Raymond: फैमली विवाद से रेमंड का बेड़ा गर्क, 12% से अधिक टूटा शेयर, छलका CMD के पिता का दर्द, बोले बहू का देंगे साथ
Raymond: सिंघानिया परिवार के झगड़े के सुर्खियों में आने के बाद से रेमंड के शेयर लगातार 10 दिनों से गिर रहे हैं। 13 नवंबर के बाद से कुल स्टॉक की कीमत 12 प्रतिशत से अधिक गिर गई है।
Raymond: रेमंड के मालिक और सीएमडी गौतम सिंघानिया और उनकी पत्नी नवाज मोदी के बीच तलाक होगा या नहीं, इस पर अभी कुछ कहा नहीं जाता सकता, लेकिन तलाक देने की एवज में अपनी बेटियों के पालन भारण के लिए नवाज मोदी ने संपत्ति में 75 हिस्सेदारी की मांग से मामला गरमाया हुआ है। पुत्र द्वारा तलाक देने के बाद बहु नवाज मोदी की हालत पर रेमंड के पूर्व अध्यक्ष एवं रेमंड के सीएमडी गौतम सिंघानिया के पिता का आखिकार दुख बाहर आ गया। उन्होंने गुरुवार को बिजनेस टुडे को एक विशेष साक्षात्कार देते हुए बेटे की इस हरकत पर गहरी निशा व्यक्त की और कहा कि मैं अपनी बहु नवाज के साथ हूं। इस बीच, दिवाली से चल रही इस घटना से सबसे अधिक नुकसान कंपनी को झेलना पड़ रहा है। बीते 11 दिनों के कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। कुल स्टॉक की कीमत 12फीसदी से अधिक नीचे चली गई है।
परिवार की स्थिति पर छलका विजयपत सिंघानिया का दुख
85 वर्षीय व्यवसायी रेमंड के पूर्व मालिक विजयपत सिंघानिया ने कहा कि इस कंपनी को खड़ा करने में काफी समय लगा है। अब मेरा बेटा रेमंड को खत्म करने में लगा हुआ है, जो कि यह सब देखना दिल दहला देने वाला है। उन्होंने कहा कि वह (गौतम सिंघानिया) रेमंड को तोड़ रहा है। यह मेरा दिल तोड़ देता है, मैं हस्तक्षेप नहीं करता, लेकिन वह परिवारिक कलह से कंपनी को तोड़ रहा है। मैं उसे नहीं बताता हूं कि उसे क्या करना चाहिए। उसे जीना है। मैंने अपना जीवन जी लिया है. मेरे पास शायद 2-3 साल बचे हैं, लेकिन उसके पास उसका पूरा जीवन पड़ा हुआ है।
विजयपत सिंघानिया ने गौतम सिंघानिया और उनकी पत्नी नवाज मोदी के तलाक के बारे में कहा यह बताना मुश्किल होता है, जब आप अपने परिवार को इस तरह के तनाव में जाते हुए देखते हैं। सोचिए उस समय आप पर क्या गुजरती है। मैं केवल भगवान से प्रार्थना कर सकता हैं। गौतम और नवाज इस मुद्दे को जल्द से जल्द खत्म कर लें और तलाक न लें।
कंपनी के गिरावट पर कंपनी पूर्व अध्यक्ष का मत
तलाक की खबरों की वजह से बीते 11 दिनों से कंपनी के शेयरों पर गिरावट पर सिंघानिया ने कहा, रेमंड के पास बहुत बड़ी संख्या में परिपक्व, तार्किक शेयरधारक हैं। वे अपने बारे में सोच सकते हैं। अगर उन्हें कुछ बुरा दिखता है तो वे तुरंत प्रतिक्रिया करते हैं। रेमंड का नाम अंततः इस बात पर निर्भर करेगा कि बड़ी संख्या में शेयरधारक, बैंकर, खरीदार, विक्रेता इसे कैसे देखते