Jammu Kashmir Drone Attack: ड्रोन हमले पर बड़ा खुलासा, पाकिस्तान पर शक और गहराया
Jammu Kashmir Drone Attack: पिछले महीने जम्मू के सीमा क्षेत्र में कम से कम 30 ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली है। वायुसेना के अड्डे पर हुए हमले को लेकर भी चश्मदीदों ने अहम जानकारी साझा की है।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में वायुसेना के अड्डे पर ड्रोन (Drone) हमले (Attack) में जांच एजेंसियों का शक पाकिस्तान पर गहरा गया है। जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए से चश्मदीदों ने कहा कि हमलावरों ने दो ड्रोन का इस्तेमाल किया। ड्रोन्स भारत-पाकिस्तान सीमा (India Pakistan Border) की दिशा में पश्चिम की ओर बढ़ रहे थे। मामले में फॉरेंसिक एनालसिस का कहना है कि हमले में इस्तेमाल किया गया विस्फोटक आरडीएक्स (RDX) था।
कश्मीर (Jammu Kashmir) पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले कई मामलों की जांच से यह संकेत मिले कि हथियार गिराने के लिए इसी तरह के ड्रोन का इस्तेमाल सीमा पार से किया गया। पिछले हफ्ते पुलिस ने कश्मीर में शोपियां के पास से नदीम और तालिब-उर-रहमान को गिरफ्तार किया था। दोनों पर आरोप है कि दोनों लोग 5 किलोग्राम विस्फोटक उपकरण लगाने की साजिश रच रहे थे। दोनों बनिहाल टनल के पास पकड़े गए थे।
ड्रोन के जरिए सीमा पार से आया विस्फोटक
पुलिस अधिकारी ने कहा कि उस मामले की जांच से पता चला है कि नदीम और तालिब के पास से बरामद विस्फोटक ड्रोन के जरिए सीमा पार से लाया गया था। एक खुफिया अधिकारी ने बताया, बनिहाल की साजिश का पता रॉ द्वारा साझा की गई खुफिया जानकारी के आधार पर लगाया गया था। पहले ड्रोन ऑपरेशन में शामिल लश्कर-ए-तैयबा इकाई की निगरानी कर रहा था। अधिकारी ने कहा, 'यह स्पष्ट रूप से कहना मुश्किल है कि इस हमले में वह यूनिट शामिल थी या नहीं, यह अभी जांच का विषय है।'
पिछले महीने जम्मू के सीमा क्षेत्र में कम से कम 30 ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली है। हालांकि हाल के कुछ मामले गलत साबित हुए हैं। हाईअलर्ट पर मौजूद जवानों ने धरती के करीब घूम रहे सैटेलाइट्स को या प्लैनेट्स को ड्रोन समझने की गलती कर दी। हालांकि इस बात के सबूत हैं कि कुछ मामलों में ड्रोन के जरिए हथियार और विस्फोटक गिराए गए।