Sawan Ke Faydemand Tips: सावन में इन गलतियों से हो सकता है नुकसान, जानिए कौन सा काम देगा शुभ परिणाम
Sawan Ke Faydemand Tips : सावन का महीना भक्ति , आनंद और उल्लास का महीना होता है। इस माह में शिव और शक्ति की आराधना की जाती है। सृष्टि के संहारक अपने भक्तों के लिए भोलेनाथ बन कर उद्धार करते हैं। जानते हैं इस माह क्या नहीं करें और क्या करे....
Sawan Ke Faydemand Tips सावन के फायदेमंद टिप्स: सावन मास चल रहा है इसमें अभी 4 दिन हो गए है और अभी 55 दिन बचे है। अगर किसी कारण वश सावन में शिवभगवान की आराधना नहीं कर पा रहे है तो अब कर लीजिए और इस मास में ध्यान रखे किया आप ऐसा क्या करें कि भगवान शिव प्रसन्न हो जाये और हर इच्छा पूर हो जाये। सावन मास में रोज शिव भगवान की पूजा करने से और मंत्र जाप किया जाये तो हर इच्छा पूरी होती है। सावन में इस बार 59 दिनों तक शुभ संयोग बन रहा है। इसलिए इन 59 दिनों में आपको प्रतिदिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर मंदिर जाना चाहिए। यदि प्रतिदिन मंदिर जाना संभव नहीं हैं तो सोमवार के दिन अवश्य जाएँ।
सावन में करें ये काम
सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर गंगा जल पानी में ड़ाल कर स्नान आदि के पश्चात साफ सुथरे अच्छे कपडे पहन लें और घर में साफ सफाई रखें।
जल में थोड़ा सा दूध, गंगा जल, फूल, मिश्री, हल्दी, चावल को मिलाकर भगवान शिव और माता पार्वती के मंदिर जाएँ और और शिवलिंग पर जल अर्पित करें। एक घी का दीपक भी जलाएं।
मंदिर से घर आने के पश्चात अपने घर के पूजा स्थल में भगवान शिव और शक्ति की मूर्ति स्थापित करें और मूर्ति पर गंगा जल के छींटे लगाएं।
अब भगवान शिव की पूजा करें सबसे पहले भगवान शिव का गंगा जल और दूध से अभिषेक करें इसके पश्चात भगवान शिव पर बेलपत्र, धतूरे, भांग औरजनेऊ को चढ़ाएं।
अब शिव भगवान के आगे घी का दीपक जलाएं और उसी के सामने बैठकर 108 बार ॐ नमः शिवाय के मंत्रों का जप करें। जप करते हुए अपनी आँखें बंद रखें यदि आंखें बंद नहीं रख सकते तो अपना ध्यान जलती हुई ज्योति पर लगाए। प्रसाद का भोग लगाकर सबको बांट दें।
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन उनका जलाभिषेक करें। इसके लिए सुबह जल्दी उठकर पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं। साथ में बिल्व पत्र भी अर्पित करें। सावन में रुद्राक्ष की पूजा करें। रुद्राक्ष धारण करना शुभ रहता है।रुद्राक्ष माला से भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें। महिलाएं मंगल गौरी व्रत का संकल्प ले सकती है। प्रतिदिन कम से कम 108 महामृत्युंजय मंत्र का जाप जरूर करें। सावन सोमवार को पूरा व्रत करें, लेकिन यदि संभव ना हो पाएं तो एक समय भोजन ग्रहण करें। अपनों से बड़ों का अपमान ना करें। गरीबों को जरूरत का सामान दान करें।
सावन में सेब, केले, अनार, तरबूज, खीरा या आम जैसे फलों का सेवन कर सकते हैं। ये फल शरीर में पानी की कमी को पूरा करते हैं। ड्राई फ्रूट्स भी खा सकते हैं। हालांकि व्रत में खट्टी चीजों का सेवन वर्जित माना जाता है।
सावन में गलती से भी नहीं करें ये
सावन में व्रत के दौरान किसी भी तरह के अन्न का प्रयोग ना करें। सावन से लेकर अन्नकूट तक, प्याज, पत्तेदार सब्जियां, मूली, लहसुन आदि का प्रयोग ना करें। मांस खाना या शराब पीना सावन के महीने में पूरी तरह वर्जित है। सावन के व्रत करने का संकल्प लिया है, तो सावन में पुरुष शेव ना करें। सावन में व्रत का संकल्प लेकर व्रत तोड़ना पाप माना जाता है। सावन में मानसून काल रहता है, इस पूरे समय में बैंगन खाना मना रहता है। शिव मंदिर जाएं, लेकिन शिव भक्तों का अपमान ना करें।