लखनऊ : शास्त्रों में सूर्योदय लेकर अगले दिन के सूर्योदय तक के समय को एक दिन माना गया है। एक दिन को आठ पहर में बांटा गया है जिसमें चार दिन के और चार रात के। दिन के पांचवें और छठवें पहर कामदेव की पत्नी रति को समर्पित है इसीलिए इस समय को शायद रात्रि कहते हैं। शास्त्रों में हर काम के लिए एक समय निर्धारित किया गया है।शास्त्रों के अनुसार, रात के लिए कुछ ऐसे काम बताए गए हैं जिनको सभी को पालन करना चाहिए।
मान्यता है कि इन कामों/नियमों को अपनाने घर में सदैव लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। रात में घर के दक्षिण और पश्चिम के कोने में दीपक या बल्ब जलाने से पितरों का मार्ग प्रशस्त होता है और घर में संपन्नता आती है। पूजा घर या देव स्थान में रात दीपक जलाने से घर में लक्ष्मी का वास होता है। सोने से पहले अपने पैर धोने चाहिए, इससे नींद अच्छी आती है। नींद अच्छी आने से सेहत भी ठीक रहती है।
सोते समय पैर उत्तर दिशा में होना चाहिए। इससे शरीर में और घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती।
बेडरूम में कपूर जलाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है जिससे पति-पत्नी की संबंध मधुर रहते हैं।
घर के बुजुर्गों और माता पिता के बाद सोना चाहिए। इससे घर में अच्छा माहौल बनता है।