बेटे बेटी एक समानहम मानते हैं कि बेटे-बेटी एक समान... ... युवा संसद में बोले प्रधानमंत्री- लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है राजनीतिक वंशवाद
बेटे बेटी एक समान
हम मानते हैं कि बेटे-बेटी एक समान हैं। इसी सोच के साथ सरकार ने बेटियों की बेहतरी के लिए शादी की उम्र को 21 साल करने का निर्णय लिया है। बेटियां अपना करियर बना पाएं, उन्हें ज्यादा समय मिले, इस दिशा में ये एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है।
Update: 2022-01-12 06:56 GMT