अब 559 साल बाद बनेगा ये संयोग, जानिए लगने वाले सूर्य ग्रहण के बारे में
साल 2019 का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर 2019 यानी गुरुवार को लगने जा रहा है। यह ग्रहण सुबह 8 बजे से शुरू होगा, 9:37 पर ग्रहण का मध्यकाल होगा और 10:57 पर ग्रहण समाप्त हो जाएगा।
नई दिल्ली: साल 2019 का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर 2019 यानी गुरुवार को लगने जा रहा है। यह ग्रहण सुबह 8 बजे से शुरू होगा, 9:37 पर ग्रहण का मध्यकाल होगा और 10:57 पर ग्रहण समाप्त हो जाएगा।
ग्रहण के समय 6 ग्रह सूर्य, चन्द्रमा, गुरु, शनि और बुध की युति धनु राशि में केतु के साथ होगी। इससे पहले 5 फरवरी 1962 के पूर्ण सूर्य ग्रहण के समय मकर राशि में सभी 7 ग्रह केतु के साथ उपस्थित थे।
भारत में इस सूर्य ग्रहण के लगने की वजह से यहां पर इस ग्रहण का सूतक भी लागू होगा। सूर्य ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता है जो कि ग्रहण काल के समाप्त होने तक रहता है। 26 दिसंबर के सूर्य ग्रहण का सूतक काल 25 दिसंबर 2019 को शाम 05:33 से प्रारंभ होकर 26 दिसंबर 2019 को सुबह 10:57 बजे तक रहेगा।
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जब सूर्य ग्रहण होगा, तब धनु राशि में एक साथ 6 ग्रह स्थित रहेंगे। इसके बाद अगला सूर्य ग्रहण 21, जून 2020 को होगा और ये भारत में दिखाई देगा। 26 दिसंबर के सूर्य ग्रहण के बाद एक राशि में 6 ग्रहों के साथ सूर्य ग्रहण का योग 559 साल बाद सन 2578 में बनेगा।
हिंदू धर्म की धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक सूतक काल में कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए। नहीं तो आपको इसके दुष्प्रभाव झेलने पड़ सकते हैं। ग्रहण के दौरान कुछ विशेष सावधानी बरतनी होती है जिससे इसके प्रभावों से बचा जा सके। आइए बताते हैं कि इस दौरान भूलकर भी कुछ काम नहीं करना चाहिए, ऐसा करना ज्योतिषीय आधार पर शुभ नहीं माना जाता है।
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साल का अंतिम सूर्य ग्रहण खंडग्रास है यानी खास माना जा रहा है। खंडग्रास सूर्य ग्रहण उस समय पड़ता है, जब चंद्रमा पृथ्वी से बहुत दूर होते हुए भी पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है।
बता दें कि सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए, क्योंकि इस समय में सूर्य से जो किरणे निकलती हैं, वे हमारी आंखों के लिए हानिकारक होती हैं।