Ambulance strike in UP: यूपी में एंबुलेंस हड़ताल, एक क्लिक में जानें प्रदर्शन से जुड़ा हर अपडेट

उत्तर प्रदेश में एम्बुलेंस कर्मी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर चेतावनी दे रहे थे। मांग पूरी न होने के कारण आज 102 और 108 एंबुलेंस कर्मियों ने भी हड़ताल शुरू कर दी है।

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Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2021-07-26 08:55 GMT

 यूपी में एंबुलेंस हड़ताल: फोटो- सोशल मीडिया

Ambulance strike in UP: उत्तर प्रदेश में एम्बुलेंस कर्मी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर चेतावनी दे रहे थे। मांग पूरी न होने के कारण आज 102 और 108 एंबुलेंस कर्मियों ने भी हड़ताल शुरू कर दी।  बता दें कि एएलएस सेवा नई कंपनी जिगित्सा को सौंपी गई है। यह कंपनी नए सिरे से भर्ती कर रही है। इसे लेकर पहले से कार्यरत कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। कई दौर की बातचीत के बाद भी समझौता नहीं होने पर एएलएस एंबुलेंस कर्मचारियों के समर्थन में 102 और 108 एंबुलेंस कर्मियों ने भी हड़ताल शुरू कर दी। करीब 1200 कर्मचारियों की नौकरी जाने का खतरा मंडरा रहा है।


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2021-07-26 18:47 GMT





उत्तर प्रदेश में सरकारी एंबुलेंस चालकों ने विभिन्न मांगों को लेकर 108 व 102 के ईएमटी व पायलट ने शहर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास स्थित जिला अस्पताल लोहिया में एंबुलेंस कार्यालय पर कर्मियों ने धरना प्रदर्शन किया। सरकारी एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
एंबुलेंस कर्मियों ने सरकार पर आरोप लगाया कि दूसरे कंपनी को नए सिरे से एंबुलेंस मेंटेनेंस का ठेका दिया जा रहा है। उनका कहना है की पुराने कर्मियों को सरकार गुमराह करने नये कर्मियों की तैनाती कर रही है जिसका हम लोग विरोध कर रहे हैं। कंपनी का टेंडर बदलने से उन लोगों की सैलरी फंस गई है जिससे उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था है जिले की चरमरा गई है।


2021-07-26 12:49 GMT

एंबुलेंस कर्मचारियों का समायोजन सहित छह सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल जारी है। एंबुलेंस कर्मियों ने मांगें पूरी न होने पर आज से कार्य बहिष्कार किए जाने की चेतावनी देकर चक्का जाम कर दिया।

कर्मियों ने हड़ताल करते हुए मांग की है कि एएलएस एंबुलेंस पर कार्यरत कर्मियों को कंपनी बदलने पर न हटाया जाए और अनुभवी कर्मियों को रखा जाए। ठेकेदारी की प्रथा समाप्त कर एंबुलेंस कर्मियों को परमानेंट नौकरी दी जाए। कोरोना काल में मृतक कर्मियों को 50 लाख रुपये की सहायता राशि सरकार के द्वारा दी जाए।
एम्बुलेंस कर्मी राजवीर सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना काल से लेकर अब तक 102 व 108 एंबुलेंस सेवाओं का संचालन जान की परवाह किए बिना किया था। सैकड़ों कर्मचारी कोरोना पाजिटिव भी हो गए और आधा दर्जन से अधिक ने अपनी जान गंवा दी है। हाल में ही एम्बुलेंस का संचालन करने वाली जीवीके कंपनी एडवांस लाइफ सपोर्ट का टेंडर छोड़ दिया। अब उक्त एंबुलेंस के संचालन का जिम्मा अब जिगित्सा कंपनी ने ले लिया है। यह कंपनी पुराने कर्मचारियों से काम लेने की बजाय नई भर्ती कर रही है। इसके लिए कंपनी की ओर से 20 हजार रुपये की डीडी जमा कराई जा रही है। इस हालत में प्रदेश भर में 250 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस और काम करने वाले कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं। सभी एंबुलेंस कर्मचारियों को प्रति वर्ष महंगाई भत्ता दिया जाए। कर्मियों को यथा स्थिति नौकरी पर रखा जाए।


