गोरखपुर में भारत बंद के समर्थन में उतरे किसान... ... Bharat Band : खत्म हुआ किसानों का प्रदर्शन, राकेश टिकैत ने कहा- सफल रहा हमारा 'भारत बंद'
गोरखपुर में भारत बंद के समर्थन में उतरे किसान संगठन
Gorakhpur : कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर किसान संगठनों द्वारा घोषित भारत बंद का बाजारों पर तो असर नहीं दिखा । लेकिन संगठनों ने अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से रखा। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बंद की घोषणा को देखते हुए जबरदस्त तैयारियां कर रखी थी। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था। खुद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी स्थिति पर नज रखे हुए थे। कचहरी, गोलघर चौराहे पर पहुंच कर किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने जाम लगाने की कोशिश की। इस दौरान किसान संगठन के लोगों की पुलिस के साथ धक्का मुक्की भी हुई।
गोरखपुर में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सतीश ओझा के नेतृत्व में जिला परिषद रोड पर प्रदर्शन किया। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर गोरखपुर में संयुक्त वामदल, भारतीय किसान यूनियन, लोकतांत्रिक जनता दल, राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता ने कृषि कानूनों को लेकर विरोध किया। किसानों ने तीनों कृषि कानून रद्द करो, चारों श्रम संहीता रद्द करो, बिजली बिल 2020 वापस लो, योगी मोदी सरकार मुर्दाबाद आदि का नारा लगाते हुए विरोध किया। नगर निगम पार्क में कार्यकर्ताओं की पुलिस फोर्स के साथ धक्का मुक्की भी हुई। भाकपा माले के जिला सचिव राजेश साहनी ने कहा कि किसान आंदोलन जन आंदोलन बन गया है। खेती बचाने का मुद्दा अब राजनीतिक हो गया है। आम जनता महंगाई बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से त्रस्त है। भारतीय किसान यूनियन समाज के प्रदेश अध्यक्ष लाल सिंह ने कहा कि मोदी सरकार में किसान मजदूर सब तबाह हैं।महंगाई बेरोजगारी ने लोगों का कमर तोड़ दी है। 2022 में जनता इस सरकार को उखाड़ फेंकेगी।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा के राममूर्ति एवं लोकतांत़िक जनता दल के प्रदेश महासचिव गौतम लाल श्रीवास्तव ने कहा कि योगी की सरकार अब तक गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं कर पाई है। अब जब चुनाव सिर पर है तो 25 रुपये बढ़ोतरी का झुनझुना पकड़ाया जा रहा है। बेरोजगारी, बेकारी, महंगाई, भ्रस्टाचार चरम पर है। किसान और नौजवान केंद्र एवं प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण परेशान एवं बेहाल है। आने वाले समय मे किसान और नौजवान लामबंद होकर सरकार को उखाड़ फेकेंगे।