जालौन: एंबुलेंस कर्मचारियों की छह सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल

एंबुलेंस कर्मचारियों का समायोजन सहित छह सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल जारी है। एंबुलेंस कर्मियों ने मांगें पूरी न होने पर आज से कार्य बहिष्कार किए जाने की चेतावनी देकर चक्का जाम कर दिया।

कर्मियों ने हड़ताल करते हुए मांग की है कि एएलएस एंबुलेंस पर कार्यरत कर्मियों को कंपनी बदलने पर न हटाया जाए और अनुभवी कर्मियों को रखा जाए। ठेकेदारी की प्रथा समाप्त कर एंबुलेंस कर्मियों को परमानेंट नौकरी दी जाए। कोरोना काल में मृतक कर्मियों को 50 लाख रुपये की सहायता राशि सरकार के द्वारा दी जाए।
एम्बुलेंस कर्मी राजवीर सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना काल से लेकर अब तक 102 व 108 एंबुलेंस सेवाओं का संचालन जान की परवाह किए बिना किया था। सैकड़ों कर्मचारी कोरोना पाजिटिव भी हो गए और आधा दर्जन से अधिक ने अपनी जान गंवा दी है। हाल में ही एम्बुलेंस का संचालन करने वाली जीवीके कंपनी एडवांस लाइफ सपोर्ट का टेंडर छोड़ दिया। अब उक्त एंबुलेंस के संचालन का जिम्मा अब जिगित्सा कंपनी ने ले लिया है। यह कंपनी पुराने कर्मचारियों से काम लेने की बजाय नई भर्ती कर रही है। इसके लिए कंपनी की ओर से 20 हजार रुपये की डीडी जमा कराई जा रही है। इस हालत में प्रदेश भर में 250 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस और काम करने वाले कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं। सभी एंबुलेंस कर्मचारियों को प्रति वर्ष महंगाई भत्ता दिया जाए। कर्मियों को यथा स्थिति नौकरी पर रखा जाए।


Update: 2021-07-26 12:49 GMT

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