2021-07-26 12:33 GMT

जिले में जीवन दायिनी 102 और 108 एंबुलेंस रिस्पांस नहीं दे रही है। चालक लगातार तीन दिन से धरने पर बैठे हुए हैं। इस दौरान बीमार व्यक्तियों को एंबुलेंस के अभाव में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई ठोस कदम अभी तक नहीं उठाया गया है।

रायबरेली जिला अस्पताल के सामने जीवनदायिनी 108 और 102 एंबुलेंस कर्मियों का का धरना प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी है। जिले की सभी एंबुलेंस सेवाओं को चक्का जाम किया गया है। एंबुलेंस चालक संगठन के नेता जिला अस्पताल के सामने नारेबाजी कर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। ठेका प्रथा बंद करो, कोरोना योद्धाओं का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान, अभी करो अर्जेंट करो हम को परमानेंट करो, इस तरह की नारेबाजी कर यूनियन के नेता अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ जिले में तमाम ऐसी सूचनाएं मिली हैं। जिसमें लोग एंबुलेंस के अभाव में काफी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
यूनियन के नेता ने कहा कि हमारे बारह सौ कर्मचारियों को सरकार ने नौकरी से निकाल दिया है। उनको समायोजित किया जाय। जब देश कोरोना से जूझ रहा था तो लोग अपने घरों से नहीं निकल रहे थे। सरकार 2 गज दूरी मास्क है जरूरी का नारा दे रही थी। उस समय हम लोग बीमार लोगों को अस्पताल तक अपनी जान की बाजी लगाकर पहुंचा रहे थे। अब सरकार हम लोगों की मदद करने के बजाय नौकरी से ही बाहर निकाल रही है। जब हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी तो हम लोग पुनः आर पार की लड़ाई लड़ेंगे। संगठन की ओर से ये भी कहा गया है कि हमारे जो लोग कोरोना वायरस में शहीद हुए हैं उनको 50 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने के साथ एंबुलेंस कर्मचारियों का विलय एनआरएचएम में किया जाय।


2021-07-26 12:29 GMT


प्रदेश भर में एम्बुलेंस चालाक पिछले कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं। एंबुलेंस कर्मियों ने तीन दिन के शांति पूर्ण धरने के बाद बरेली के रबर फैक्ट्री मैदान में अपनी सेवाओं को रोक कर धरना प्रदर्शन शुरू किया। उन्होंने मांग पूरी ना होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी।
दरअसल पूरा मामला जनपद बरेली के रबड़ फैक्ट्री मैदान का है। जहां पर जिले के सभी सरकारी एंबुलेंस और उनके कर्मचारियो ने अपनी एम्बुलेंस को रबड़ फैक्ट्री मैदान में खड़ा कर दिया। एंबुलेंस कर्मियों की मांग है कि सरकार निजी कंपनी जिसके अधीन वह काम कर रहे हैं वह उनकी मांगों को पूरा करे। मौके पर पहुंचे कुछ अधिकारियों ने भी सभी कर्मियों का हाल जाना।
पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर लगातार एंबुलेंस कर्मी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांगों को लेकर कोई सुनवाई नहीं की गई जिससे आक्रोशित होकर एंबुलेंस कर्मियों ने आज विशाल प्रदर्शन शुरू कर दिया।


2021-07-26 09:45 GMT

रामपुर: 102,108 एम्बुलेंस के कर्मचारी नौकरी से निकाले जाने पर धरना देने के लिए हुए लखनऊ रवाना।

रामपुर: 102,108 के एक हज़ार कर्मचारियों को निकाले जाने पर एएलएस कर्मचारी संघ ने रामपुर में तीन दिन धरना दिया। सुनवाई न होने पर रविवार देर रात कर्मचारी बस में भरकर अपनी मांगे मंगवाने के लिए धरना देने के लिए रवाना हुए यह सभी एम्बुलेंस कर्मचारी जिला अस्पताल परिसर से बस में भरकर लखनऊ रवाना हुए।

2021-07-26 09:43 GMT

एम्बुलेंस चालकों की हड़ताल, बाराबंकी में छह सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन, खड़ी की जिलेभर की एम्बुलेंस

