गौतम अडाणी ने की भविष्यवाणी, कहा- दो दशक में भारत की अर्थव्यवस्था 15 ट्रिलियन डॉलर की होगी
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी (Gautam Adani) ने उम्मीद जताई है कि अगले दो दशक में भारत की अर्थव्यवस्था 15 ट्रिलियन डॉलर की होगी, जिससे भारत ग्लोबल मार्केट में बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन सकता है।
नई दिल्ली: अडाणी समूह (Adani Group) की फर्मों का बाजार पूंजीकरण नए वित्तीय वर्ष 2021-22 के पहले सप्ताह में 100 अरब डॉलर से अधिक हो गया। सभी अडाणी शेयरों ने 100% से अधिक रिटर्न उत्पन्न किया। अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी (Gautam Adani) ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। गौतम ने बताया कि 'सभी अडानी शेयरों ने 100 प्रतिशत से अधिक रिटर्न उत्पन्न किया और हमारे व्यवसायों ने सुनिश्चित किया कि हम हमारे इक्विटी शेयरधारकों को करीब 9,500 करोड़ रुपये लौटाएं। यह साल-दर-साल के बाद लाभ में 166 प्रतिशत की वृद्धि है।'
गौरतलब हो कि पिछले महीने रिकॉर्ड में आई तेजी के बाद नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) द्वारा तीन एफपीआई खातों को फ्रीज करने की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई थी। जिससे बाजार पूंजीकरण में 2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। हालांकि अडानी समूह ने तीन विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के शेयरों को फ्रीज करने से इनकार किया था और कहा था कि ऐसी खबरें गलत और भ्रामक हैं।
इस मामले पर गौतम अडाणी ने कहा कि 'हाल ही में कुछ मीडिया समुहों ने नियामकों के प्रशासनिक कार्यों से संबंधित लापरवाह और गैर-जिम्मेदाराना रिपोर्टिंग की है। इससे अडाणी शेयरों की बाजार कीमतों में उतार-चढ़ाव हुआ। दुर्भाग्य से हमारे कुछ छोटे निवेशक इस कथन से प्रभावित थे, जिसमें कुछ टिप्पणीकारों का यह कहना था कि कंपनियों के पास अपने शेयरधारकों पर नियामक शक्तियां हैं। कंपनियां प्रकटीकरण को मजबूर कर सकती हैं।'
'तरह के डायवर्जन का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा'
गौतम अडाणी ने आगे कहा कि लंबी अवधि में इस तरह के डायवर्जन का हम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हम हमेशा से एक भरोसेमंद संगठन रहे हैं जिसने ऐसी चुनौतियों का सामना किया है जिनकी हिम्मत या कल्पना बहुत कम लोग करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे सामने आने वाली हर चुनौती ही हमें मजबूत और बेहतर तैयार करती है।
देश के बंदरगाह-आधारित कार्गो व्यवसाय का हिस्सा बढ़ा
गौतम अडाणी ने कहा कि 'अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ), भारत के बंदरगाह-आधारित कार्गो व्यवसाय का हिस्सा बढ़कर 25 प्रतिशत हो गया। कंटेनर सेगमेंट बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 41 प्रतिशत हो गई।' उन्होंने बताया कि अडानी ग्रीन एनर्जी वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी सौर कंपनी बन गई जिसने निर्धारित समय से पूरे चार साल पहले 25 गीगावाट (GW) के नवीकरणीय लक्ष्य को हासिल कर लिया।
अडानी ग्रुप ने हवाई अड्डों में अपना कदम रखा
गौतम अडाणी ने बताया कि 'अडाणी इंटरप्राइजेज के माध्यम से अडाणी ग्रुप ने हवाई अड्डों में अपना कदम रखा। आज भारत में हर चार यात्रियों में से एक अडाणी हवाई अड्डे से उड़ान भरता है। किसी भी बड़े देश में किसी भी हवाई अड्डे के व्यवसाय ने कुल यात्री यातायात का 25 प्रतिशत हिस्सा हासिल नहीं किया है। कंपनी ने अहमदाबाद, लखनऊ और मैंगलोर में हवाई अड्डों का संचालन भी संभाला। गुवाहाटी, जयपुर और तिरुवनंतपुरम के लिए रियायत समझौतों पर हस्ताक्षर किए। अब मुंबई और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है।'
देश की अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन डॉलर
पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के भारत के सपने के बारे में बताते हुए गौतम अडाणी ने कहा कि 'हाल ही में कई आवाजें आई हैं जो आश्चर्यचकित करती हैं कि क्या अगले चार वर्षों में भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है? यह एक महत्वहीन प्रश्न के रूप में है। इतिहास ने दिखाया है कि हर महामारी संकट से कई सीख मिलती है। मेरा मानना है कि भारत और दुनिया समझदार हैं क्योंकि हम इस महामारी से गुजरते हैं। भारत की पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था होगी। फिर अगले दो दशकों में 15 ट्रिलियन डॉलर से अधिक की अर्थव्यवस्था बनने के लिए खपत आकार और मार्केट दोनों के मामले में भारत सबसे बड़े वैश्विक बाजारों में से एक के रूप में उभरेगा।'