Jammu Kashmir: अरनिया में फिर दिखा पाकिस्तानी ड्रोन, BSF जवानों ने बरसाई गोलियां

Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में एक बार फिर से ड्रोन (Drone) देखा गया है। बीएसएफ के जवानों ने सतर्कता देखाते हुए उस ड्रोन पर फायरिंग शुरू कर दी।

Newstrack :  Network
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-07-14 03:07 GMT

जम्मू में फिर दिखे ड्रोन (फोटो: सोशल मीडिया)

Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के अरनिया (Arnia) सेक्टर में एक बार फिर से ड्रोन (Drone) देखा गया है। इस ड्रोन को देखते ही बीएसएफ के जवानों ने ड्रोन पर फायरिंग (Firing) शुरू कर दी। फायरिंग होते ही ड्रोन पाकिस्तान की सीमा में जाते हुए दिखा। इस घटना के बाद इलाके में चौकसी बढ़ा दी गई है।

सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया, "13-14 जुलाई की दरमियानी रात को अरनिया सेक्टर में सैनिकों ने एक चमकती लाल बत्ती देखी। उस लाल बत्ती को देखते हुए सैनिक सतर्क हो गए और उस लाल बत्ती की ओर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके कारण वह वापस लौट आया। इलाके की तलाशी ली जा रही है। अब तक कुछ नहीं मिला"।

आपको बता दें कि यह ड्रोन जम्मू-कश्मीर के इंटरनेशन बॉर्डर (International Border) के पास देखी गई है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में चौकसी बढ़ा दी गई। साथ ही इलाके में सर्च अभियान शुरू कर दिया है।

2 जुलाई को भी अरनिया में देखा गया था ड्रोन

बता दें कि 2 जुलाई 2021 को सुबह 5 बजे अरनिया इलाके में पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया। जैसे ही बीएसएफ जवानों की नजर इस ड्रोन पर पड़ी, उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। इसके कुछ देर बाद ही ड्रोन लौट गया। इससे पहले भी ड्रोन की मदद से एयरफोर्स स्टेशन पर दो विस्फोट हुए। अगले दिन कालूचुक और रतनुचक इलाके में दो दिन ड्रोन मंडराते दिखे थे। इसके अलावा डल झील के पास भी ड्रोन देखा गया था। इसे गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। ड्रोन के मालिक को गिरफ्तार कर लिया था।

2019 में हुआ था बड़ा ड्रोन का इस्तेमाल

2019 में बड़ा ड्रोन का इस्तेमाल आतंकियों को हथियार सप्लाई करने के लिए पाकिस्तान ने 2019 से ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ाया। अमृतसर के एक गांव में एक ड्रोन पकड़ा गया. वहीं पंजाब में पकड़े गए एक आतंकी ने खुलासा किया कि ड्रोन ने आठ चक्कर लगाकर हथियार गिराए थे। 2020 में बीएसएफ जवानों ने एक जासूसी ड्रोन को मार गिराया था। इस दौरान विस्फोटक और हथियार भी बरामद हुए थे।

पिछले साल 19 सिंतबर को लश्कर ए तैयबा के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार हुए आतंकियों को एक दिन पहले ही ड्रोन की मदद से हयहियार सप्लाई करने की अनुमति मिली थी। इसके बाद 22 सिंतबर 2020 को ड्रोन से सप्लाई किये गए हथियार बरामद हुए। दिसंबर में पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान बॉर्डर के पास आठ हैंड ग्रनेड बरामद किए। ऐसा माना जा रहा है कि चीन के बने ड्रोन आतंकवादी हथियार सप्लाई करने में कर रहे हैं। इन हथियारों में चीन की बनी कार्बाइन बरामद हो चुकी हैं।

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