एंबुलेंस कर्मचारी समायोजन सहित छह सूत्री मांगों को पूरा किए जाने की मांगों को लेकर आज विभिन्न जिलों में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। एम्बुलेंस कर्मियों ने मांगे पूरी न होने पर कार्य बहिष्कार कर दिया है। बाराबंकी जिले में एंबुलेंस कर्मचारियों ने जिले भर की एंबुलेंस बाराबंकी मुख्यालय से कुछ दूर मजीठा गांव के पास में खड़ी कर कार्य बहिष्कार कर दिया है। एम्बुलेंस चालक ने समान कार्य और समान वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए। इनकी मांग है कि एएलएस एंबुलेंस पर कार्यरत कर्मियों को कंपनी बदलने पर न बदला जाए और अनुभवी कर्मियों को रखा जाए।

2021-07-26 09:39 GMT

शाहजहांपुर में 108 एम्बुलेंस सेवा ठप

अपनी तमाम मांगों को लेकर जिले भर के 108 एंबुलेंस पर तैनात कर्मचारियों ने एंबुलेंस सेवा ठप कर दी और जमकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान बीमार मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एंबुलेंस स्टाफ ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं पूरी की गई तो वह 108 एंबुलेंस सेवा ठप करके अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देंगे।

दरअसल, 108 एंबुलेंस पर तैनात स्टाफ संविदा के तौर पर रखा गया है। उनकी मांग है कि जब तक उन्हें स्वास्थ्य मिशन से ना जोड़ा जाए तब तक उन्हें ओवरटाइम किया जाए अतिरिक्त भत्ता दिया जाए। इसके अलावा कोरोना संक्रमण से मरने वाले कर्मचारी के परिवार को 50 लाख की आर्थिक मदद दी जाए। साथ ही कंपनी बदले जाने पर ना ही उनका स्टाफ बदला जाए और ना ही वेतन में कटौती की जाए। एंबुलेंस चालकों ने मांगे पूरी ना होने पर आज पूरे जिले की 108 एंबुलेंस सेवा को ठप कर दिया और बरेली मोड़ पर मैदान में एंबुलेंस खड़ी करके जमकर धरना प्रदर्शन किया।

2021-07-26 09:35 GMT

बुलंदशहर: 102, 108 एम्बुलेंस चालको की हड़ताल, 80 के छक्के जाम, 8 की आपातकाल सेवा जारी

बुलंदशहर में मानदेय न मिलने पर आपातकालीन सेवा में लगे एम्बुलेंस चालकों ने आज एक दिवसीय हड़ताल कर 108, 102 एम्बुलेंस के चक्के जाम कर दिये। जनपद की 80 एम्बुलेंस चालको ने खड़ी कर धरना प्रदर्शन किया, हालांकि आपातकाल के लिए जनपद भर में महज 8 एम्बुलेंस की सेवा चालू रखी गयी है। यूपी में रोगियों को आपातकालीन सेवा मुहैया कराने के लिए सरकार द्वारा 102, 108 नंबर की एंबुलेंस वाहन एजेंसियों के माध्यम से संचालित की गई , ताकि रोगियों को समय पर इलाज मुहैया कराने के लिए पास के अस्पताल तक पहुंचाया जा सके। हालांकि आज बुलंदशहर में भी एम्बुलेन्स चालकों ने मानदेय न मिलने के कारण एंबुलेंस खड़ी कर पहिए जाम कर दिए हैं और एंबुलेंस सेवा बाधित कर दी है। 

2021-07-26 09:26 GMT

संतकबीरनगर: एंबुलेंस कर्मचारियों ने कार्य का किया बहिष्कार, जिले में एंबुलेंस व्यवस्था हुई ठप

यूपी के संत कबीर नगर जिले में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिले के एंबुलेंस कर्मचारी आज धरने पर बैठ गए कार्यों का बहिष्कार करते हुए जिले के जूनियर हाई स्कूल पर सभी एंबुलेंस चालकों ने एंबुलेंस को खड़ा करके जमकर नारेबाजी की। मांगे पूरी ना होने पर एंबुलेंस कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन को अनिश्चितकालीन करने की बात कही। 

2021-07-26 09:23 GMT

महोबा: अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर एम्बुलेंस कर्मचारी, सभी एम्बुलेंसों को किया गया खड़ा

महोबा में 6 सूत्रीय मांगों को लेकर एंबुलेंस कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। शहर के डाक बंगला मैदान में सभी एंबुलेंस को खड़ा कर एंबुलेंस कर्मचारी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। ठेका प्रथा समाप्त करने सहित 6 मांगो को लेकर अनिश्चिंत कालीन पर एम्बुलेंस कर्मचारियों के जाने से स्वास्थय सेवाएं भी प्रभावित हो रही है।

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