Sawan Somvar Ke Upay: सावन में आजमाएं ये चमत्कारी टोटके, करें इन मंत्रों का जाप पूरी होगी हर मुराद, मिलेगा मनचाहा प्यार

Sawan Somvar Ke Upay (सावन सोमवार के उपाय): इन मंत्रों का सावन मास में जाप कर व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति, धन, समृद्धि मानचाही नौकरी हो या मनचाहा प्यार मिलेगा भोले बाबा के आशीर्वाद पा लेता है।

Published By :  Suman Mishra | Astrologer
Update: 2021-07-26 10:03 GMT

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

Sawan Somvar Ke Upay (सावन सोमवार के उपाय):

25 जुलाई 2021 रविवार के दिन से भगवान शिव के प्रिय पवित्र मास की शुरुआत हो रही है। इस महीने जो भी साधक सच्चे मन और पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की आराधना करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सावन में भगवान शिव पृथ्वी पर अपने भक्तों की बीच निवास करते हैं और उनकी समस्त कामनाओं की पूर्ति करते हैं। सावन मास में सोमवार का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। इस महीने में शिवभक्त सावन सोमवार का व्रत करते हैं। इस साल सावन का सोमवार 26 जुलाई से शुरू हो रहा है और इसका आखिरी सोमवार 16 अगस्त को होगा।

सावन में इन मंत्रों का जाप अवश्य करें

सावन में ॐ नम: शिवाय का मंत्र जप हम सभी पाप कर्मों को दूर करके, पुण्य के रास्ते पर जाते हैं।सावन मास को बहुत पवित्र माना जाता है। इस मास में भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना करके नौकरी , वर और शादी सेहत का आशीर्वाद मांगा जाता है।  इन मंत्रों का सावन मास में जाप कर जीवन में हर तरह की शुभता, अनुकूलता और प्रगति ला सकते हैं। जिस भी व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति, धन, समृद्धि की कमी हो, परिश्रम के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है, या  संतान सुख नहीं है , नौकरी में प्रमोशन और  विवाह, प्रेम और बीमारी  केल निदान के लिए सावन में इन मंत्रों का जाप कर मानचाही नौकरी हो या मनचाहा प्यार मिलेगा भोले बाबा के आशीर्वाद से...

                                                                                                           सावन में इन मंत्रों से होगा चमत्कार

ॐ शिवाय नम:

ॐ सर्वात्मने नम:

ॐ त्रिनेत्राय नम:

ॐ हराय नम:

ॐ इन्द्रमुखाय नम:

ॐ श्रीकंठाय नम:

ॐ वामदेवाय नम:

ॐ ज्ञानभूताय नम:

ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम:

ॐ प्रधानाय नम:

ॐ व्योमात्मने नम:

ॐ युक्तकेशात्मरूपाय नम:

शिव गायत्री मंत्र : ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।।

सावन महीने  के उपाय

सावन माह  में भगवान शंकर को सोमवार का दिन अतिप्रिय है। सावन में हर सोमवार को प्रदोष काल में की गई पार्थिव शिव पूजा अतिफलदायी है। प्रेम से भगवान शिव की चाहे जिस तरह आराधना करें, भोले बाबा भक्तों के सारे दुखों का निवारण कर उन्हें सुखी जीवन जीने का वरदान देते हैं। 

  • सावन के हर दिन या सोमवार को गंगा जल, दूध, शहद, घी, शर्करा व पंचामृत से बाबा भोले का अभिषेक कर वस्त्र, यज्ञो पवित्र, श्वेत और रक्त चंदन भस्म, श्वेत मदार, कनेर, बेला, गुलाब पुष्प, बिल्वपत्र, धतुरा, बेल फल, भांग आदि चढ़ायें। उसके बाद घी का दीप उत्तर दिशा में जलाएं। पूजा करने के बाद आरती कर क्षमार्चन करें।
  • शिवजी का गुड़ के जल से अभिषेक करें और महादेव को लाल पेड़ा, लाल चंदन और कनेर का फूल अर्पित करें। इस उपाय को करने से आपके ऊपर भगवान शिव जी की कृपा बरसेगी। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए दही से शिवजी का अभिषेक करें और उन्हें शक्कर, चावल, सफेद चंदन और सफेद फूल चढ़ाएं। भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए आप गन्ने के रस से शिव का अभिषेक करें और उन्हें मूंग और कुश चढ़ाएं।
  • भगवान शिवजी को मनाने के लिए शुद्ध घी से उनका अभिषेक करें और चावल, कच्चा दूध, सफेद आर्क और शंख पुष्पी अर्पित करें। भगवान शिव का गुड़ के जल से अभिषेक करें। साथ ही गुड़ और चावल से बनी खीर का नैवेद्य तथा मदार के फूल अर्पित करें।
  • शिवजी को प्रसन्न करने के लिए आप गन्ने के रस से शिवजी का अभिषेक करें। साथ ही उन्हें भांग, दूब, मूंग और पान अर्पण करें।भगवान शिव का हल्दीयुक्त दूघ से अभिषेक करें। साथ ही केसर, बेसन से बनी मिठाई और गेंदे के फूल चढ़ाएं
  • भगवान शिव को सुगंधित तेल या इत्र अर्पित करें। साथ ही उन्हें दही, शहद, श्रीखंड का नैवेद्य और सफेल फूल चढ़ाएं। इस उपाय से आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें। साथ ही उन्हें लाल रंग की मिठाई और लाल पुष्प चढ़ाएं।
  • भगवान शिव का नारियल पानी से अभिषेक करें और उड़द से बनी मिठाई तथा नीलकमल के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी परेशानियां कम होंगी। सावन की शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का तिल के तेल से अभिषेक करें और उन्हें उड़द से बनी मिठाई और शमी के फूल चढ़ाएं।भगवान शिव का केसरयुक्त दूध से अभिषेक करें और उन्हें दही-चावल का नैवेद्य, पीली सरसों तथा नाग केसर अर्पित करें। यह उपाय आपको कामयाबी दिलाएगा।

