Ban On Baap of Chart: कौन है ये "बाप ऑफ़ चार्ट: जिस पर सेबी ने लगाया है बैन?

Ban On Baap of Chart: बाजार रेगुलेटर सेबी ने सोशल मीडिया के तथाकथित ‘फिनफ्लुएंसर’ पर लगाम कसने का सिलसिला जारी रखते हुए मोहम्मद नसीरुद्दीन अंसारी को शेयर बाज़ार में खरीद, बिक्री या कोई काम करने से प्रतिबंधित कर दिया है।

Report :  Neel Mani Lal
Update:2023-10-26 18:41 IST

कौन है ये "बाप ऑफ़ चार्ट: जिस पर सेबी ने लगाया है बैन?: Photo- Social Media

Ban On Baap of Chart: बाजार रेगुलेटर सेबी ने सोशल मीडिया के तथाकथित ‘फिनफ्लुएंसर’ पर लगाम कसने का सिलसिला जारी रखते हुए मोहम्मद नसीरुद्दीन अंसारी को शेयर बाज़ार में खरीद, बिक्री या कोई काम करने से प्रतिबंधित कर दिया है। ‘फिनफ़्लुइंसर्स’ उन्हें कहा जाता है जो आम निवेशकों को वित्तीय सलाह और सिफारिशें प्रदान करते हैं। मोहम्मद नसीरुद्दीन अंसारी ऐसा ही एक फाईनेंशियल इन्फ़्लुएन्सर है जो ‘बाप ऑफ चार्ट’ नामक एक फर्म का मालिक है।

क्या है मामला

बताया जाता है कि प्रतिभूति बाजार से संबंधित एजुकेशनल ट्रेनिंग प्रदान करने के बहाने, अंसारी कथित तौर पर गारंटीशुदा रिटर्न के वादे के साथ निवेशकों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये स्टॉक सिफारिशें दे रहा था। सेबी ने अंसारी को 17.2 करोड़ रुपये वापस करने का भी आदेश दिया है, जो उसने कथित तौर पर "निवेशकों को गुमराह करने और उन्हें प्रतिभूतियों में लेनदेन के लिए प्रभावित करने" से कमाये थे।

कौन है मोहम्मद नसीरुद्दीन अंसारी?

अंसारी ‘बाप ऑफ चार्ट’ (बीओसी) नामक फाइनेंशियल का एकमात्र मालिक है। उसने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर खुद को स्टॉक मार्केट विशेषज्ञ के रूप में प्रचारित किया, और निवेशकों - ग्राहकों को अपने द्वारा प्रस्तावित विभिन्न "शैक्षिक पाठ्यक्रमों" में नामांकन के लिए आमंत्रित किया। अंसारी ने कथित तौर पर भोले-भाले निवेशकों से वादा किया कि अगर वे प्रतिभूति बाजार में निवेश करने के लिए उसकी सिफारिश और सलाह का पालन करेंगे तो उन्हें लगभग निश्चित रिटर्न या मुनाफा होगा।

मोहम्मद नसीरुद्दीन अंसारी: Photo- Social Media

क्या है अंसारी का काम करने का ढंग?

सेबी ने पाया है कि अंसारी यूट्यूब, एक्स (पूर्व में ट्विटर), इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर बीओसी के माध्यम से स्टॉक खरीद-बिक्री की सिफारिशें प्रदान कर रहा था। उसने निवेशकों से बंच माइक्रोटेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उपलब्ध कराए गए प्लेटफॉर्म पर, गूगल प्ले स्टोर और एप्पल के ऐप स्टोर पर उपलब्ध वेबसाइट और ऐप्स के माध्यम से पेश किए जाने वाले अपने "शैक्षिक पाठ्यक्रमों" के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए कहा।

सेबी ने कहा कि अंसारी प्रतिभूति बाजार से संबंधित 19 पाठ्यक्रम बेच रहा था, जिनमें चार पाठ्यक्रम ऐसे शामिल थे जिनमें निवेशकों को सुनिश्चित रिटर्न का वादा किया गया था। सेबी ने पाया कि बंच प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध चैट के जरिये से छात्र "ट्यूटर्स" से जुड़े हुए थे, जिन्होंने जानकारी/दस्तावेज़/सामग्री साझा की और रियल टाइम में चैटिंग की, जांच में यह भी पाया गया कि अंसारी ने अपने निवेशकों/ग्राहकों के निजी समूहों में खरीद/बिक्री की सिफारिशें प्रदान कीं।

कहाँ गया पैसा?

निवेशकों से एकत्र की गई राशि अंसारी, बीओसी, गोल्डन सिंडिकेट वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड (एक कंपनी जिसमें अंसारी एक बड़ा शेयरधारक है) और पी राहुल राव (गोल्डन सिंडिकेट वेंचर्स के एक अन्य अर्थशास्त्री महत्वपूर्ण शेयरधारक) के बैंक खातों में जमा की गई थी। सेबी ने गोल्डन सिंडिकेट वेंचर्स के चार अन्य निदेशकों को नामित किया है : आसिफ इकबाल वानी, तबरेज अब्दुल्ला, मंशा अब्दुल्ला और वामशी जाधव, जो कथित तौर पर अपंजीकृत निवेश सलाहकार गतिविधियों में भी शामिल थे। नियामक ने कहा कि इन चार व्यक्तियों के खातों में भी पैसा जमा किया गया था।

बाप ऑफ चार्ट का नेटवर्क

अंसारी के यूट्यूब चैनल के 4.43 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर और 7 करोड़ से ज्यादा व्यूज हैं। वह बाप ऑफ चार्ट ऑप्शन हेजिंग नामक एक टेलीग्राम समूह/चैनल भी संचालित करता है, जिसके लगभग 53,000 ग्राहक हैं। सेबी ने कहा कि बाप ऑफ़ चार्ट के इंस्टाग्राम और एक्स अकाउंट पर क्रमश: लगभग 59,000 और 78,000 फॉलोअर्स हैं। उसके व्हाट्सएप चैनल पर 13,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।

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