सफलता के मार्ग में नहीं आएगी कोई बाधा, अब भटकते मन को ऐसे करेंगे काबू
मन और दृष्टि के भटकाव को रोकना यानी की विचारो को भटकने से रोकना लेकिन ये कहना आसान है और करना मुश्किल क्योकि यह समस्या हर इंसान के साथ है और इसकी वजह से कई महत्वपूर्ण बाते जानना हमारे हाथ से निकल जाता है। वास्तु में बताए गए कुछ आसान से उपाय हमारे लिए मददगार हैं।
जयपुर: अगर मन स्थिर नहीं रहता या एकाग्रता की कमी है तो कहीं न कहीं हमारे आसपास मौजूद नकारात्मक ऊर्जा इसका कारण हो सकती है और यही हमारी सफलता में बाधक हो सकती है। ऊर्जा का संतुलन बेहद आवश्यक है।मन बहुत चंचल होता है. यह एक स्थान पर टिक कर नहीं रहता हवा की तरह चलता रहता है. यही दिक्कत बहुत से लोगो के साथ होती है, वे एक चीज पर ध्यान केन्द्रित नहीं पाते. इस वजह से वह अपने विषय से भी भटकते रहते है. क्या आपने कभी महसूस किया है की कक्षा में जब टीचर आपको पढ़ाते है और पढ़ते वक्त दिमाग में कोई विचार आता है और फिर अलग अलग विचार आने लगते है, यही है मन का भटकाव,जिससे हम अपने विषय से भटक जाते है और दूसरे विचारो में खो जाते है ऐसा किसी भी क्षेत्र में किसी के साथ भी हो सकता है. यह व्यक्ति की सफलता को प्रभावित करता है।
मन और दृष्टि के भटकाव को रोकना यानी की विचारो को भटकने से रोकना लेकिन ये कहना आसान है और करना मुश्किल क्योकि यह समस्या हर इंसान के साथ है और इसकी वजह से कई महत्वपूर्ण बाते जानना हमारे हाथ से निकल जाता है। वास्तु में बताए गए कुछ आसान से उपाय हमारे लिए मददगार हैं।
*घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए कोई भी हिंसक तस्वीर या ऐसा कोई भी कैलेंडर नहीं लगाना चाहिए। घर को हमेशा स्वच्छ रखें। उत्तर पूर्व दिशा में पढ़ाई संबंधी कार्य करें। बच्चों के कमरे में हरे रंग के परदे लगाएं। मां सरस्वती का चित्र लगाएं। तुलसी के 11 पत्तों के रस का मिश्री के साथ नियमित रूप से सेवन करने से एकाग्रता में वृद्धि होती है।
20 जून: पंचांग व राशिफल से जानिए किसका दिन शुभ है किसका अशुभ,किसे मिलेगी खुशी, किसे गम
*घर में टूटे खिलौने हैं तो इन्हें तुरंत हटा दें, क्योंकि इनसे नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। घर में बंद घड़ियां न हों। ये भी नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं। घर में नमक के पानी से पोछा लगाएं। घर में अच्छी प्रकाश व्यवस्था होनी चाहिए। घर की पूर्व-उत्तर दिशा को खाली रखें। यहां कोई भारी वस्तु न रखें। करियर से संबंधित कोई भी चीज किसी को भी नहीं दें।
*दफ्तर में अपने पीछे की दीवार पर ऊंची इमारत की तस्वीर लगाएं। घर में सकारत्मक ऊर्जा का प्रवाह बनाए रखने के लिए रोजाना शंख बजाएं। भगवान को अर्पित फूल रात होने से पहले मंदिर से उठा लें। कांटे वाले पौधों को हमेशा घर के बाहर ही रखें। ऐसे पौधे नकारात्मकता फैलाते हैं।
*ऐसे लोग जो मन के अधीन है और उसे नियँत्रित नहीं कर पाते उन्हें त्राटक मेडिटेशन के बारे में जानना चाहिये।त्राटक का मतलब है किसी वस्तु को एकटक बिना पलक झपकाये देखते रहना।इससे मन जिसका स्वभाव होता है भागना को स्थिर कर देते है।
*मन के बहकाव को रोकने का दूसरा तरीका है मेडिटेशन, मेडिटेशन करना अपने आप में एक लक्ष्य है. यह मन को शांत और स्थिर रखने का उत्तम उपाय है. मन का भटकना आपकी चेतना को प्रभावित कर इसे अचेतन बना देता है. मेडिटेशन अपने आपको चेतन अवस्था में लाने का प्रयास करता है. इसके निरंतर अभ्यास और सही टेकनीक से आपमें फोकस बढेगा।