आज से बदलेगा आपका जीवन, अपनी प्रिय राशि में 30 साल बाद आ रहे हैं शनि

सूर्य पुत्र शनि को न्याय का देवता मानते हैं। 24 जनवरी 2020 से शनि धनु राशि को छोड़ देंगे और शनि अपनी स्वराशि मकर में गोचर करेंगे। धनु और मकर राशि मे पहले से ही शनि की साढ़ेसाती चल रही है। शनि की महादशा 19 साल की होती है।

Update:2020-01-24 06:22 IST

जयपुर: सूर्य पुत्र शनि को न्याय का देवता मानते हैं। 24 जनवरी 2020 से शनि धनु राशि को छोड़ देंगे और शनि अपनी स्वराशि मकर में गोचर करेंगे। धनु और मकर राशि मे पहले से ही शनि की साढ़ेसाती चल रही है। शनि की महादशा 19 साल की होती है। शनि की ढय्या ढाई साल की होती है और साढेसाती साढे सात साल की होती है। अब शनि 30 साल बाद अपनी प्रिय राशि में आ गए है तो बहुत शुभ और अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा।

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कल मौनी अमावस्या भी है इस दिन मौन रहकर साधना करने से लाभ होता है। पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है। शनि के नाम से इस दिन लोहा, कंबल, तिल तेल दान करने से हर तरह की परेशानी से छूटकारा मिलता है।

इन राशियों पर साढ़ेसाती व ढय्या

24 जनवरी 2020 से कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा। साल 2020 में शनि की ढैया मिथुन, तुला राशि पर लगेगी। *11 मई से लेकर 29 सितंबर 2020 तक शनि वक्री अवस्था में मकर राशि में गोचर करेंगे और साल 2020 के अंतिम महीने अर्थात 27 दिसंबर को अस्त भी हो जायेंगे, जिसके कारण शनि का कुछ प्रभाव कम होता हुआ दिखाई देगा। शनि देव को न्याय के देवता कहते है। शनि देव की कृपा से जातक को हर काम में सफलता मिलती है।

 

शनि देव जो सच्चा होता है उसके साथ हमेशा न्याय करते है। और गलत करने वालों को दंड देते है। जानते हैं अदिति शर्मा के अनुसार, शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव किन-किन राशियों पर असर पड़ेंगा।

शनि एक मात्र ऐसा ग्रह बताया गया है जो एक साथ पांच राशियों पर सीधा प्रभाव डालता है। एक समय में शनि की तीन राशियों पर साढ़ेसाती और दो राशियों पर ढय्या रहती है। शनिदेव का स्वभाव क्रूर है और शनि की साढ़ेसाती और ढय्या के समय में प्रभावित राशि के लोगों को कड़ी मेहनत करना पड़ती है। अभी शनि की साढ़ेसाती कन्या, तुला और वृश्चिक पर है तथा ढय्या कर्क और मीन राशि पर है। यहां जानिए शनि की साढ़ेसाती और ढय्या के दोष दूर करने के रामबाण उपाय। अनुसार शनि देव को प्रसन्न करने के लिए उनकी स्तुति सर्वश्रेष्ठ है।

 

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*मेष साल 2020 में इस राशि के जातकों को शनि से डरने की या शनि के अशुभ प्रभाव से डरने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इनके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा।

*वृष साल 2020 में इस राशि के जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव का असर नहीं होगा, क्योंकि आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा।

*मिथुन इस राशि में शनि इस समय सातवें भाव में है, लेकिन 2020 में शनि अष्टम भाव में गोचर करेंगे। अष्टम भाव को मृत्यु का भाव भी कहा जाता है। शनि के इस राशि में आने से जातकों पर अष्टम की ढैय्या की शुरुआत हो जायेगी, जिसके कारण कामों में रूकावटे आयेंगी। वाणी पर कंट्रोल नहीं रहेगा। कामकाज में मेहनत का फल मिलने में बहुत परेशानी होगी।

*कर्क 2020 में इस राशि के जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव से डरने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इस राशि के ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव दिखाई नहीं दे रहा।

*सिंह 2020 में इस राशि के जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव का असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि इनके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा।

*कन्या 2020 में इस राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा।इस दौरान आपको कई तरह की सफलताएं मिलेगी।

*तुला इस साल 2020 में राशि पर शनि की साढ़ेसाती नहीं रहेगी परन्तु शनि तुला राशि के चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। शनि के इस राशि के जातकों पर चतुर्थ भाव की ढैय्या शुरु हो जायेगी, जिसके कारण इस राशि के जातकों को शत्रु परेशान करेंगे। स्वास्थ्य खराबी का सामना करना पड़ेगा या कोई पुरानी बीमारी आपको परेशान कर सकती है। नौकरीपेशा लोगों की मेहनत में इजाफ़ा होगा, थकावट महसूस होगी।

*वृश्चिक 2020 में इस राशि के जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव का असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा। धन व परिवार का ख्याल रखें।

 

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*धनु इस राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पहले से ही है। 2020 में शनि धनु राशि के द्वितीय भाव में राशि परिवर्तन करेंगे, इसे धनभाव कहते है, इसलिए इनको कामकाज में लाभ होगा। 2020 में स्वास्थ्य खराबी के हालात कई बार देखने को मिलेंगे और आपका धन भी इलाज पर खर्च होगा। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखे । कोई भी काम जल्दबाजी में न करें।

*मकर इस राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव पहले से ही है। 2020 मे शनि का गोचर इसी राशि में हो रहा है। मकर राशि के जातकों के लिए शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरू होगा, जिसके अनुसार इन राशि के लोगों की अपने भाई-बहनों से मित्रों से अनबन होगी। वैवाहिक जीवन में कलह बढ़ेंगे। पारिवारिक और गृहस्थ जीवन में उथल-पुथल देखने को मिलेगी। कामकाज में भी जरुरत से ज्यादा परिश्रम करने पड़ेंगे।

*कुंभ 2020 में शनि न्याय के देवता इस राशि से बारहवें घर में गोचर करेंगे जिसके अनुसार, शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा, जिसके कारण खर्चे की अधिकता रहेगी और आपकी आर्थिक स्थिति डगमगा सकती है। शत्रुओं से सावधान रहे, वो आपको परेशान करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है। नौकरीपेशा लोगों को नौकरी से सम्बंधित दिक्कते आ सकती है। मन पर काबू रखे, किसी भी कार्य को जल्दबाजी में न करें और अपने गुस्से पर नियंत्रण रखें।

*मीन 2020 में इस राशि के जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव से डरने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव नहीं रहेगा। लेकिन वाहन से बचें।

 

 

30 साल बाद मिलेंगे पिता-पुत्र

1990 के बाद शनि और सूर्य का मिलन होगा। शनिवार जब 24 जनवरी को दोपहर 12.05 मिनट मकर राशि में प्रवेश करेंगे तो वहां पहले से सूर्य विराजमान है। इस तरह ये दोनो राशियां आपस में मिलेगी। इन दोनों राशियों का मिलन आपको लाभ देगा। इस दौरान हर तरह से आपको तरक्की मिलेगी। जो अच्छा कर्म करेंगे। क्योकि शनि जहां देव कर्म प्रधान है तो सूर्य आरोग्य देव है।

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