Forex Reserves: फिर लुढ़का भारत का विदेश मुद्रा भंडार, आया 1 माह के निचले स्तर पर, जानें अब कितना बचा RBI के पास
Forex Reserves: अक्टूबर 2021 में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 645 बिलियन डॉलर रिकॉर्ड किया गया था, जो कि इसका अब तक सबसे उच्च स्तर था। हालांकि बीते दो सप्ताह के इसमें गिरावट का दौर जारी है, जिससे देश का विदेशी मुद्रा भंडार कम हो रहा है। जानिए क्यों गिर रहा विदेशी मुद्रा भंडार?
Forex Reserves: देश में आर्थिक गातिविधियों के तेजी माहौल के बीच विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में निराशाजनक प्रदर्शन देखने को मिला है और यह प्रदर्शन लगातार दूसरे सप्ताह तक जारी रहा। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट आई है। आरबीआई के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 26 मई को समाप्त हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.339 बिलियन डॉलर कम हो गया। इससे पहले पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 6.05 बिलियन डॉलर घटा था। विदेशी मुद्रा आस्तियों में सबसे अधिक गिरावट के साथ समीक्षाधीन सप्ताह में भंडार के सभी घटकों में गिरावट देखी गई है।
4 बिलियन डॉलर से अधिक गिरा
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 26 मई, 2023 को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.339 बिलियन डॉलर घटकर 589.138 बिलियन डॉलर हो गया। इस सप्ताह से पहले इसमें 6.052 बिलियन डॉलर थी। इसके बाद मुद्रा भंडार 593.48 बिलियन डॉलर रह गया था।
2021 में छूआ हाई रिकॉर्ड
आपको बता दें कि इस साल 31 मार्च को देश का विदेशी मुद्रा भंडार 578.4 बिलियन डॉलर था। वहीं, अक्टूबर 2021 में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 645 बिलियन डॉलर रिकॉर्ड किया गया था, जो कि इसका अब तक सबसे उच्च स्तर था।
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FCA में 4.014 अरब डॉलर की गिरावट
आरबीआई के मुताबिक, विदेश मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा संपत्ति (FCA) है। इसमें भी 26 मई को समाप्त सप्ताह में गिरा है। इस दौरान एफसीए में 4.014 अरब डॉलर घटकर 520.931 अरब डॉलर रह गया है। पिछले सप्ताह में एफसीए में 4.654 अरब डॉलर की गिरावट आई थी।
स्वर्ण भंडार, एसडीआर और आरक्षित स्थिति भी घटी
इसके अलावा 26 मई को समाप्त सप्ताह में देश के स्वर्ण भंडार सप्ताह-दर-सप्ताहआधार पर $225 मिलियन घटकर $44.902 बिलियन हो गया। साथ ही, एसडीआर 8.4 करोड़ डॉलर घटकर 18.192 अरब डॉलर रह गया। वहीं, आईएमएफ में रखा भारत की आरक्षित स्थिति 17 मिलियन डॉलर घटकर 5.113 बिलियन डॉलर रह गई है।
इन वजहों से गिरा विदेश मुद्रा भंडार
दरअसल, रुपये के मूल्यह्रास को कम करने के लिए आरबीआई विदेशी मुद्रा बाजार में हाजिर और आगे की स्थिति दोनों के माध्यम से हस्तक्षेप कर रहा है,जिस वजह से विदेशी मुद्रा भंडार गिरा है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 17 मई के बाद के उच्चतम स्तर 82.28 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंचने के बाद शुक्रवार को 82.30 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।