Lucknow News: समर्पण इस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंसेज में तीन दिवसीय संगोष्ठी, विदेशों सें आए नर्सिंग विशेषज्ञ देंगे बड़ी जानकारियां

Lucknow News: मुख्य अतिथि डीएस मिश्रा ने कहा कि नर्स अपने साफ्ट स्किल और व्यवहार के बारे में विशेष सचेत रहें क्योकि वे मरीजों एवं हेल्थ केयर सेक्टर के बीच की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है और उन्हे मरीजों से भावनात्मक रिश्ता बनाकर रखना चाहिए

Newstrack :  Network
Update: 2023-09-08 09:33 GMT

संगोष्ठी में शामिल होने पहुंचे मुख्य सचिव डीएस मिश्रा

Lucknow News: समर्पण इस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एण्ड पैरामेडिकल साइंसेज, देवा रोड, लखनऊ में नर्सिंग की संभावनाए शोध और क्लीनिकल इन्नोवेशन मे उसकी उपयोगिता विषय पर आज से एक तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरूआत हुई। जिसमें देश के विभिन्न प्रांतो के अलावा यूएसए, सउदी अरब, फिलीपीन्स, नेपाल, रूस, नीदरलैण्ड, बांग्लादेश आदि देशों के नर्सिंग विशेषज्ञ और प्रतिनिधि भाग ले रहे है। इस संगोष्ठी के उदघाटन समारोह के मुख्य अतिथि  डीएस मिश्रा, आई.ए.एस मुख्य सचिव, यूपी सरकार थे।

कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुआ और तत्पश्चात अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया गया। संस्थान निदेशक डॉ वीपी तिवारी ने अपने स्वागत भाषण में यूपी सरकार के मिशन निरामया प्रोग्राम में संस्थान के भागीदारी और नर्सिंग शिक्षा क्षेत्र में संस्थान के योगदान की संक्षिप्त चर्चा करते हुए मुख्य अतिथि, पधारे समस्त विषय विशेषज्ञ, नर्सिंग कालेजों के ओनर्स, छात्र-छात्राओं, गणमान्य व्यक्तियों तथा प्रेस एवं मीडिया कर्मियों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया। कालेज की प्रधानाचार्या डॉ दीप्ति शुक्ला ने संस्थान की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए आयोजित की जा रही संगोष्ठी के उद्देश्यों तथा विभिन्न तकनीकी सत्रों में विषय विशेषज्ञों द्वारा किए जाने वाले प्रस्तुतीकरण एवं विचारविमर्श की विस्तृत रूप रेखा प्रस्तुत की और बताया कि संगोष्ठी का निष्कर्ष किस प्रकार नर्सिंग क्षेत्र के गुणात्मक विस्तार मे सहायक होगा। 


डॉ. आरएस दुबे, चेयरमैन समर्पण ग्रुप ने अपने उदबोधन मे बताया कि संस्थान की स्थापना 2010 मे अक्षय सेवा संस्थान ट्रस्ट के अंतर्गत हुई थी और मिशन निरामया के अंतर्गत स्टेट मेडिकल फैकल्टी द्वारा क्वालिटी काउंसिल आफ इण्डिया के माध्यम से प्रदेश के नर्सिंग कालेजों का मूल्यांकन कराया गया जिसमें यह संस्थान 97 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेड ”ए“ का संस्थान घोषित किया गया। संस्थान को मेंटर इस्टीट्यूट का भी दर्जा प्राप्त है। उन्होने बताया कि नर्सिंग छात्र-छात्राओं के क्लिनिकल प्रशिक्षण एवं साफ्ट स्किल डेवलममेन्ट के लिए संस्थान मे मेदान्ता सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल तथा Ebek-OET के साथ एक समझौता करार किया है जिससे छात्र-छात्राओं को विदेश में नर्सिंग सेवा में जाने को भी अवसर प्राप्त होगा।

समारोह के मुख्य अतिथि डीएस मिश्रा संबोधन में संस्थान की उपलब्धियों की प्रंशसा करते हुए बताया कि डब्ल्यूएचओ के मानक के अनुसार 1000 की जनसंख्या पर 3 नर्स होनी चाहिए लेकिन प्रवेश मे यह उपलब्धता केवल 0.61 है, प्रदेश में नर्सिंग शिक्षा के गुणवत्ता की स्थिति भी पहले बहुत अच्छी नही थी, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी है, प्रदेश के 65 जिलो में मेडिकल कालेज चल रहे है और शेष 10 जिलों मे शीघ्र मेडिकल कालेज शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष मिशन निरामया की शुरूआत की जिससे नर्सिंग शिक्षा की गुणवत्ता बढ़े, अच्छे नर्स तैयार हो, अस्पतालों मे उनकी कमी को पूरा किया जा सके एवं हेल्थ केयर सेक्टर को सुद्ढ़ बनाया जा सके और इसके साथ ही प्रदेश एक नर्सिंग हब के रूप में अपने को स्थापित कर न केवल देश मे बल्कि विदेश में भी अपने नर्स भेजने मे सक्षम हो।


मुख्य अतिथि ने आवाहन किया कि नर्स अपने साफ्ट स्किल और व्यवहार के बारे में विशेष सचेत रहें क्योकि वे मरीजों एवं हेल्थ केयर सेक्टर के बीच की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है और उन्हे मरीजों से भावनात्मक रिश्ता बनाकर रखना चाहिए। जिससे मरीज अपने आपको बेहतर महसूस करें। उन्होने कहा कि हमे यह ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे के नर्सिंग की शुरूआत माँ से होती है और उस मातृत्व की भावना सभी नर्सों को अपने अंदर विकसित करनी चाहिए। उन्होंने सभी विषय विशेषज्ञों से आग्रह किया कि इस संगोष्ठी के तीन दिनों मे नर्सिंग की विभिन्न विधाओं तथा किए जा रहे शोध एवं उपलब्ध नवीनतम तकनीक पर विस्तृत चर्चा और गहन मन्थन करें जिससे उनके द्वारा दिए गए सुझाओं के आधार पर प्रदेश सरकार को नर्सिंग क्षेत्रों को आगे विकसित करने मे सहायता मिले। उन्होंने अपनी शुभकामना देते हुए आशा व्यक्त की कि यह अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी प्रदेश मे नर्सिंग शिक्षा के विकास मे मील का पत्थर साबित होगी। समारोह के अंत में समर्पण इस्टीट्यूट की प्रधानाचार्या डॉ दीप्ति शुक्ला ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया।

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