जाति आधारित जनगणना के पक्ष में RJD-JDU! युवानेता मोहम्मद महताब आलम बोले- जेडीयू पर भरोसा नहीं
Caste Based Census: छात्र राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद महताब आलम ने जाति आधारित जनगणना को लेकर जेडीयू पर निशाना साधा।
Caste Based Census: जाति आधारित जनगणना (Caste Based Census) पर बिहार में भी सियासत गर्म हो चुकी है। राज्य की विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (JDU) जाति आधारित जनगणना की पैरवी करते नजर आ रहे हैं। वहीं, अब राजद के युवानेता मोहम्मद महताब आलम (Md. Mahtab Alam) ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।
इस मुद्दे पर बात करते हुए राजद के युवानेता मोहम्मद महताब आलम ने कहा कि हमारी मांग जाति आधारित जनगणना की है, जिसके लिए हम लगातार संघर्षरत हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक मामला जेडीयू का है, वो भाजपा के इशारे पर कार्य करती है। इसलिए उसकी बात पर अधिक भरोसा नहीं है। जहां तक बात जाति के आधार पर जनगणना की है वो आख़िरी बार 1931 में हुई थी, उसके बाद आज तक नहीं हुई है। जब सरकार किसी वर्ग के लिए नीति बनाती है तो उसके लिए यह जानना जरूरी है की किसकी आबादी कितनी है।
राजद का स्टैंड बिल्कुल क्लीयर है
मोहम्मद महताब आलम ने आगे कहा कि हमारे दल राजद का इस मामले में स्टैंड बिल्कुल क्लीयर है, हमारे नेता तेजस्वी यादव इस मुद्दे को लीड कर रहे हैं, और जल्द से जल्द जाति आधारित जनगणना हो, इसके लिए माहौल तैयार कर रहे हैं।
आपको बता दें कि साल 1951 से 2011 तक भारत में हर 10 साल पर जनगणना का काम होता रहा है, लेकिन हर जनगणना में एससी और एसटी यानि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की गणना के डाटा अलग से दिए जाते हैं, लेकिन दूसरी जातियों के नहीं। अलबत्ता 1931 तक भारत में जो जनगणना हुई तो जातिगणना आधारित जरूर थी।
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