहे तो पीतल के पात्र में दूध, दही, शहद, गंगाजल और पानी मिश्रित पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करें।

सोमवार महिलाएं पूजा के समय माता पार्वती को पूजा के समय श्रृंगार का सामान, हरी चूड़ियां और सिंदूर अर्पित करें। सिंदूर अर्पित कर माथे पर जरूर लगाएं। अविवाहित लड़कियां इस समय 'राम रक्षा स्त्रोत' का पाठ करें।

सोमवार को सात्विक विचार मन में रखें। अतः मन ही मन शिव सुमिरन करें। भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए शिवलिंग पर भांग, धतूरा, बेलपत्र आदि चीजें अर्पित करें। इस समय शिव चालीसा का पाठ और आरती करें। ब्रह्मचर्य नियमों का पालन अवश्य करें।

सोमवार को क्या न करें

सोमवार पर अन्न ग्रहण न करें। अगर आप व्रत-उपवास रख रहे हैं, तो संध्या आरती के पश्चात फलाहार करें। दिन के समय में भी फल ही ग्रहण करें। सावन शिवरात्रि के अगले दिन पूजा-पाठ कर व्रत खोलें। इस समय अन्न ग्रहण कर सकते हैं।

सोमवार के दिन में सोने की मनाही है। अतः भूलकर भी दिन में न सोएं। घर में कोई भी सदस्य तामसिक भोजन ग्रहण न करें। सोमरस और राक्षसी भोजन से परहेज करें।

खट्टी चीजों का सेवन भूलकर भी न करें। भगवान शिव की पूजा में तुलसी दल का प्रयोग न करें।

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