हैं। इसमें दो चीजें हैं। एक यह कि वे इस मुद्दे को कैसे देखते हैं और इसका उन पर क्या प्रभाव पड़ेगा और वे इस पर भी गौर करेंगे। रेमंड का प्रदर्शन और वे आवश्यक रूप से एक जैसे नहीं हैं। इसलिए, मुझे लगता है कि इसका उत्तर देना बहुत मुश्किल सवाल है कि क्या यह रेमंड के नाम को प्रभावित करेगा। हमने इसे बनाने में काफी समय लिया। रेमंड जब कंबल बनाती थी, तब वह बहुत छोटी कंपनी थी। फिर मैंने कार्यभार संभाला और यह कंपनी दुनिया की सूटिंग-शर्टिंग कपड़ों की सबसे बड़ी कंपनी बनी गई है।
नहीं देगा 75 फीसदी हिस्सेदारी
जयपत सिंघानिया अपनी द्वारा की गई गलती पर कहा कि मां-बाप को अपने जीते जी बच्चों को सब कुछ नहीं सौंपना चाहिए। वह अपने बच्चों को संपत्ति मौत के बाद ही सौंप,ताकि आपको मेरे जैसे दिन न देखने पड़े। उनसे ये गलती हो हुई। वैसे भी माता-पिता के मरने के बाद सब कुछ बच्चों का हो ही जाता है। सिंघानिया ने यह भी कहा कि उनका बेटा अपनी दो बेटियों निहारिका और निसा की वित्तीय भलाई को सुरक्षित करने की नवाज मोदी की संपत्ति पर 75 हिस्सेदारी की मांग पर कभी नहीं सहमत होगा। अगर मेरी बहू उनके पास सलाह-मशविरा के लिए आती है, तो वह उसक साथ देंगे। वह क्यों लड़ाई लड़ रही है, जैसा कि मैं जानता हूं कि हिंदू विवाह अधिनियम के तहत पति की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी अलग होने पर स्वचालित रूप से पत्नी के पास चली जाती है। यह बात उसके एक साधारण वकील पर याद दिला सकता है।
साल 2015 तक रहे रेमंड के अध्यक्ष
उन्होंने कहा कि मेरे बेटे ने जिस प्रकार के मेरे साथ हरकत की है, वैसी ही हकरत अपनी पत्नी के साथ कर रहा है। मेरे बेटे में मुझे भी घर से निकाल दिया, जैसा उसने अपनी पत्नी को निकाला। मेरे पास उससे लड़ने के लिए उतने पैसे नहीं बचे थे। उसने सब कुछ खरीद लिया। वह सब कुछ खरीद लेगा। गौतम कभी भी हार मानने वाले नहीं हैं, क्योंकि उनका मकसद सबको खरीदना और सब कुछ खरीदना है। बता दें कि साल 2015 में कंपनी के मालिक विजयपत सिंघानिया ने रेमंड का अध्यक्ष पद छोड़ते हुए भागडोर अपने पुत्र गौतम सिंघानिया को सौंपी थी। बागडोर सौंपने के बाद गौतम ने अपने पिता विजयपत को घर से बाहर निकाल दिया था, वह मुंबई में किराया घर पर रहे रहे हैं।
बीते 11 दिनों से 12 फीसदी से अधिक टूटे रेमंड शेयर
सिंघानिया परिवार के झगड़े के सुर्खियों में आने के बाद से रेमंड के शेयर लगातार 10 दिनों से गिर रहे हैं। 13 नवंबर के बाद से कुल स्टॉक की कीमत 12 प्रतिशत से अधिक गिर गई है। शुक्रवार को शेयर बाजार में रेमंड का स्टॉक करीब 5.15 फीसदी टूटकर बंद हुआ है। शेयर की कीमतों में गिरावट से पिछले 7 सत्रों में इसके मार्केट कैप में लगभग 1,600 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है।