Circuit Breaker Stock: दलाल स्ट्रीट ने अडानी ग्रुप के शेयरों में लगाया सर्किट ब्रेकर, आखिर क्या होता है सर्किट ब्रेकर ?

Circuit Breaker Stock: जून 2001 में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सूचकांक आधारित बाजार-व्यापी सर्किट ब्रेकर लागू किए थे। ये एक इमरजेंसी स्थिति का उपाय है।

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2023-02-03 14:50 IST

Circuit Breaker Stock (सोशल मीडिया) 

Circuit Breaker Stock: अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के बाद से अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है और स्टॉक एक्सचेंज में इन शेयरों पर सर्किट ब्रेकर लगा दिया गया है। आखिर ये सर्किट ब्रेकर होता क्या है, जानते हैं इस बारे में।

सर्किट ब्रेकर क्या होते हैं?

जून 2001 में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सूचकांक आधारित बाजार-व्यापी सर्किट ब्रेकर लागू किए थे। ये एक इमरजेंसी स्थिति का उपाय है। दरअसल ये सर्किट ब्रेकर ठीक उसी तरह होते हैं जैसे बिजली में सर्किट ब्रेकर लगा दिए जाते हैं जो वोल्टेज बहुत हाई या बहुत लो होने पर उपकरणों का बचाव करते हैं। इसी तरह बाजार में किसी सेंटिमेंट या घबराहट की वजह से किसी शेयर की धड़ाधड़ बिक्री या अचानक अंधाधुंध खरीदी होने से पूरे स्टॉक मार्केट पर प्रभाव पड़ता है और बाजार दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है। अत्यधिक बिकवाली या खरीदी का ट्रेंड शुरू होने पर ऐसी नौबत को टालने के लिए सर्किट ब्रेकर की भूमिका होती है। सर्किट ब्रेकर अस्थायी रूप से व्यापार को रोक देते हैं और इस प्रकार बिकवाली या खरीदी को रोक देते हैं। प्रभावी रूप से सर्किट-ब्रेकर कैप करते हैं कि एक दिन या ट्रेडिंग सेशन में स्टॉक का मूल्य कितना गिर सकता है या ऊपर जा सकता। सर्किट ब्रेकर लगाने से समग्र रूप से अधिक स्थिर बाजार का निर्माण होता है।

ये कैसे काम करते हैं?

इंडेक्स आधारित मार्केट वाइड सर्किट ब्रेकर सिस्टम, इंडेक्स मूवमेंट के तीन चरणों में 10, 15 और 20 प्रतिशत पर लागू होता है। ट्रिगर किये जाने पर ये सर्किट ब्रेकर पूरे देश में सभी इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव बाजारों में समन्वित रूप से ट्रेडिंग रोक देते हैं। ये ब्रेकर अत्यधिक बिकवाली या अत्यधिक खरीदी, दोनों स्थितियों में लागू किये जाते हैं

उदाहरण के लिए, यदि बीएसई सेंसेक्स किसी दिन दोपहर 1 बजे से पहले 10 प्रतिशत से अधिक गिर जाता है, तो 45 मिनट की अवधि के लिए सर्किट ब्रेकर चालू हो जाएंगे; यदि यह दोपहर 2 बजे या उसके बाद 15 प्रतिशत से अधिक गिर जाता है, तो शेष दिन के लिए सर्किट ब्रेकर चालू हो जाएंगे और यदि यह दिन के किसी भी समय 20 प्रतिशत से अधिक गिर जाता है, तो शेष दिन के लिए ट्रेडिंग बंद कर दी जाएगी।

पूरे बाजार या किसी एक शेयर पर लगता है ब्रेकर

सर्किट ब्रेकर आमतौर पर व्यक्तिगत प्रतिभूतियों के साथ-साथ एस एंड पी बीएसई 500 जैसे व्यापक बाजार सूचकांकों के लिए उपयोग किए जाते हैं। सर्किट ब्रेकर आटोमेटिक रूप से ट्रेडिंग को रोककर कार्य करते हैं। जब कीमतें एक्सचेंजों में पूर्वनिर्धारित स्तर पर पहुंच जाती हैं तब ब्रेकर हट जाता है। 

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