सोना-चांदी हुआ सस्ता: जल्द कर लें खरीददारी, यहां जानिए नई कीमत
एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.11 फीसदी गिरकर 49,394 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि चांदी 0.71 फीसदी गिरकर 66,821 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। इससे पिछले सत्र में फरवरी अनुबंध वाले सोने का भाव 49,448 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा था।
नई दिल्ली: कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच सोने एवं चांदी के वायदा भाव में शुक्रवार को गिरावट देखने को मिली। एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.11 फीसदी गिरकर 49,394 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि चांदी 0.71 फीसदी गिरकर 66,821 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। इससे पिछले सत्र में फरवरी अनुबंध वाले सोने का भाव 49,448 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा था। वहीं, अप्रैल, 2021 अनुबंध वाले सोने का दाम 23 रुपये यानी 0.05 फीसद घटकर 49,573 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेंड कर रहा था। इससे पिछले सत्र में अप्रैल डिलिवरी वाले सोने का मूल्य 49,596 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा था।
वायदा बाजार में चांदी की कीमत
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सुबह 10:18 बजे मार्च, 2021 में डिलिवरी वाली चांदी की कीमत 460 रुपये यानी 0.68 फीसद की गिरावट के साथ 66,840 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेंड कर रही थी। इससे पिछले सत्र में चांदी की कीमत 67,300 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही थी। वहीं, मई 2021 में डिलिवरी वाली चांदी की कीमत 323 रुपये यानी 0.47 फीसद की गिरावट के साथ 67,839 रुपये प्रति किलोग्राम पर चल रही थी। इससे पिछले सत्र में मई डिलिवरी वाली चांदी की कीमत 68,162 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही थी।
यहां देखें वैश्विक बाजारों में कितना रहा दाम
वैश्विक बाजारों में, हाजिर सोना 0.3 फीसदी गिरकर 1,863.56 डॉलर प्रति औंस हो गया। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 1.1 फीसदी गिरकर 25.67 डॉलर प्रति औंस और प्लैटिनम 1.2 फीसदी गिरकर 1,113.40 डॉलर प्रति डॉलर पर आ गया।
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सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के प्रमुख कारण
अमेरिकी डॉलर में उतार-चढ़ाव, बढ़ते कोरोना वायरस के मामले और इससे संबंधित प्रतिबंध, प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं से मिश्रित आर्थिक डाटा, अतिरिक्त प्रोत्साहन उपायों और ब्रेक्सिट अनिश्चितता से सोने और चांदी की कीमत में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है।
बाजार के विश्लेषक टैक्स बढ़ोतरी, अमेरिका-चीन संबंध, मुद्रा बाजार भागीदारी आदि जैसे अन्य मुद्दों के बारे में अधिक स्पष्टता चाहते हैं। सोने को मुद्रास्फीति और मुद्रा दुर्बलता के खिलाफ एक बचाव माना जाता है, जो व्यापक उत्तेजना के परिणामस्वरूप हो सकता है।
पिछले साल 25 फीसदी बढ़ा सोना
कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों और सरकारों द्वारा राजकोषीय उपायों ने पिछले साल सोने की कीमतों में 25 फीसदी से अधिक की वृद्धि की थी, जबकि चांदी लगभग 50 फीसदी बढ़ गई थी। भारत में सोना अपने अगस्त के उच्च स्तर यानी 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम से काफी नीचे है। भारत में सोने पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क और तीन फीसदी जीएसटी लगता है।
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सोने की मांग सकारात्मक दिखाई दे रही
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के उबरने के साथ भारत में 2021 के दौरान उपभोक्ता भावनाओं में सुधार हो रहा है और सोने की मांग सकारात्मक दिखाई दे रही है।
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