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

सावन की संक्षिप्त धार्मिक कथा

पौराणिक मान्यता कथा के अनुसार, देवी सती ने हर जन्म में भगवान शिव को पति रूप में पाने का प्रण लिया था, उन्होंने पिता के विरुद्ध जाकर भगवान शिव से विवाह किया, लेकिन पिता द्वारा शिव के अपमान के कारण उन्होंने अपना शरीर त्याग दिया। शरीर का त्याग करने के बाद माता सती ने हिमालय और मैना की पुत्री पार्वती के रूप में जन्म लिया। इस जन्म में उन्होंने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए सावन माह में निराहार रहते हुए कठिन व्रत किया और भगवान शिव की अर्धांगिनी बनीं।भगवान शिव की कृपा पाने के लिए इस महीने से सोलह सोमवार, प्रदोष और सोमवार के व्रत आरंभ किए जाते हैं। सावन में हर सोमवार को तमाम शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है और भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। लेकिन इस बार कोरोना के कारण मंदिरों में भक्तों की कमी रहेगी। इस पवित्र मास में रुद्राभिषेक, शिवसहस्त्रनाम का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा बनी रहती है और कुंवारी कन्याओं को अच्छे जीवनसाथी मिलते हैं। इसी मास में समुद्र मंथन से निकले विष को प्रभु शिव नें पान किया था और नीलकंठ कहलाए। इस मास में शिव को जल से रुद्रभिषेक करके प्रसन्न किया जा सकता है। बिल्व पत्र दूध, धतूरा और अक्षत फूल से व्रत पूजा कर शिव की कृपा पाई जा सकती है।

सावन में  निषेध काम

शास्त्रों के अनुसार, सोमवार का व्रत बीच में नहीं छोड़ना चाहिए। अगर व्रत रखने में असमर्थ हैं तो भगवान शिव से माफी मांग कर ना करें।धार्मिक मान्यता के अनुसार सावन में मास-मंदिरा का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इस महीने वाद-विवाद से भी बचना चाहिए। घर-परिवार में स्नेह बना रहना चाहिए। सावन  में लहसुन और प्याज के सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा मसूर की दाल, मूली, बैंगन नहीं खाना चाहिए। 

                                                                                                                           सावन के टोटके

  • सावन में सोमवार के दिन 21 बिल्व पत्रों पर चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखकर पवित्र शिवलिंग पर चढ़ना चाहिए। इससे आपके कार्य पर आ रही सारी बाधाएं दूर हो जाएंगी।
  • विवाह में दोष को कदूर करने के लिए सावन के सोमवार को शिवलिंग पर केसर युक्त दूध चढ़ाएं। इससे विवाह दोष दूर होकर मनचाहा साथी मिलता है।
  • सावन मास में धन की बढ़ोतरी के लिए तालाब -सरोवर में आटे की गोलियां मछलियों खिलानी चाहिए। ऐसा करने से राहू-केतु का असर कम होकर भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है।
  • इस मास में नंदी बैल की सेवा करने से भगवान शिव प्रसन्न रहते हैं और परिवार का सुख मिलता है।
  • सावन में गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने से गरीबी दूर होती है और घर में अन्न-धन का भंडार भरा रहता है।
  • शमी के पेड़ की जड़ को लेकर शिवजी को चढांए और उसके बाद उसे अपने तिजोरी में ला कर रख दें। धन का संकट दूर होगा।

सावन पूर्णिमा और पुत्र प्राप्ति के टोटके

  • सावन माह में शिव की पूजा के साथ वट वृक्ष के 11 बड़े-बड़े और बिना कटे-छंटे पत्ते लें उसके दोनों तरफ सरसों का तेल लगाकर हल्का सेंक लें और सूती कपड़े में बांधकर तीन दिन तक अपने पास रखें।ऐसा करने से संतान प्राप्ति होती है।
  • मदार या आक की जड़ को महिलाएं जो संतान चाहती है अपने कमर में बांध लें ऐसा करने से संतान होती है। यह उपाय भी सावन के किसी भी दिन करने से सफल होता हैं।
  • जब गर्भवती महिला अपने ऊपर से ऊबार कर चावल के 7 दाने उस महिला को दें जो  मां बनना चाहती  है तो उसकी झोली देंदे इसके एक माह बाद गर्भधारण कर सकती है।
  • जो महिला  मां बनना चाहती है उस घर में कोई वास्तु दोष है  तो संतान प्राप्ति में बाधा आती है । वास्तु दोष के कारण यदि संतान प्राप्ति में बाधा आ रही है।
  • भगवान कृष्ण को बांसुरी प्रिय है और कृष्ण मंदिर से बांसुरी लाकर  बिस्तर की नीचे रखने से संतान सुख मिलता है।।
  • यदि निसंतान महिला पीपल के पेड़ की पूजा करती है और उसकी परिक्रमा करती है तब उसे निसंदेह संतान सुख की प्राप्ति होती है ।
Tags:    

Similar News